Flights delayed due to Bhogi Pongal bonfire smoke: पोंगल दक्षिण भारत का एक प्रमुख त्योहार है. उत्तर भारत में जब सूर्य उत्तर दिशा की ओर बढ़ते हैं, तो मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. उसी तरह ही सूर्य के उत्तर दिशा में बढ़ने पर दक्षिण भारत में पोंगल मानाया जाता है. पोगंल किसानों का त्योहार माना जाता है. तमिलनाडू में पोगंल से ही नए साल की शुरुआत मानी जाती है. पोगंल के पहले बनाए जाने वाले भोगी उत्सव की वजहों से लोगों को खूब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. तो आइए जानते हैं आखिर क्या है भोगी फेस्टिवल.
इस साल पोंगल 14 से 17 जनवरी तक मनाया जाएगा
इस साल पोंगल 14 से 17 जनवरी तक मनाया जाने वाला है. पोंगल के त्योहार पर तमिलनाडू में बड़ी धूम और उत्साह देखने को मिलता है. चार दिनों तक चलने वाले इस त्योहार की शुरुआत ‘भोगी पोंगल’ से होती है. दूसरे दिन ‘सूर्य पोंगल’, तीसरे दिन ‘मट्टू पोंगल’ और चौथे दिन ‘कन्नम पोंगल’ मनाया जाता है. हर पोंगल को अलग-अलग परंपराओं के साथ मनाया जाता है.
पहले दिन भोगी पोंगल
भोगी पोंगल के दिन को भगवान इंद्र देव को समर्पित किया गया है. भोगी पोंगल को इंद्रन भी कहते हैं. भोगी पोंगल के दिन लोग अच्छी फसल की पैदावार के लिए बारिश के देवता माने जाने वाले इंद्र की पूजा करते हैं. पूजा के जरिये लोग इंद्र देव को धन्यवाद देते हैं. मान्यता है कि भोगी पोंगल पर इंद्र देव की पूजा से घर में सुख-समृद्धि आती है.
भोगी फेस्टिवल की वजह से उड़ान रद्द
भोगी उत्सव में पुरानी चीजों को जलाने की परंपरा के चलते निकलने वाले धुएं के कारण सोमवार सुबह दिल्ली और बेंगलुरु से आने वाली इंडिगो की तीन उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. इन उड़ानों को रद्द करने के अलावा, हवाई अड्डे ने एहतियात के तौर पर 30 उड़ानों के आगमन और प्रस्थान के कार्यक्रम में भी बदलाव किया है. प्रभावित उड़ानों में दुबई, अबू धाबी, दोहा, मस्कट, कुवैत, सिंगापुर, कुआलालंपुर, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अंडमान, गोवा, पुणे और कोलकाता जैसे गंतव्यों से आने-जाने वाली उड़ानें शामिल हैं.
क्या है भोगी फेस्टिवल?
भोगी उत्सव के दौरान पुराने कपड़े और अन्य सामान जलाने की परंपरा है, जिससे निकलने वाले धुएं से हवाई अड्डे पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई. हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि इससे उड़ानों में काफी परेशानी आ रही है. सभी यात्रियों को फोन संदेश के माध्यम से उड़ान कार्यक्रम में बदलाव की सूचना दी गई. वहीं अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. अगर धुआं बढ़ता है, तो आने वाली उड़ानों को वैकल्पिक हवाई अड्डों पर भेजने की तैयारी कर ली गई है. गौरतलब है कि हर साल भोगी उत्सव के दौरान चेन्नई हवाई अड्डे को परेशानी का सामना करना पड़ता है. 2018 में धुएं के कारण 73 प्रस्थान और 45 आगमन सहित 118 उड़ानें प्रभावित हुईं. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में व्यवधानों की संख्या धीरे-धीरे कम हुई है. 2024 में केवल 51 उड़ानें (27 आगमन और 24 प्रस्थान) प्रभावित हुई थीं.
भोगी स्मॉग है खतरनाक
ओमान एयर, एतिहाद और एयरएशिया सहित अंतर्राष्ट्रीय वाहकों ने समय बदला है. चेन्नई और कुआलालंपुर के बीच उड़ानें संचालित करने वाली एयरएशिया ने 15 जनवरी तक तीन दिनों के लिए अपनी उड़ानों को पुनर्निर्धारित किया है.
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि भोगी स्मॉग के कारण उड़ानों में व्यवधान एक गंभीर समस्या है. हवाई अड्डे के नजदीक रहने वाले लोगों को कचरा न जलाने के लिए जागरूक भी किया गया है. पिछले कुछ वर्षों में, नागरिक अधिकारियों और पुलिस द्वारा लागू किए गए उपायों के कारण समस्या में काफी कमी आई है.
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि केवल सीमित संख्या में पायलटों को 400 मीटर से कम की विजिबिलिटी में उड़ान भरने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे उड़ान रद्द करने और उसका समय बदलने की जरूरत पड़ती है. सोमवार की सुबह चेन्नई में हवा की गुणवत्ता में काफी गिरावट आई क्योंकि भोगी के धुएं ने शहर को ढक लिया. घने धुएं के कारण मोटर चालकों के लिए दृश्यता की समस्या पैदा हो गई और निवासियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया. आधी रात से हल्की बारिश ने वायु प्रदूषण को थोड़ा कम करने में मदद की है, लेकिन तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने चेतावनी दी कि आने वाले घंटों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना है. टीएनपीसीबी भोगी के दिन और त्योहार से पहले और बाद के दिनों में 24 घंटे चेन्नई में 15 स्थानों पर वायु गुणवत्ता की निगरानी कर रहा है. इनपुट आईएएनएस से भी
इस साल पोंगल 14 से 17 जनवरी तक मनाया जाएगा
इस साल पोंगल 14 से 17 जनवरी तक मनाया जाने वाला है. पोंगल के त्योहार पर तमिलनाडू में बड़ी धूम और उत्साह देखने को मिलता है. चार दिनों तक चलने वाले इस त्योहार की शुरुआत ‘भोगी पोंगल’ से होती है. दूसरे दिन ‘सूर्य पोंगल’, तीसरे दिन ‘मट्टू पोंगल’ और चौथे दिन ‘कन्नम पोंगल’ मनाया जाता है. हर पोंगल को अलग-अलग परंपराओं के साथ मनाया जाता है.
पहले दिन भोगी पोंगल
भोगी पोंगल के दिन को भगवान इंद्र देव को समर्पित किया गया है. भोगी पोंगल को इंद्रन भी कहते हैं. भोगी पोंगल के दिन लोग अच्छी फसल की पैदावार के लिए बारिश के देवता माने जाने वाले इंद्र की पूजा करते हैं. पूजा के जरिये लोग इंद्र देव को धन्यवाद देते हैं. मान्यता है कि भोगी पोंगल पर इंद्र देव की पूजा से घर में सुख-समृद्धि आती है.
भोगी फेस्टिवल की वजह से उड़ान रद्द
भोगी उत्सव में पुरानी चीजों को जलाने की परंपरा के चलते निकलने वाले धुएं के कारण सोमवार सुबह दिल्ली और बेंगलुरु से आने वाली इंडिगो की तीन उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. इन उड़ानों को रद्द करने के अलावा, हवाई अड्डे ने एहतियात के तौर पर 30 उड़ानों के आगमन और प्रस्थान के कार्यक्रम में भी बदलाव किया है. प्रभावित उड़ानों में दुबई, अबू धाबी, दोहा, मस्कट, कुवैत, सिंगापुर, कुआलालंपुर, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अंडमान, गोवा, पुणे और कोलकाता जैसे गंतव्यों से आने-जाने वाली उड़ानें शामिल हैं.
क्या है भोगी फेस्टिवल?
भोगी उत्सव के दौरान पुराने कपड़े और अन्य सामान जलाने की परंपरा है, जिससे निकलने वाले धुएं से हवाई अड्डे पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई. हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि इससे उड़ानों में काफी परेशानी आ रही है. सभी यात्रियों को फोन संदेश के माध्यम से उड़ान कार्यक्रम में बदलाव की सूचना दी गई. वहीं अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. अगर धुआं बढ़ता है, तो आने वाली उड़ानों को वैकल्पिक हवाई अड्डों पर भेजने की तैयारी कर ली गई है. गौरतलब है कि हर साल भोगी उत्सव के दौरान चेन्नई हवाई अड्डे को परेशानी का सामना करना पड़ता है. 2018 में धुएं के कारण 73 प्रस्थान और 45 आगमन सहित 118 उड़ानें प्रभावित हुईं. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में व्यवधानों की संख्या धीरे-धीरे कम हुई है. 2024 में केवल 51 उड़ानें (27 आगमन और 24 प्रस्थान) प्रभावित हुई थीं.
भोगी स्मॉग है खतरनाक
ओमान एयर, एतिहाद और एयरएशिया सहित अंतर्राष्ट्रीय वाहकों ने समय बदला है. चेन्नई और कुआलालंपुर के बीच उड़ानें संचालित करने वाली एयरएशिया ने 15 जनवरी तक तीन दिनों के लिए अपनी उड़ानों को पुनर्निर्धारित किया है.
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि भोगी स्मॉग के कारण उड़ानों में व्यवधान एक गंभीर समस्या है. हवाई अड्डे के नजदीक रहने वाले लोगों को कचरा न जलाने के लिए जागरूक भी किया गया है. पिछले कुछ वर्षों में, नागरिक अधिकारियों और पुलिस द्वारा लागू किए गए उपायों के कारण समस्या में काफी कमी आई है.
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि केवल सीमित संख्या में पायलटों को 400 मीटर से कम की विजिबिलिटी में उड़ान भरने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे उड़ान रद्द करने और उसका समय बदलने की जरूरत पड़ती है. सोमवार की सुबह चेन्नई में हवा की गुणवत्ता में काफी गिरावट आई क्योंकि भोगी के धुएं ने शहर को ढक लिया. घने धुएं के कारण मोटर चालकों के लिए दृश्यता की समस्या पैदा हो गई और निवासियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया. आधी रात से हल्की बारिश ने वायु प्रदूषण को थोड़ा कम करने में मदद की है, लेकिन तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने चेतावनी दी कि आने वाले घंटों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना है. टीएनपीसीबी भोगी के दिन और त्योहार से पहले और बाद के दिनों में 24 घंटे चेन्नई में 15 स्थानों पर वायु गुणवत्ता की निगरानी कर रहा है. इनपुट आईएएनएस से भी
पहले दिन भोगी पोंगल
भोगी पोंगल के दिन को भगवान इंद्र देव को समर्पित किया गया है. भोगी पोंगल को इंद्रन भी कहते हैं. भोगी पोंगल के दिन लोग अच्छी फसल की पैदावार के लिए बारिश के देवता माने जाने वाले इंद्र की पूजा करते हैं. पूजा के जरिये लोग इंद्र देव को धन्यवाद देते हैं. मान्यता है कि भोगी पोंगल पर इंद्र देव की पूजा से घर में सुख-समृद्धि आती है.
भोगी फेस्टिवल की वजह से उड़ान रद्द
भोगी उत्सव में पुरानी चीजों को जलाने की परंपरा के चलते निकलने वाले धुएं के कारण सोमवार सुबह दिल्ली और बेंगलुरु से आने वाली इंडिगो की तीन उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. इन उड़ानों को रद्द करने के अलावा, हवाई अड्डे ने एहतियात के तौर पर 30 उड़ानों के आगमन और प्रस्थान के कार्यक्रम में भी बदलाव किया है. प्रभावित उड़ानों में दुबई, अबू धाबी, दोहा, मस्कट, कुवैत, सिंगापुर, कुआलालंपुर, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अंडमान, गोवा, पुणे और कोलकाता जैसे गंतव्यों से आने-जाने वाली उड़ानें शामिल हैं.
क्या है भोगी फेस्टिवल?
भोगी उत्सव के दौरान पुराने कपड़े और अन्य सामान जलाने की परंपरा है, जिससे निकलने वाले धुएं से हवाई अड्डे पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई. हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि इससे उड़ानों में काफी परेशानी आ रही है. सभी यात्रियों को फोन संदेश के माध्यम से उड़ान कार्यक्रम में बदलाव की सूचना दी गई. वहीं अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. अगर धुआं बढ़ता है, तो आने वाली उड़ानों को वैकल्पिक हवाई अड्डों पर भेजने की तैयारी कर ली गई है. गौरतलब है कि हर साल भोगी उत्सव के दौरान चेन्नई हवाई अड्डे को परेशानी का सामना करना पड़ता है. 2018 में धुएं के कारण 73 प्रस्थान और 45 आगमन सहित 118 उड़ानें प्रभावित हुईं. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में व्यवधानों की संख्या धीरे-धीरे कम हुई है. 2024 में केवल 51 उड़ानें (27 आगमन और 24 प्रस्थान) प्रभावित हुई थीं.
भोगी स्मॉग है खतरनाक
ओमान एयर, एतिहाद और एयरएशिया सहित अंतर्राष्ट्रीय वाहकों ने समय बदला है. चेन्नई और कुआलालंपुर के बीच उड़ानें संचालित करने वाली एयरएशिया ने 15 जनवरी तक तीन दिनों के लिए अपनी उड़ानों को पुनर्निर्धारित किया है.
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि भोगी स्मॉग के कारण उड़ानों में व्यवधान एक गंभीर समस्या है. हवाई अड्डे के नजदीक रहने वाले लोगों को कचरा न जलाने के लिए जागरूक भी किया गया है. पिछले कुछ वर्षों में, नागरिक अधिकारियों और पुलिस द्वारा लागू किए गए उपायों के कारण समस्या में काफी कमी आई है.
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि केवल सीमित संख्या में पायलटों को 400 मीटर से कम की विजिबिलिटी में उड़ान भरने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे उड़ान रद्द करने और उसका समय बदलने की जरूरत पड़ती है. सोमवार की सुबह चेन्नई में हवा की गुणवत्ता में काफी गिरावट आई क्योंकि भोगी के धुएं ने शहर को ढक लिया. घने धुएं के कारण मोटर चालकों के लिए दृश्यता की समस्या पैदा हो गई और निवासियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया. आधी रात से हल्की बारिश ने वायु प्रदूषण को थोड़ा कम करने में मदद की है, लेकिन तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने चेतावनी दी कि आने वाले घंटों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना है. टीएनपीसीबी भोगी के दिन और त्योहार से पहले और बाद के दिनों में 24 घंटे चेन्नई में 15 स्थानों पर वायु गुणवत्ता की निगरानी कर रहा है. इनपुट आईएएनएस से भी
भोगी फेस्टिवल की वजह से उड़ान रद्द
भोगी उत्सव में पुरानी चीजों को जलाने की परंपरा के चलते निकलने वाले धुएं के कारण सोमवार सुबह दिल्ली और बेंगलुरु से आने वाली इंडिगो की तीन उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. इन उड़ानों को रद्द करने के अलावा, हवाई अड्डे ने एहतियात के तौर पर 30 उड़ानों के आगमन और प्रस्थान के कार्यक्रम में भी बदलाव किया है. प्रभावित उड़ानों में दुबई, अबू धाबी, दोहा, मस्कट, कुवैत, सिंगापुर, कुआलालंपुर, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अंडमान, गोवा, पुणे और कोलकाता जैसे गंतव्यों से आने-जाने वाली उड़ानें शामिल हैं.
क्या है भोगी फेस्टिवल?
भोगी उत्सव के दौरान पुराने कपड़े और अन्य सामान जलाने की परंपरा है, जिससे निकलने वाले धुएं से हवाई अड्डे पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई. हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि इससे उड़ानों में काफी परेशानी आ रही है. सभी यात्रियों को फोन संदेश के माध्यम से उड़ान कार्यक्रम में बदलाव की सूचना दी गई. वहीं अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. अगर धुआं बढ़ता है, तो आने वाली उड़ानों को वैकल्पिक हवाई अड्डों पर भेजने की तैयारी कर ली गई है. गौरतलब है कि हर साल भोगी उत्सव के दौरान चेन्नई हवाई अड्डे को परेशानी का सामना करना पड़ता है. 2018 में धुएं के कारण 73 प्रस्थान और 45 आगमन सहित 118 उड़ानें प्रभावित हुईं. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में व्यवधानों की संख्या धीरे-धीरे कम हुई है. 2024 में केवल 51 उड़ानें (27 आगमन और 24 प्रस्थान) प्रभावित हुई थीं.
भोगी स्मॉग है खतरनाक
ओमान एयर, एतिहाद और एयरएशिया सहित अंतर्राष्ट्रीय वाहकों ने समय बदला है. चेन्नई और कुआलालंपुर के बीच उड़ानें संचालित करने वाली एयरएशिया ने 15 जनवरी तक तीन दिनों के लिए अपनी उड़ानों को पुनर्निर्धारित किया है.
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि भोगी स्मॉग के कारण उड़ानों में व्यवधान एक गंभीर समस्या है. हवाई अड्डे के नजदीक रहने वाले लोगों को कचरा न जलाने के लिए जागरूक भी किया गया है. पिछले कुछ वर्षों में, नागरिक अधिकारियों और पुलिस द्वारा लागू किए गए उपायों के कारण समस्या में काफी कमी आई है.
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि केवल सीमित संख्या में पायलटों को 400 मीटर से कम की विजिबिलिटी में उड़ान भरने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे उड़ान रद्द करने और उसका समय बदलने की जरूरत पड़ती है. सोमवार की सुबह चेन्नई में हवा की गुणवत्ता में काफी गिरावट आई क्योंकि भोगी के धुएं ने शहर को ढक लिया. घने धुएं के कारण मोटर चालकों के लिए दृश्यता की समस्या पैदा हो गई और निवासियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया. आधी रात से हल्की बारिश ने वायु प्रदूषण को थोड़ा कम करने में मदद की है, लेकिन तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने चेतावनी दी कि आने वाले घंटों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना है. टीएनपीसीबी भोगी के दिन और त्योहार से पहले और बाद के दिनों में 24 घंटे चेन्नई में 15 स्थानों पर वायु गुणवत्ता की निगरानी कर रहा है. इनपुट आईएएनएस से भी
क्या है भोगी फेस्टिवल?
भोगी उत्सव के दौरान पुराने कपड़े और अन्य सामान जलाने की परंपरा है, जिससे निकलने वाले धुएं से हवाई अड्डे पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई. हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि इससे उड़ानों में काफी परेशानी आ रही है. सभी यात्रियों को फोन संदेश के माध्यम से उड़ान कार्यक्रम में बदलाव की सूचना दी गई. वहीं अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. अगर धुआं बढ़ता है, तो आने वाली उड़ानों को वैकल्पिक हवाई अड्डों पर भेजने की तैयारी कर ली गई है. गौरतलब है कि हर साल भोगी उत्सव के दौरान चेन्नई हवाई अड्डे को परेशानी का सामना करना पड़ता है. 2018 में धुएं के कारण 73 प्रस्थान और 45 आगमन सहित 118 उड़ानें प्रभावित हुईं. हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में व्यवधानों की संख्या धीरे-धीरे कम हुई है. 2024 में केवल 51 उड़ानें (27 आगमन और 24 प्रस्थान) प्रभावित हुई थीं.
भोगी स्मॉग है खतरनाक
ओमान एयर, एतिहाद और एयरएशिया सहित अंतर्राष्ट्रीय वाहकों ने समय बदला है. चेन्नई और कुआलालंपुर के बीच उड़ानें संचालित करने वाली एयरएशिया ने 15 जनवरी तक तीन दिनों के लिए अपनी उड़ानों को पुनर्निर्धारित किया है.
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि भोगी स्मॉग के कारण उड़ानों में व्यवधान एक गंभीर समस्या है. हवाई अड्डे के नजदीक रहने वाले लोगों को कचरा न जलाने के लिए जागरूक भी किया गया है. पिछले कुछ वर्षों में, नागरिक अधिकारियों और पुलिस द्वारा लागू किए गए उपायों के कारण समस्या में काफी कमी आई है.
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि केवल सीमित संख्या में पायलटों को 400 मीटर से कम की विजिबिलिटी में उड़ान भरने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे उड़ान रद्द करने और उसका समय बदलने की जरूरत पड़ती है. सोमवार की सुबह चेन्नई में हवा की गुणवत्ता में काफी गिरावट आई क्योंकि भोगी के धुएं ने शहर को ढक लिया. घने धुएं के कारण मोटर चालकों के लिए दृश्यता की समस्या पैदा हो गई और निवासियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया. आधी रात से हल्की बारिश ने वायु प्रदूषण को थोड़ा कम करने में मदद की है, लेकिन तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने चेतावनी दी कि आने वाले घंटों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना है. टीएनपीसीबी भोगी के दिन और त्योहार से पहले और बाद के दिनों में 24 घंटे चेन्नई में 15 स्थानों पर वायु गुणवत्ता की निगरानी कर रहा है. इनपुट आईएएनएस से भी
भोगी स्मॉग है खतरनाक
ओमान एयर, एतिहाद और एयरएशिया सहित अंतर्राष्ट्रीय वाहकों ने समय बदला है. चेन्नई और कुआलालंपुर के बीच उड़ानें संचालित करने वाली एयरएशिया ने 15 जनवरी तक तीन दिनों के लिए अपनी उड़ानों को पुनर्निर्धारित किया है.
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि भोगी स्मॉग के कारण उड़ानों में व्यवधान एक गंभीर समस्या है. हवाई अड्डे के नजदीक रहने वाले लोगों को कचरा न जलाने के लिए जागरूक भी किया गया है. पिछले कुछ वर्षों में, नागरिक अधिकारियों और पुलिस द्वारा लागू किए गए उपायों के कारण समस्या में काफी कमी आई है.
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि केवल सीमित संख्या में पायलटों को 400 मीटर से कम की विजिबिलिटी में उड़ान भरने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे उड़ान रद्द करने और उसका समय बदलने की जरूरत पड़ती है. सोमवार की सुबह चेन्नई में हवा की गुणवत्ता में काफी गिरावट आई क्योंकि भोगी के धुएं ने शहर को ढक लिया. घने धुएं के कारण मोटर चालकों के लिए दृश्यता की समस्या पैदा हो गई और निवासियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया. आधी रात से हल्की बारिश ने वायु प्रदूषण को थोड़ा कम करने में मदद की है, लेकिन तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने चेतावनी दी कि आने वाले घंटों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना है. टीएनपीसीबी भोगी के दिन और त्योहार से पहले और बाद के दिनों में 24 घंटे चेन्नई में 15 स्थानों पर वायु गुणवत्ता की निगरानी कर रहा है. इनपुट आईएएनएस से भी
हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि केवल सीमित संख्या में पायलटों को 400 मीटर से कम की विजिबिलिटी में उड़ान भरने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे उड़ान रद्द करने और उसका समय बदलने की जरूरत पड़ती है. सोमवार की सुबह चेन्नई में हवा की गुणवत्ता में काफी गिरावट आई क्योंकि भोगी के धुएं ने शहर को ढक लिया. घने धुएं के कारण मोटर चालकों के लिए दृश्यता की समस्या पैदा हो गई और निवासियों के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया. आधी रात से हल्की बारिश ने वायु प्रदूषण को थोड़ा कम करने में मदद की है, लेकिन तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (टीएनपीसीबी) ने चेतावनी दी कि आने वाले घंटों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की संभावना है. टीएनपीसीबी भोगी के दिन और त्योहार से पहले और बाद के दिनों में 24 घंटे चेन्नई में 15 स्थानों पर वायु गुणवत्ता की निगरानी कर रहा है. इनपुट आईएएनएस से भी
