पापमोचिनी एकादशी का धार्मिक महत्व
पापमोचिनी एकादशी 2024 अपनी आध्यात्मिक उपस्थिति के साथ हमारे जीवन में एक बार फिर से आने वाली है। हिंदू धर्म में हर एकादशी का अपना विशेष महत्व है और यह एक ऐसा पवित्र दिवस माना जाता है जिसपर भगवान विष्णु की आराधना करने से मनुष्य के सभी पाप और दोष समाप्त हो जाते हैं। इस दिन व्रत और पूजा-पाठ का बड़ा ही लाभकारी प्रभाव पड़ता है। आइए विस्तार से जानते हैं इस दिव्य एकादशी के बारे में।
पापमोचिनी एकादशी के व्रत की परंपरा
प्रत्येक वर्ष दो पापमोचिनी एकादशी मानते हैं, और प्रत्येक एकादशी विशिष्ट महत्व रखती है। इसमें से एक पापमोचिनी एकादशी इस बार 5 अप्रैल को मनाई जा रही है। इस दिन साधकों द्वारा व्रत करने की परंपरा है और मान्यता अनुसार, इस दिन किए गए व्रत से सभी पापों का नाश होता है। लेकिन कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिनसे इस दिन बचना चाहिए।
पापमोचिनी एकादशी पर वर्जित कार्य
ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजुमदार के अनुसार, पापमोचिनी एकादशी के दिन निम्नलिखित 5 कार्यों से बचना अतिआवश्यक है –
1. तुलसी की पत्तियां: तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है, क्योंकि यह भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है। हालांकि, इस दिन तुलसी की पत्तियों को तोड़ने की मनाही है, क्योंकि ऐसा करने से माना जाता है कि मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और जीवन में आर्थिक संकट आ सकता है।
2. चावल का सेवन: पापमोचिनी एकादशी पर चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, इससे कलंक और दोष लगता है।
3. काले वस्त्र: इस पावन दिन पर काले रंग के वस्त्रों को धारण करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह भगवान विष्णु को नापसंद है। इस दिवस पर पीले रंग का परिधान पहनना शुभ माना जाता है।
4. किसी का दिल न दुखाएं: पापमोचिनी एकादशी पर बड़े से लेकर छोटे जीव तक, किसी का भी दिल दुखाने या उन्हें परेशान करने से ज्यादा बड़ा पाप कुछ नहीं होता। इससे पाप लगता है और भगवान भी नाराज होते हैं।
5. मास और मदिरा का सेवन: तामसिक भोजन और मदिरा का सेवन करने से इस दिन कठोरता से बचा जाना चाहिए, क्योंकि इससे दोष प्रकट होता है और जीवन में दुख और पीड़ा आ सकती है।
हम सभी धार्मिक साधकों से आग्रह करते हैं कि उपरोक्त निषेधों का पूर्ण रूप से पालन करें और अपने जीवन से पापों का नाश करते हुए समृद्धि और खुशहाली की ओर बढ़ें।
Note: इस लेख में दी गई सूचना धर्मिक मान्यताओं और जानकारियों के आधार पर है। आप स्वयं की विवेक का उपयोग करते हुए इनका पालन करें।
आधुनिक जीवनशैली में धर्म और इसके संदेश को समझते हुए, DNA हिंदी आपके फोन पर भी उपलब्ध हो चुका है। अधिक धार्मिक अनुष्ठानों, व्रत-त्योहारों की जानकारी के लिए हमारे ऐप को डाउनलोड करें और ऐसे समाचारों के लिए DNA हिंदी को फॉलो करें।