RSS Headquarter Photos: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नए दिल्ली दफ्तर ‘केशव कुंज’ का बुधवार को उद्घाटन होगा. इस प्रोग्राम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत और भारतीय जनता पार्टी के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे. प्रोग्राम दोपहर 4 बजे के बाद शुरू होगा, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा हिस्सा लेंगे. संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले और कई सीनियर पदाधिकारी भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे.
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RSS के नए दफ्तर में 300 कमरे
उद्घाटन समारोह में आरएसएस से जुड़े करीब 4000 लोग शामिल होंगे. दिन भर पूजा और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे. संघ प्रमुख मोहन भागवत इस नए दफ्तर में दिल्ली राज्य की पहली बैठक करेंगे. यह नया दफ्तर करीब चार एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 12 मंजिला तीन टॉवर, लगभग 300 कमरे और कार्यालय बनाए गए हैं. यहां 270 गाड़ियों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था है.
RSS के नए दफ्तर में क्या-क्या है?
नए आरएसएस कार्यालय में आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक भारतीय वास्तुकला का संयोजन किया गया है. यह भवन करीब 5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें टॉवर, ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी, अस्पताल और एक हनुमान मंदिर भी शामिल हैं. इस भव्य इमारत का निर्माण सार्वजनिक दान से हुआ है, जिसमें 75 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना योगदान दिया. निर्माण के काम में लगभग आठ साल लगे और इसकी कुल लागत करीब 150 करोड़ रुपये आई है.
कैसे बनाया गया है RSS का नया दफ्तर?
आरएसएस के इस नए कार्यालय को गुजरात के मशहूर वास्तुकार अनूप दवे ने डिजाइन किया है. इसमें हवादार संरचना और प्राकृतिक रोशनी की पूरी व्यवस्था की गई है. तीनों टॉवर का नाम ‘साधना’, ‘प्रेरणा’ और ‘अर्चना’ रखा गया है. जैसे ही कोई संघ कार्यालय में प्रवेश करेगा, सबसे पहले ‘साधना’ टॉवर आएगा, उसके बाद ‘प्रेरणा’ और आखिर में ‘अर्चना’ टॉवर होगा.
पिछले 8 वर्षों से किराये के दफ्तर में काम कर रहा RSS
आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
(इनपुट- आईएएनएस)
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RSS के नए दफ्तर में 300 कमरे
उद्घाटन समारोह में आरएसएस से जुड़े करीब 4000 लोग शामिल होंगे. दिन भर पूजा और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे. संघ प्रमुख मोहन भागवत इस नए दफ्तर में दिल्ली राज्य की पहली बैठक करेंगे. यह नया दफ्तर करीब चार एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 12 मंजिला तीन टॉवर, लगभग 300 कमरे और कार्यालय बनाए गए हैं. यहां 270 गाड़ियों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था है.
RSS के नए दफ्तर में क्या-क्या है?
नए आरएसएस कार्यालय में आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक भारतीय वास्तुकला का संयोजन किया गया है. यह भवन करीब 5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें टॉवर, ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी, अस्पताल और एक हनुमान मंदिर भी शामिल हैं. इस भव्य इमारत का निर्माण सार्वजनिक दान से हुआ है, जिसमें 75 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना योगदान दिया. निर्माण के काम में लगभग आठ साल लगे और इसकी कुल लागत करीब 150 करोड़ रुपये आई है.
कैसे बनाया गया है RSS का नया दफ्तर?
आरएसएस के इस नए कार्यालय को गुजरात के मशहूर वास्तुकार अनूप दवे ने डिजाइन किया है. इसमें हवादार संरचना और प्राकृतिक रोशनी की पूरी व्यवस्था की गई है. तीनों टॉवर का नाम ‘साधना’, ‘प्रेरणा’ और ‘अर्चना’ रखा गया है. जैसे ही कोई संघ कार्यालय में प्रवेश करेगा, सबसे पहले ‘साधना’ टॉवर आएगा, उसके बाद ‘प्रेरणा’ और आखिर में ‘अर्चना’ टॉवर होगा.
पिछले 8 वर्षों से किराये के दफ्तर में काम कर रहा RSS
आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
(इनपुट- आईएएनएस)
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RSS के नए दफ्तर में 300 कमरे
उद्घाटन समारोह में आरएसएस से जुड़े करीब 4000 लोग शामिल होंगे. दिन भर पूजा और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे. संघ प्रमुख मोहन भागवत इस नए दफ्तर में दिल्ली राज्य की पहली बैठक करेंगे. यह नया दफ्तर करीब चार एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 12 मंजिला तीन टॉवर, लगभग 300 कमरे और कार्यालय बनाए गए हैं. यहां 270 गाड़ियों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था है.
RSS के नए दफ्तर में क्या-क्या है?
नए आरएसएस कार्यालय में आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक भारतीय वास्तुकला का संयोजन किया गया है. यह भवन करीब 5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें टॉवर, ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी, अस्पताल और एक हनुमान मंदिर भी शामिल हैं. इस भव्य इमारत का निर्माण सार्वजनिक दान से हुआ है, जिसमें 75 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना योगदान दिया. निर्माण के काम में लगभग आठ साल लगे और इसकी कुल लागत करीब 150 करोड़ रुपये आई है.
कैसे बनाया गया है RSS का नया दफ्तर?
आरएसएस के इस नए कार्यालय को गुजरात के मशहूर वास्तुकार अनूप दवे ने डिजाइन किया है. इसमें हवादार संरचना और प्राकृतिक रोशनी की पूरी व्यवस्था की गई है. तीनों टॉवर का नाम ‘साधना’, ‘प्रेरणा’ और ‘अर्चना’ रखा गया है. जैसे ही कोई संघ कार्यालय में प्रवेश करेगा, सबसे पहले ‘साधना’ टॉवर आएगा, उसके बाद ‘प्रेरणा’ और आखिर में ‘अर्चना’ टॉवर होगा.
पिछले 8 वर्षों से किराये के दफ्तर में काम कर रहा RSS
आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
(इनपुट- आईएएनएस)
उद्घाटन समारोह में आरएसएस से जुड़े करीब 4000 लोग शामिल होंगे. दिन भर पूजा और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे. संघ प्रमुख मोहन भागवत इस नए दफ्तर में दिल्ली राज्य की पहली बैठक करेंगे. यह नया दफ्तर करीब चार एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 12 मंजिला तीन टॉवर, लगभग 300 कमरे और कार्यालय बनाए गए हैं. यहां 270 गाड़ियों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था है.
RSS के नए दफ्तर में क्या-क्या है?
नए आरएसएस कार्यालय में आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक भारतीय वास्तुकला का संयोजन किया गया है. यह भवन करीब 5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें टॉवर, ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी, अस्पताल और एक हनुमान मंदिर भी शामिल हैं. इस भव्य इमारत का निर्माण सार्वजनिक दान से हुआ है, जिसमें 75 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना योगदान दिया. निर्माण के काम में लगभग आठ साल लगे और इसकी कुल लागत करीब 150 करोड़ रुपये आई है.
कैसे बनाया गया है RSS का नया दफ्तर?
आरएसएस के इस नए कार्यालय को गुजरात के मशहूर वास्तुकार अनूप दवे ने डिजाइन किया है. इसमें हवादार संरचना और प्राकृतिक रोशनी की पूरी व्यवस्था की गई है. तीनों टॉवर का नाम ‘साधना’, ‘प्रेरणा’ और ‘अर्चना’ रखा गया है. जैसे ही कोई संघ कार्यालय में प्रवेश करेगा, सबसे पहले ‘साधना’ टॉवर आएगा, उसके बाद ‘प्रेरणा’ और आखिर में ‘अर्चना’ टॉवर होगा.
पिछले 8 वर्षों से किराये के दफ्तर में काम कर रहा RSS
आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
(इनपुट- आईएएनएस)
RSS के नए दफ्तर में क्या-क्या है?
नए आरएसएस कार्यालय में आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक भारतीय वास्तुकला का संयोजन किया गया है. यह भवन करीब 5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें टॉवर, ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी, अस्पताल और एक हनुमान मंदिर भी शामिल हैं. इस भव्य इमारत का निर्माण सार्वजनिक दान से हुआ है, जिसमें 75 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना योगदान दिया. निर्माण के काम में लगभग आठ साल लगे और इसकी कुल लागत करीब 150 करोड़ रुपये आई है.
कैसे बनाया गया है RSS का नया दफ्तर?
आरएसएस के इस नए कार्यालय को गुजरात के मशहूर वास्तुकार अनूप दवे ने डिजाइन किया है. इसमें हवादार संरचना और प्राकृतिक रोशनी की पूरी व्यवस्था की गई है. तीनों टॉवर का नाम ‘साधना’, ‘प्रेरणा’ और ‘अर्चना’ रखा गया है. जैसे ही कोई संघ कार्यालय में प्रवेश करेगा, सबसे पहले ‘साधना’ टॉवर आएगा, उसके बाद ‘प्रेरणा’ और आखिर में ‘अर्चना’ टॉवर होगा.
पिछले 8 वर्षों से किराये के दफ्तर में काम कर रहा RSS
आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
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नए आरएसएस कार्यालय में आधुनिक सुविधाओं के साथ पारंपरिक भारतीय वास्तुकला का संयोजन किया गया है. यह भवन करीब 5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें टॉवर, ऑडिटोरियम, लाइब्रेरी, अस्पताल और एक हनुमान मंदिर भी शामिल हैं. इस भव्य इमारत का निर्माण सार्वजनिक दान से हुआ है, जिसमें 75 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना योगदान दिया. निर्माण के काम में लगभग आठ साल लगे और इसकी कुल लागत करीब 150 करोड़ रुपये आई है.
कैसे बनाया गया है RSS का नया दफ्तर?
आरएसएस के इस नए कार्यालय को गुजरात के मशहूर वास्तुकार अनूप दवे ने डिजाइन किया है. इसमें हवादार संरचना और प्राकृतिक रोशनी की पूरी व्यवस्था की गई है. तीनों टॉवर का नाम ‘साधना’, ‘प्रेरणा’ और ‘अर्चना’ रखा गया है. जैसे ही कोई संघ कार्यालय में प्रवेश करेगा, सबसे पहले ‘साधना’ टॉवर आएगा, उसके बाद ‘प्रेरणा’ और आखिर में ‘अर्चना’ टॉवर होगा.
पिछले 8 वर्षों से किराये के दफ्तर में काम कर रहा RSS
आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
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आरएसएस के इस नए कार्यालय को गुजरात के मशहूर वास्तुकार अनूप दवे ने डिजाइन किया है. इसमें हवादार संरचना और प्राकृतिक रोशनी की पूरी व्यवस्था की गई है. तीनों टॉवर का नाम ‘साधना’, ‘प्रेरणा’ और ‘अर्चना’ रखा गया है. जैसे ही कोई संघ कार्यालय में प्रवेश करेगा, सबसे पहले ‘साधना’ टॉवर आएगा, उसके बाद ‘प्रेरणा’ और आखिर में ‘अर्चना’ टॉवर होगा.
पिछले 8 वर्षों से किराये के दफ्तर में काम कर रहा RSS
आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
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पिछले 8 वर्षों से किराये के दफ्तर में काम कर रहा RSS
आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
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पिछले 8 वर्षों से किराये के दफ्तर में काम कर रहा RSS
आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
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आरएसएस पिछले आठ वर्षों से किराए के परिसर में अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहा था. अब नए और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्यालय में कामकाज शुरू होगा. संघ के इस नए केंद्र को संगठनात्मक गतिविधियों को और ज्यदा प्रभावी बनाने के लिए तैयार किया गया है.
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