मुंबई में गूंजा गोलियों का शोर
मुंबई की राजनीति और इसके सामाजिक ताने-बाने में एक खास जगह बनाने वाले बाबा सिद्दीकी की निर्मम हत्या ने पूरा शहर हिला कर रख दिया है। बांद्रा ईस्ट में हुई इस घटना ने दिखाया कि किस कदर बदमाशों का दुस्साहस बढ़ चुका है। ख्यातिनाम राजनेता और फिल्मी दुनिया के चर्चित नामों में से एक, बाबा सिद्दीकी को सरेआम गोली मार दी गई। पुलिस के अनुसार हमलावरों ने करीब से गोली चलाई, जिससे बाबा के सीने में घातक चोटें आईं।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
बाबा सिद्दीकी को “वाई” कैटेगरी की सुरक्षा मिली हुई थी, इसके बावजूद उनकी हत्या से सुरक्षा मामलों में गहरी खामियां उजागर हो गई हैं। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर यह घटना घटी। प्रश्न ये उठता है कि कैसे इतनी सुरक्षा के बावजूद हमलावर उनका पीछा कर सकते थे और इतनी निर्भीकता से हमला कर सकते थे। वाई कैटेगरी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद ये वारदात देश के सुरक्षा तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
राजनीतिक जगत में सनसनी
बाबा सिद्दीकी की हत्या से राजनीतिक जगत में विरोधाभासी प्रतिक्रियाएं आई हैं। महाराष्ट्र सरकार को विपक्ष के निशाने पर लाने वाले इस मामले ने कई राजनीतिक धाराओं को प्रभावित किया है। विपक्षी पार्टियों ने इस घटना को कानून व्यवस्था की विफलता करार दिया। AIMIM नेता वारिस पठान ने सरकार की पूरी तरह असफलता बताते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा।
हत्या के पीछे की वजह क्या?
हत्या के पीछे का उद्देश्य अभी साफ नहीं है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह संपत्ति विवाद का मामला हो सकता है। मुंबई पुलिस अब इस दिशा में गहन जांच कर रही है। बिश्नोई गैंग का संभावित इन्वॉल्वमेंट भी जांच के घेरे में है। सवाल ये उठ रहा है कि क्या यह राजनीतिक हत्या है या फिर बाबा के सामाजिक नेटवर्क के कारण की गई कोई व्यक्तिगत दुश्मनी।
चुनावी माहौल में उठे सवाल
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले हुई इस घटना ने राजनीतिक माहौल गर्मा दिया है। बाबा सिद्दीकी, एनसीपी के वरिष्ठ नेता और विधानपरिषद सदस्य थे। उनके समर्थकों के बीच ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में उनके निधन की खबर ने सनसनी फैला दी है। कई राजनीतिक विश्लेषक इस हत्या को आगामी चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं।
जांच की दिशा और प्रगति
अब तक मिले सबूतों के आधार पर पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। यूपी एसटीएफ और हरियाणा के सीआईए से भी संपर्क किया जा रहा है ताकि हत्या के कारणों की गहराई में जाया जा सके। गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, बाबा के एसआरए प्रोजेक्ट से जुड़ी कोई पुरानी विवाद हो सकती है।
समाज और सिनेमा
बाबा सिद्दीकी की हत्या केवल राजनीति तक सीमित नहीं है, फिल्म उद्योग से जुड़े कई बड़े नाम भी उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। सलमान खान से उनकी करीबी और फिल्म जगत में उनकी पूछ के कारण यह हत्या कईयों के लिए चौंकाने वाली है। सवाल ये है कि कैसे एक व्यक्ति जो इतने सामाजिक रूप से सक्रिय था, इस तरह एक हिंसक अंत तक पहुँच सकता है।
समूचे प्रकरण ने एक सवाल खड़ा कर दिया है – क्या यह सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या है या फिर इसके पीछे एक बड़ा खेल छुपा है? सच्चाई जो भी हो, इस युगल से लेकर राजनीति तक हर एक के लिए यह एक गहरी चिंता का विषय है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में हरसंभव प्रयास किया जा रहा है ताकि हत्या के पीछे के असल कारणों का पता लगाया जा सके और दोषियों को उनके अंजाम तक पहुँचाया जा सके।