kerala-logo

इस साल हज यात्रा के दौरान 201 भारतीयों की मौत हुई केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में बताया

लोकसभा में हज यात्रा के दौरान भारतीय यात्रियों की मौत का आंकड़ा पेश

सरकार ने बुधवार को लोकसभा को जानकारी दी कि हज 2024 के दौरान 200 से अधिक भारतीय यात्रियों की मृत्यु हुई है। अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि अधिकांश मौतें हृदय गति रुकने और श्वसन संबंधी समस्याओं के कारण हुई हैं।

मौतों का प्रमुख कारण: हृदय गति रुकना और श्वसन समस्याएं

मंत्री किरेन रीजीजू ने बताया, “2024 में हज यात्रा के दौरान कुल 201 भारतीय यात्रियों की मौत हुई, जिनमें से अधिकांश की मृत्यु हृदय गति रुकने और श्वसन संबंधी समस्याओं के कारण हुई। कुल मृतकों में से 70 प्रतिशत की उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक थी।”

सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के प्रयास

मंत्री ने बताया कि भारत सरकार हज यात्रा के सफल संचालन और भारतीय यात्रियों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के प्रति गंभीर है। इस बार हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा यात्रियों की सहायता के लिए भेजे गए खादिम-उल-हुज्जाज (केयूएच) की संख्या बढ़ाकर 641 कर दी गई है, जो पिछले साल की संख्या से दोगुनी से भी अधिक है।

गर्मी की सूचनाएं और व्यापक असर

इस बार हज यात्रा के दौरान मौत की ख़बरें पूरी दुनिया में फैल गईं। सऊदी अरब में अत्यधिक गर्मी के चलते हजारों लोगों की मृत्यु की रिपोर्टें सामने आई हैं। सऊदी अरब में 51 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा के तापमान का सामना करना पड़ा, जिसने कई लोगों की जीवन लीला समाप्त कर दी। हृदय गति रुकना और श्वसन संबंधी समस्याएं इन मौतों का प्रमुख कारण बनीं।

अंतर्राष्ट्रीय हालात और प्रतिक्रिया

इस बार हज यात्रा के दौरान मौत की ख़बरें संपूर्ण विश्व में छा गईं। सऊदी अरब की प्रशासनिक समस्याओं और अत्यधिक गर्मी के चलते सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। सऊदी अरब में हजारों लोगों की मौत की खबरें परेशान करती हैं और विभिन्न देशों की सरकारें भी इससे चिंतित हैं।

स्वास्थ्य सेवा में सुधार की आवश्यकता

मृतकों की बढ़ती संख्या ने सऊदी अदालती सिस्टम और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है। भारत सरकार और हज कमेटी ऑफ इंडिया ने यह सुनिश्चित किया है कि आगामी हज यात्रा के दौरान यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। खादिम-उल-हुज्जाज की संख्या में वृद्धि और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के साथ प्रयास किए जा रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

वृद्ध यात्रियों के लिए विशेष प्रबंध

खासकर 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के यात्रियों के लिए, विशेष हेल्थ चेकअप और अन्य सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं ताकि उन्हें हज यात्रा के दौरान कोई कठिनाई का सामना न करना पड़े। स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सुधार के साथ-साथ यात्रियों को अधिक स्वास्थ्य जानकारी और प्रशिक्षण दिया जा रहा है ता‍कि आपात स्थिति में वे स्वयं को सुरक्षित रख सकें।

भविष्य की योजनाएं

आने वाले सालों में हज यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं और सुरक्षा प्रबंध को और बेहतर बनाने की कोशिशें जारी रहेंगी। हज कमेटी ऑफ इंडिया और सऊदी अरब के समन्वय से भविष्य के हज यात्राओं में यात्रियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का आधार मजबूत बनेगा। यात्रियों को अभी से ही शारीरिक तैयारियों की सलाह दी जा रही है ताकि वे इस धार्मिक यात्रा का अनुभव सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से कर सकें।

इन महत्वपूर्ण प्रयासों के बावजूद, इस साल की हज यात्रा के दौरान हुई मौतों ने यह साबित कर दिया है कि हमें अभी भी यात्रियों की सुरक्षा के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। ज्ञान और जागरूकता के माध्यम से ही हम आने वाले समय में इन दुखद घटनाओं से बच सकते हैं।

Kerala Lottery Result
Tops