Trending: हाल ही में यूपी में योगी सरकार के आठ साल पूरे हुए तो सरकार के विधायक और मंत्री अपनी सरकार के कामों का लेखा जोखा बताने की नीयत से अलग-अलग आयोजनों में पहुंचे. पूरे प्रदेश में इस मौके पर कई आयोजन हुए लेकिन हापुड़ में इस दौरान जो कुछ हुआ उसकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गया. क्या है पूरा मामला आइए बताते हैं. पश्चिमी यूपी के हापुड़ में एक कार्यक्रम के दौरान विधायक जी अचानक ही भड़क गए. उन्होंने कर्मचारी के खिलाफ एक्शन लेने के लिए डीएम तक को फोन मिला दिया. उनके गुस्से की वजह अगर आप जान जाएंगे तो चौंक जाएंगे.
चाय पर चर्चा में गुस्सा भड़का
बीजेपी विधायक राज्य सरकार के आठ साल पूरा होने पर प्रेस वार्ता करने गए थे. वार्ता खत्म होने के बाद वो पत्रकारों के साथ चाय पर चर्चा करना चाह रहे थे. इसी बीच उन्होंने एक सरकारी कर्मचारी से चाय की डिमांड करवा दी. जिसके बाद ये पूरा विवाद खड़ा हो गया. ADO पंचायत को जब विधायक जी की चाय के लिए कहा गया तो वो भड़क गए. उन्होंने कहा की मैं चाय पिलाने के लिए थोड़े ही रखा गया हूं. ऐसे तो कितने ही आते हैं विधायक जी.
एडीओ का जवाब वायरल
उन्होंने ने कहा की भाई चाय पिला दो. इस पर एडीओ बोले- चाय मैंने कई बार पिला दी. क्या मैं इनको हमेशा चाय पिलाता रहूंगा. भाई आप बोल कैसे रहे हो. कैसे चाय पिला दी? तो आप जिससे चाहो कह देना. मैं चाय नहीं पिलवाऊंगा’. साफ है कि ब्लॉक में तैनात एडीओ ने विधायक जी को दो टूक जब चाय के लिए मना कर दिया तो साहब ने कार्रवाई के लिए डीएम तक को फोन कर दिया. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें इस तरह का जवाब मिलना बुरा लग गया, वजह थी अफसर की ना क्योंकि साहब विधायक थे इलाके के.
हालांकि मौके पर मौजूद लोगों के अलावा इस संवाद का वीडियो वायरल होने के बाद नेटिजंस ने कहा, ‘इतना भी भड़कने की जरूरत नहीं थी. क्या ही गलत कहा एडीओ साहब ने वो सहायक विकास अधिकारी हैं जो ग्राम पंचायत के विकास और प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं माना की आप पढ़ाई के साथ ही राजनीतिक में मेहनत करने लग गए. मेहनत से चुनाव जीतकर विधायक भी बन गए. लेकिन सक्सेना जी भी मेहनत से पढ़ाई कर के ही एडीओ बने हैं. अब बार बार चाय के लिए उन्होंने बोलेंगे तो बुरा तो उन्हें भी लग ही सकता है खैर अब ये देखने वाली बात होगी की विधायक जी के शिकायत पर डीएम साहब क्या एक्शन लेते हैं.
चाय पर चर्चा में गुस्सा भड़का
बीजेपी विधायक राज्य सरकार के आठ साल पूरा होने पर प्रेस वार्ता करने गए थे. वार्ता खत्म होने के बाद वो पत्रकारों के साथ चाय पर चर्चा करना चाह रहे थे. इसी बीच उन्होंने एक सरकारी कर्मचारी से चाय की डिमांड करवा दी. जिसके बाद ये पूरा विवाद खड़ा हो गया. ADO पंचायत को जब विधायक जी की चाय के लिए कहा गया तो वो भड़क गए. उन्होंने कहा की मैं चाय पिलाने के लिए थोड़े ही रखा गया हूं. ऐसे तो कितने ही आते हैं विधायक जी.
एडीओ का जवाब वायरल
उन्होंने ने कहा की भाई चाय पिला दो. इस पर एडीओ बोले- चाय मैंने कई बार पिला दी. क्या मैं इनको हमेशा चाय पिलाता रहूंगा. भाई आप बोल कैसे रहे हो. कैसे चाय पिला दी? तो आप जिससे चाहो कह देना. मैं चाय नहीं पिलवाऊंगा’. साफ है कि ब्लॉक में तैनात एडीओ ने विधायक जी को दो टूक जब चाय के लिए मना कर दिया तो साहब ने कार्रवाई के लिए डीएम तक को फोन कर दिया. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें इस तरह का जवाब मिलना बुरा लग गया, वजह थी अफसर की ना क्योंकि साहब विधायक थे इलाके के.
हालांकि मौके पर मौजूद लोगों के अलावा इस संवाद का वीडियो वायरल होने के बाद नेटिजंस ने कहा, ‘इतना भी भड़कने की जरूरत नहीं थी. क्या ही गलत कहा एडीओ साहब ने वो सहायक विकास अधिकारी हैं जो ग्राम पंचायत के विकास और प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं माना की आप पढ़ाई के साथ ही राजनीतिक में मेहनत करने लग गए. मेहनत से चुनाव जीतकर विधायक भी बन गए. लेकिन सक्सेना जी भी मेहनत से पढ़ाई कर के ही एडीओ बने हैं. अब बार बार चाय के लिए उन्होंने बोलेंगे तो बुरा तो उन्हें भी लग ही सकता है खैर अब ये देखने वाली बात होगी की विधायक जी के शिकायत पर डीएम साहब क्या एक्शन लेते हैं.
बीजेपी विधायक राज्य सरकार के आठ साल पूरा होने पर प्रेस वार्ता करने गए थे. वार्ता खत्म होने के बाद वो पत्रकारों के साथ चाय पर चर्चा करना चाह रहे थे. इसी बीच उन्होंने एक सरकारी कर्मचारी से चाय की डिमांड करवा दी. जिसके बाद ये पूरा विवाद खड़ा हो गया. ADO पंचायत को जब विधायक जी की चाय के लिए कहा गया तो वो भड़क गए. उन्होंने कहा की मैं चाय पिलाने के लिए थोड़े ही रखा गया हूं. ऐसे तो कितने ही आते हैं विधायक जी.
एडीओ का जवाब वायरल
उन्होंने ने कहा की भाई चाय पिला दो. इस पर एडीओ बोले- चाय मैंने कई बार पिला दी. क्या मैं इनको हमेशा चाय पिलाता रहूंगा. भाई आप बोल कैसे रहे हो. कैसे चाय पिला दी? तो आप जिससे चाहो कह देना. मैं चाय नहीं पिलवाऊंगा’. साफ है कि ब्लॉक में तैनात एडीओ ने विधायक जी को दो टूक जब चाय के लिए मना कर दिया तो साहब ने कार्रवाई के लिए डीएम तक को फोन कर दिया. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें इस तरह का जवाब मिलना बुरा लग गया, वजह थी अफसर की ना क्योंकि साहब विधायक थे इलाके के.
हालांकि मौके पर मौजूद लोगों के अलावा इस संवाद का वीडियो वायरल होने के बाद नेटिजंस ने कहा, ‘इतना भी भड़कने की जरूरत नहीं थी. क्या ही गलत कहा एडीओ साहब ने वो सहायक विकास अधिकारी हैं जो ग्राम पंचायत के विकास और प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं माना की आप पढ़ाई के साथ ही राजनीतिक में मेहनत करने लग गए. मेहनत से चुनाव जीतकर विधायक भी बन गए. लेकिन सक्सेना जी भी मेहनत से पढ़ाई कर के ही एडीओ बने हैं. अब बार बार चाय के लिए उन्होंने बोलेंगे तो बुरा तो उन्हें भी लग ही सकता है खैर अब ये देखने वाली बात होगी की विधायक जी के शिकायत पर डीएम साहब क्या एक्शन लेते हैं.
एडीओ का जवाब वायरल
उन्होंने ने कहा की भाई चाय पिला दो. इस पर एडीओ बोले- चाय मैंने कई बार पिला दी. क्या मैं इनको हमेशा चाय पिलाता रहूंगा. भाई आप बोल कैसे रहे हो. कैसे चाय पिला दी? तो आप जिससे चाहो कह देना. मैं चाय नहीं पिलवाऊंगा’. साफ है कि ब्लॉक में तैनात एडीओ ने विधायक जी को दो टूक जब चाय के लिए मना कर दिया तो साहब ने कार्रवाई के लिए डीएम तक को फोन कर दिया. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें इस तरह का जवाब मिलना बुरा लग गया, वजह थी अफसर की ना क्योंकि साहब विधायक थे इलाके के.
हालांकि मौके पर मौजूद लोगों के अलावा इस संवाद का वीडियो वायरल होने के बाद नेटिजंस ने कहा, ‘इतना भी भड़कने की जरूरत नहीं थी. क्या ही गलत कहा एडीओ साहब ने वो सहायक विकास अधिकारी हैं जो ग्राम पंचायत के विकास और प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं माना की आप पढ़ाई के साथ ही राजनीतिक में मेहनत करने लग गए. मेहनत से चुनाव जीतकर विधायक भी बन गए. लेकिन सक्सेना जी भी मेहनत से पढ़ाई कर के ही एडीओ बने हैं. अब बार बार चाय के लिए उन्होंने बोलेंगे तो बुरा तो उन्हें भी लग ही सकता है खैर अब ये देखने वाली बात होगी की विधायक जी के शिकायत पर डीएम साहब क्या एक्शन लेते हैं.
उन्होंने ने कहा की भाई चाय पिला दो. इस पर एडीओ बोले- चाय मैंने कई बार पिला दी. क्या मैं इनको हमेशा चाय पिलाता रहूंगा. भाई आप बोल कैसे रहे हो. कैसे चाय पिला दी? तो आप जिससे चाहो कह देना. मैं चाय नहीं पिलवाऊंगा’. साफ है कि ब्लॉक में तैनात एडीओ ने विधायक जी को दो टूक जब चाय के लिए मना कर दिया तो साहब ने कार्रवाई के लिए डीएम तक को फोन कर दिया. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें इस तरह का जवाब मिलना बुरा लग गया, वजह थी अफसर की ना क्योंकि साहब विधायक थे इलाके के.
हालांकि मौके पर मौजूद लोगों के अलावा इस संवाद का वीडियो वायरल होने के बाद नेटिजंस ने कहा, ‘इतना भी भड़कने की जरूरत नहीं थी. क्या ही गलत कहा एडीओ साहब ने वो सहायक विकास अधिकारी हैं जो ग्राम पंचायत के विकास और प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं माना की आप पढ़ाई के साथ ही राजनीतिक में मेहनत करने लग गए. मेहनत से चुनाव जीतकर विधायक भी बन गए. लेकिन सक्सेना जी भी मेहनत से पढ़ाई कर के ही एडीओ बने हैं. अब बार बार चाय के लिए उन्होंने बोलेंगे तो बुरा तो उन्हें भी लग ही सकता है खैर अब ये देखने वाली बात होगी की विधायक जी के शिकायत पर डीएम साहब क्या एक्शन लेते हैं.
हालांकि मौके पर मौजूद लोगों के अलावा इस संवाद का वीडियो वायरल होने के बाद नेटिजंस ने कहा, ‘इतना भी भड़कने की जरूरत नहीं थी. क्या ही गलत कहा एडीओ साहब ने वो सहायक विकास अधिकारी हैं जो ग्राम पंचायत के विकास और प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं माना की आप पढ़ाई के साथ ही राजनीतिक में मेहनत करने लग गए. मेहनत से चुनाव जीतकर विधायक भी बन गए. लेकिन सक्सेना जी भी मेहनत से पढ़ाई कर के ही एडीओ बने हैं. अब बार बार चाय के लिए उन्होंने बोलेंगे तो बुरा तो उन्हें भी लग ही सकता है खैर अब ये देखने वाली बात होगी की विधायक जी के शिकायत पर डीएम साहब क्या एक्शन लेते हैं.
