kerala-logo

शनिवार साधना: शनि महाराज के उपाय से दूर होंगे विपत्तियां 2024 में शनि परिवर्तन से बदलेगा भाग्य

Table of Contents

2024 का ज्योतिषीय प्रभाव: शनि के बदलाव की प्रतीक्षा

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, वर्ष 2024 का अधिकांश समय शनि ग्रह की गतिविधियों से नियंत्रित रहेगा। शनि ग्रह की स्थिति में आने वाले परिवर्तन से विश्वव्यापी प्रभाव पड़ने की संभावना है, जिसका असर हर व्यक्ति तक महसूस किया जा सकता है। ज्योतिष के क्षेत्र में शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है, जो कर्म के अनुसार फल देते हैं। शनि की ढैय्या और साढ़े साती के समय, व्यक्ति को कई तरह की चुनौतियों और कष्टों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यदि शनिदेव की कृपा प्राप्त हो जाए तो जीवन में अपेक्षित सफलता और समृद्धि आने लगती है।

शनि देव की महत्वपूर्ण विशेषताएं और उनका प्रभाव

ज्योतिष में शनिदेव को सूर्य पुत्र कहा जाता है और वे मकर तथा कुंभ राशियों के स्वामी माने जाते हैं। वायु तत्व के स्वामी होने के नाते, शनिदेव का प्रभाव व्यक्ति की क्षमता, प्रसिद्धि, सम्मान, नौकरी और शारीरिक बल जैसे कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर पड़ता है। शनिदेव की पीड़ा ढायी या साढ़े साती के दौरान इन सभी चीजों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। कहा जाता है कि यदि शनिदेव की कृपा मिल जाए तो जीवन की सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त हो जाती हैं।

शनिवार के दिन करने योग्य उपाय

आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए प्रत्येक शनिवार को एक रुपये का सिक्का लें, उस पर सरसों का तेल डालें और फिर इसे शनि मंदिर में रख दें। इससे कथित तौर पर आर्थिक परेशानी से छूटने में मदद मिलती है और धनागमन के नए मार्ग खुलते हैं।

कार्यों में सफलता के लिए, स्नान के बाद कच्चे सूत के धागे का गोला लेकर, पीपल के पेड़ के तने पर सात बार लपेटें और तत्पश्चात शनिदेव का मंत्र ‘ॐ ऐं श्रीं ह्रीं शनैश्चराय नमः’ का जाप करें। इस प्रक्रिया को करके जीवन की बाधाएं दूर की जा सकती हैं।

दांपत्य सुख प्राप्ति के लिए उपाय

पति-पत्नी के मध्य अच्छे संबंधों के लिए, शनिवार को कुछ काले तिलों को पीपल के पेड़ की जड़ में अर्पित करें और शनिदेव के मंत्र ‘ॐ श्रीं शं श्रीं शनैश्चराय नमः’ का जाप करके जल अर्पित करें। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में सुख की प्राप्ति होती है।

नकारात्मकता से मुक्ति और परिवार में शांति के लिए

यदि किसी घर में कलह और विवाद की स्थितियां प्रबल हैं, तो शनिवार को स्नान के बाद शनिदेव का मंत्र ‘ॐ श्रीं शं श्रीं शनैश्चराय नमः’ का जाप करें और एक नीला फूल किसी नाले में प्रवाहित कर दें। इस उपाय को करने से आपके घर में शांति और समृद्धि का वातावरण बन सकता है।

समग्र समस्याओं का समाधान

अगर जीवन में कई समस्याएं आ रही हैं या शनि की साढ़े साती और ढैय्या के प्रभाव से प्रभावित हो रहे हैं, तो शनिवार को सरसों के तेल में डूबी टोरी रखें और शनिदेव का मंत्र ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का 21 बार जाप करें। शाम के समय उस तेल से पीपल के पेड़ की जड़ में दीपक जलाएं। इस उपाय से समस्त विघ्न दूर हो सकते हैं।

इस जानकारी का प्रयोग करने से पहले ज्योतिषीय सलाह लेना जरूरी है। उपरोक्त उपाय केवल सामान्य मान्यताएं और जानकारियों पर आधारित हैं और इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं होती।

Kerala Lottery Result
Tops