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दिल्ली एनसीआर में ऐक्यूआई का गंभीर अलार्म: जहरीली हवा से कब मिलेगी राहत?

दिल्ली-एनसीआर में छाई धुंध की चादर

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण के स्तर और हवा में घुले जहर ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। जहरीली हवा की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आखों में जलन और गले में खराश जैसी शिकायतें हो रही हैं। दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत एनसीआर के सभी इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर है।

दिल्ली में लगातार गंभीर प्रदूषण

दिल्ली में वायु प्रदूषण बुधवार को लगातार चौथे दिन भी ‘गंभीर’ स्तर के आसपास रहा और इस मौसम में पहली बार कोहरा छाने के बीच एक्यूआई 360 दर्ज किया गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बुधवार सुबह 6 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 360 दर्ज किया गया। राजधानी दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार को 373 रहा। यह सोमवार को 381 और रविवार को 382 था।

अन्य शहरों में भी बिगड़ रहा हालात

प्रदूषण अब धीरे-धीरे एनसीआर से अन्य राज्यों में अपना प्रकोप दिखाने लगा है और बुधवार सुबह जयपुर का एक्यूआई 300 तक पहुंच गया, जबकि पटना में यह 236 दर्ज किया गया।

दिल्ली के लिए अगले 10 दिन महत्वपूर्ण

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने चेतावनी दी कि दिवाली के बाद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 400 पर पहुंच गया है और मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 10 दिन महत्वपूर्ण हो सकते हैं। इस संबंध में राय ने 33 विभागों के साथ एक बैठक की और हालात को काबू में करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की। सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रदूषण से राहत के उपाय

पर्यावरण मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से कृत्रिम बारिश की अनुमति देने का अनुरोध किया है। उनका मानना है कि इससे प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी और दिल्लीवासियों को कुछ राहत मिलेगी।

अक्टूबर में शीर्ष प्रदूषित शहर

सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) के विश्लेषण के अनुसार, अक्टूबर में भारत के सभी शीर्ष 10 सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से थे। अक्टूबर में दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां औसत PM2.5 सांद्रता 111 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी। इसके बाद गाजियाबाद 110 और मुजफ्फरनगर 103 पर थे।

दिल्ली के 8 स्टेशनों में गंभीर स्थिति

दिल्ली के आठ स्टेशनों पर मंगलवार को वायु प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी तक पहुंच गया। ये स्थान आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, मुंडका, न्यू मोती नगर, जहांगीरपुरी, वजीरपुर, और विवेक विहार थे। वहीं, देश के कई अन्य स्थानों पर एक्यूआई का स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।

धुंध और कोहरे का भयावह संगम

तापमान गिरने और सर्दी बढ़ने के साथ दिल्ली में प्रदूषण की धुंध के साथ अब कोहरा भी नजर आने लगा है। मंगलवार को इस सर्दी के मौसम का पहला कोहरा दर्ज किया गया। शांत हवा के कारण विजिबिलिटी घटकर 800 मीटर रह गई।

प्रदूषण के खतरनाक स्तर

वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई जब शून्य से 50 के बीच रहती है तो हवा को ‘अच्छा’ माना जाता है। अगर यह 51 से ज्यादा हो जाए और 100 से कम रहे तो ‘संतोषजनक’ माना जाता है। एक्यूआई 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।

इस गंभीर स्थिति को देखते हुए दिल्लीवासियों के लिए आने वाले दिन चुनौती भरे हो सकते हैं। प्रदूषण कम करने के उपायों को तुरंत प्रभाव से लागू करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है ताकि लोगों को राहत मिल सके।

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