मंदिर और हिंदू परंपराएं
भारतीय संस्कृति में मंदिर का स्थान सबसे ऊँचा है और पूजा की प्रथाएँ हर हिंदू परिवार के दैनिक जीवन में घुली-मिली हैं। प्रायः लोग अपने दिन का आरम्भ पूजा-अर्चना और दिव्य ज्योति प्रज्ज्वलन के साथ करते हैं। मंदिर, घर हो या दुकान, उसमें पवित्रता का अहसास कराता है।
परिवार में अनहोनी और हादसे
किंतु कभी-कभी, इन सारी सावधानियों के बावजूद भी, परिवार के सदस्यों पर दुर्भाग्य आ पड़ता है और अप्रिय घटनाओं, हादसों का सिलसिला शुरू हो जाता है। घर में आपसी कलह, अप्रिय विवाद और समस्याओं का अंबार लग जाता है। कुछ स्थितियों में, घर के मंदिर में आग जैसी घटनाओं की भी सूचना मिलती है, जो बड़े नुकसान का कारण बनती हैं।
वास्तु दोष और उससे बचाव
ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि ये सभी घटनाएं कहीं न कहीं वास्तु दोष से जुड़ी होती हैं। जब भी ऐसी घटनाएँ अधिक बार होने लगें, तो समझ लेना चाहिए कि घर में वास्तु संबंधी कोई बाधा है। अक्सर घर के मंदिर में दीपक इस प्रकार से जलाया जाता है कि वह वास्तु दोष को जन्म दे। इसलिए, ऐसी आपदाओं से बचने हेतु दीया जलाने की दिशा पर विशेष ध्यान देना अत्यावश्यक है।
दीया किस दिशा में जलाएं?
ज्योतिषशास्त्र के अनुयायियों ने बार-बार यह अनुशंसा की है कि जब भी नया घर तैयार करें, तो उसमें मंदिर को ईशान कोण में ही स्थापित करें और पूर्व दिशा की ओर उगते हुए सूर्य का सामना करते हुए भगवान की मूर्तियाँ रखें। उसी दिशा का संदर्भ लेकर दीया जलाना चाहिए, जिससे घर में व्याप्त वास्तुकी विसंगतियां दूर हों और अनिष्ट से बचाव हो।
सावधानियाँ और उपाय
ऐसे में यदि वास्तुदोष के कारण घटनाएं होती हैं, तो जागरूकता और सतर्कता बरतना जरूरी है। यदि आपके घर के मंदिर में आग जैसी कोई घटना हो या किसी अन्य प्रकार की अनिष्टकारी घटनाएँ हों, तो समझिए कि ईश्वर ने आपकी विपदा अपने ऊपर ले ली है और आपको बचा लिया है। हालाँकि, इस मामले में सुधारात्मक उपाय तुरंत करना जरूरी है। किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य से सलाह लें और वास्तु दोष से संबंधित उपाय करें। दीया जलाते समय पूर्ण सावधानी अपनाएँ और दिशा का विशेष ध्यान रखें।
निष्कर्ष
घर में सुख-शांति को बनाए रखने के लिए, वास्तु शास्त्र के नियमों को मानना और उनके अनुरूप कार्य करना महत्वपूर्ण है। एक सही दिशा में दीया जलाना न केवल वास्तु संबंधी दोषों को दूर कर सकता है, बल्कि यह आपके और आपके परिवार के लिए सुखद और सुरक्षित जीवन का मार्ग भी प्रशस्त कर सकता है।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज�ान�