भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश का कहर
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने हाल ही में देश के विभिन्न हिस्सों में भारी और मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, और उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों को अगले चार दिनों में भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है। राजधानी दिल्ली में भी बादल छाए हुए हैं और अगले कुछ दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। दिल्ली और एनसीआर में बुधवार को अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और आज भी तापमान इसी रेंज में रहने की उम्मीद है।
उत्तर और मध्य भारतीय राज्यों में बिगड़े हालात
जम्मू कश्मीर में IMD ने 15 अगस्त तक जम्मू संभाग में तेज बारिश का अनुमान जताया है। इसके साथ ही अचानक बाढ़ और भूस्खलन की संभावना भी व्यक्त की गई है। हिमाचल प्रदेश में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। कांगड़ा, सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर, सोलन और मंडी जिलों के विभिन्न हिस्सों में अगले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। राज्य में 27 जून से 6 अगस्त के बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में 93 लोगों की मौत हो गई है और 748 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है।
उत्तराखंड का संकट
उत्तराखंड में भी हालात खराब हैं। सोनप्रयाग-केदारनाथ के सोनप्रयाग में भूस्खलन हुआ है। नैनीताल में भी देर रात 11 बजे डोरोथी सीट पर भूस्खलन की खबर ने हड़कंप मचा दिया। बड़ा-बड़ा पत्थर और मलबा गिरने से वहां डर का माहौल बन गया है। प्रशासन ने क्षेत्र का निरीक्षण किया और सुरक्षात्मक उपाय करते हुए पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। अलकनंदा और मंदाकिनी के संगम पर सभी घाट पानी में डूबे हुए हैं।
प्रभावित क्षेत्र और मौसमी गतिविधियाँ
देश के विभिन्न हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान मौसमी गतिविधियों की बात करें तो पूर्वी उत्तर प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मध्यम से भारी बारिश हुई। सिक्किम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक, गोवा, असम, और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ जगहों पर भारी बारिश हुई। तटीय महाराष्ट्र, केरल, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, और जम्मू कश्मीर में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
अगले 24 घंटों का पूर्वानुमान
‘Skymet Weather’ के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, विदर्भ, कोंकण, गोवा, और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वी राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, सिक्किम, और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, लक्षद्वीप, पंजाब, पश्चिमी गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, और सौराष्ट्र और कच्छ में भी हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
घबराना नहीं है, सतर्क रहना है
अचानक बढ़ी हुई बारिश और प्राकृतिक आपदाओं की संभावना को देखते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है। मुश्किल हालात में नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी चाहिए और बेवजह बाहर निकलने से बचना चाहिए।
आईएमडी और स्काईमेट के अनुसार बारिश का यह सिलसिला अगले चार दिनों तक जारी रहेगा। इसलिए सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति में तुरंत संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित करें।
देश में मौसम की इन विषम परिस्थितियों के बीच हमें एक-दूसरे का सहयोग करना होगा और सुरक्षित रहने के उपाय अपनाने होंगे। ऑपरेशनल एजेंसियाँ और राहत टीमें पूरी तत्परता के साथ काम कर रही हैं और हमें भी उनकी सहायता करनी चाहिए।
**घबराना नहीं, सतर्क रहना अनिवार्य है।**