अघोरी साधना: दिव्य शक्तियों का रहस्य
भारतीय आध्यात्म में अघोरी समुदाय एक विशेष उल्लेख है। इनकी साधना और शक्तियों की गहराइयों को जानने की जिज्ञासा अक्सर लोगों में देखी जाती है। आज हम आपको अघोरी शृंखला की अंतिम कड़ी में उनकी विशेष दिव्य शक्तियों और उनसे प्राप्त होने वाली सिद्धियों की जानकारी देने जा रहे हैं।
अघोरी साधनाएं अत्यंत कठिन और गहन मानी जाती हैं। तपस्या और ध्यान की एक लंबी और कठिन प्रक्रिया के माध्यम से अघोरी साधक 3 तरह की साधनाओं से 6 तरह की शक्तियां हासिल करते हैं। ये शक्तियां उन्हें 6 अलौकिक सिद्धियां प्रदान करती हैं।
इच्छित अवति शक्ति
हमारे अघोरी शृंखला की पहली शक्ति है इच्छित अवति शक्ति। इसे सिद्ध करने वाले अघोरी किसी भी व्यक्ति की गहरी मनोकामनाओं को पूरा कर सकते हैं। यह एक तरह का आशीर्वाद है जो न केवल उनके लिए सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि वह अपनी अलौकिक क्षमता से लोगों के जीवन को समृद्ध भी बना सकते हैं।
याचन शक्ति
दूसरी शक्ति है याचन शक्ति। इस शक्ति के धारक अघोरी अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं। यह शक्ति उन्हें ऐसी क्षमता प्रदान करती है जहाँ वे अपने आत्मबल और साधना के बल पर वांछित वस्तुओं या परिणामों को प्राप्त कर सकते हैं।
श्रवण शक्ति
तीसरे स्थान पर है श्रवण शक्ति। यह शक्ति प्राप्त करते ही अघोरी एक गहन श्रोता बन जाते हैं, जिससे वह दिव्य संदेशों को ग्रहण करने में समर्थ होते हैं। यह शक्ति उन्हें देवलोक में भी चर्चा करने की क्षमता प्रदान करती है।
क्रिया शक्ति
चौथी शक्ति है क्रिया ஜिस क्रम में पहली शक्ति है इच्छित अवति शक्ति, इस शक्ति को सिद्ध करने के बाद अघोरी वरदान देने योग्य हो जाते हैं. सरल शब्दों में समझें तो वह किसी भी व्यक्ति की मनोकामना पूर्ति का वरदान दे सकते हैं.