Parliament Budget Session 2025: पॉपुलर शो बिग बॉस को लेकर बीजेपी सांसद ने बड़ी मांग कर दी है. बीजेपी सासंद ने रियालिटी शो बिग बॉस को तत्काल बैन करने की मांग करते हुए दावा किया कि इसके एपिसोड में अश्लील कंटेंट दिखाया जाता है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनिल फिरोजिया ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि टेलीविजन के मशहूर रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ पर तत्काल रोक लगाई जाए क्योंकि इसमें अश्लीलता और अभद्र भाषा को बढ़ावा दिया जा रहा है जो समाज के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
बिग बॉस समाज के लिए खतरा
मध्य प्रदेश के उज्जैन से लोकसभा सदस्य फिरोजिया ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाया. उन्होंने कहा, ‘‘बिग बॉस एक ऐसा शो है जिसे भारतीय टीवी पर बड़े पैमाने पर प्रसारित किया जाता है और इसके करोड़ों दर्शक हैं.’’ फिरोजिया ने कहा, ‘‘शुरुआत में यह एक सामान्य रियलिटी शो था, लेकिन बाद में इसमें अश्लीलता और विवादों का स्तर बढ़ गया जो न सिर्फ इसे देखने वालों के लिए, बल्कि समाज के लिए खतरनाक हो सकता है.’’
शो में अभद्र भाषाा
उन्होंने दावा किया कि शो में अक्सर अभद्र भाषा और विवादों को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा कई बार प्रतियोगियों के ‘‘निजी जीवन की गंदगी’’ को दिखाया जाता है. सांसद ने कहा, ‘‘हमारे युवाओं और बच्चों पर इस शो का बहुत गहरा असर हो रहा है.’’ फिरोजिया ने इस शो के होस्ट अभिनेता सलमान खान का नाम लेते हुए कहा, ‘‘मैं मांग करता हूं कि इस शो और ऐसे अन्य शो पर तुरंत रोक लगाई जाए.’’
शोले और दीवार फिल्म पर डाक टिकट जारी की जाए
उधर जया बच्चन ने सरकार से फिल्म “दीवार” और “शोले” के लिए स्मारक टिकट जारी करने का अनुरोध किया. उन्होंने इन फिल्मों की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए यह अनुरोध किया. उन्होंने कहा, ‘यह पहल पीढ़ियों के बीच एक सांस्कृतिक पुल के रूप में काम करेगी, जो भारतीय सिनेमाई विरासत को संरक्षित करने के महत्व और हमारी सांस्कृतिक पहचान को आकार देने में सिनेमा की भूमिका पर प्रकाश डालेगी.’ इनपुट भाषा से
बिग बॉस समाज के लिए खतरा
मध्य प्रदेश के उज्जैन से लोकसभा सदस्य फिरोजिया ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाया. उन्होंने कहा, ‘‘बिग बॉस एक ऐसा शो है जिसे भारतीय टीवी पर बड़े पैमाने पर प्रसारित किया जाता है और इसके करोड़ों दर्शक हैं.’’ फिरोजिया ने कहा, ‘‘शुरुआत में यह एक सामान्य रियलिटी शो था, लेकिन बाद में इसमें अश्लीलता और विवादों का स्तर बढ़ गया जो न सिर्फ इसे देखने वालों के लिए, बल्कि समाज के लिए खतरनाक हो सकता है.’’
शो में अभद्र भाषाा
उन्होंने दावा किया कि शो में अक्सर अभद्र भाषा और विवादों को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा कई बार प्रतियोगियों के ‘‘निजी जीवन की गंदगी’’ को दिखाया जाता है. सांसद ने कहा, ‘‘हमारे युवाओं और बच्चों पर इस शो का बहुत गहरा असर हो रहा है.’’ फिरोजिया ने इस शो के होस्ट अभिनेता सलमान खान का नाम लेते हुए कहा, ‘‘मैं मांग करता हूं कि इस शो और ऐसे अन्य शो पर तुरंत रोक लगाई जाए.’’
शोले और दीवार फिल्म पर डाक टिकट जारी की जाए
उधर जया बच्चन ने सरकार से फिल्म “दीवार” और “शोले” के लिए स्मारक टिकट जारी करने का अनुरोध किया. उन्होंने इन फिल्मों की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए यह अनुरोध किया. उन्होंने कहा, ‘यह पहल पीढ़ियों के बीच एक सांस्कृतिक पुल के रूप में काम करेगी, जो भारतीय सिनेमाई विरासत को संरक्षित करने के महत्व और हमारी सांस्कृतिक पहचान को आकार देने में सिनेमा की भूमिका पर प्रकाश डालेगी.’ इनपुट भाषा से
शो में अभद्र भाषाा
उन्होंने दावा किया कि शो में अक्सर अभद्र भाषा और विवादों को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा कई बार प्रतियोगियों के ‘‘निजी जीवन की गंदगी’’ को दिखाया जाता है. सांसद ने कहा, ‘‘हमारे युवाओं और बच्चों पर इस शो का बहुत गहरा असर हो रहा है.’’ फिरोजिया ने इस शो के होस्ट अभिनेता सलमान खान का नाम लेते हुए कहा, ‘‘मैं मांग करता हूं कि इस शो और ऐसे अन्य शो पर तुरंत रोक लगाई जाए.’’
शोले और दीवार फिल्म पर डाक टिकट जारी की जाए
उधर जया बच्चन ने सरकार से फिल्म “दीवार” और “शोले” के लिए स्मारक टिकट जारी करने का अनुरोध किया. उन्होंने इन फिल्मों की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए यह अनुरोध किया. उन्होंने कहा, ‘यह पहल पीढ़ियों के बीच एक सांस्कृतिक पुल के रूप में काम करेगी, जो भारतीय सिनेमाई विरासत को संरक्षित करने के महत्व और हमारी सांस्कृतिक पहचान को आकार देने में सिनेमा की भूमिका पर प्रकाश डालेगी.’ इनपुट भाषा से
शोले और दीवार फिल्म पर डाक टिकट जारी की जाए
उधर जया बच्चन ने सरकार से फिल्म “दीवार” और “शोले” के लिए स्मारक टिकट जारी करने का अनुरोध किया. उन्होंने इन फिल्मों की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए यह अनुरोध किया. उन्होंने कहा, ‘यह पहल पीढ़ियों के बीच एक सांस्कृतिक पुल के रूप में काम करेगी, जो भारतीय सिनेमाई विरासत को संरक्षित करने के महत्व और हमारी सांस्कृतिक पहचान को आकार देने में सिनेमा की भूमिका पर प्रकाश डालेगी.’ इनपुट भाषा से
