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ऐसे पड़ोसी का माइंडसेट नहीं बदल सकते.. इंदिरा गांधी का नाम लेकर क्या बोले विदेश मंत्री?


S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की दयनीय स्थिति को लेकर शुक्रवार को लोकसभा में कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भारत एक जिम्मेदार देश के रूप में लगातार इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठा रहा है लेकिन पाकिस्तान में कट्टरता और धर्मांधता की जड़ें इतनी गहरी हैं कि हम उनके माइंडसेट को नहीं बदल सकते. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक ऐसा करने में सफल नहीं हो सकी थीं.
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान जयशंकर ने बताया कि पाकिस्तान में हिंदू, सिख, ईसाई और अहमदिया समुदाय के लोगों पर लगातार अत्याचार के मामले सामने आ रहे हैं. फरवरी महीने में हिंदुओं पर 10 सिखों पर दो और ईसाइयों पर एक गंभीर हमला हुआ. इनमें अपहरण जबरन धर्मांतरण और होली खेल रहे छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई जैसी घटनाएं शामिल हैं. अहमदिया समुदाय के लोगों के उत्पीड़न का भी मामला दर्ज किया गया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सरकार अपने यहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती.
संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर
विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि बांग्लादेश में भी अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं. 2024 में वहां ऐसे 2,400 मामले सामने आए. जबकि 2025 में अब तक 75 घटनाएं दर्ज की गई हैं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को भारत सरकार ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री और अधिकारियों के सामने उठाया है. भारत संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस विषय को मजबूती से रखता रहा है और आगे भी ऐसा करता रहेगा.
इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं
शिवसेना यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत ने सवाल किया कि क्या सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की योजना बना रही है. इस पर जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है लेकिन किसी अन्य देश की कट्टर मानसिकता को बदलना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं. एजेंसी इनपुट
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान जयशंकर ने बताया कि पाकिस्तान में हिंदू, सिख, ईसाई और अहमदिया समुदाय के लोगों पर लगातार अत्याचार के मामले सामने आ रहे हैं. फरवरी महीने में हिंदुओं पर 10 सिखों पर दो और ईसाइयों पर एक गंभीर हमला हुआ. इनमें अपहरण जबरन धर्मांतरण और होली खेल रहे छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई जैसी घटनाएं शामिल हैं. अहमदिया समुदाय के लोगों के उत्पीड़न का भी मामला दर्ज किया गया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सरकार अपने यहां अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती.
संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर
विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि बांग्लादेश में भी अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं. 2024 में वहां ऐसे 2,400 मामले सामने आए. जबकि 2025 में अब तक 75 घटनाएं दर्ज की गई हैं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को भारत सरकार ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री और अधिकारियों के सामने उठाया है. भारत संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस विषय को मजबूती से रखता रहा है और आगे भी ऐसा करता रहेगा.
इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं
शिवसेना यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत ने सवाल किया कि क्या सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की योजना बना रही है. इस पर जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है लेकिन किसी अन्य देश की कट्टर मानसिकता को बदलना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं. एजेंसी इनपुट
संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर
विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि बांग्लादेश में भी अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं. 2024 में वहां ऐसे 2,400 मामले सामने आए. जबकि 2025 में अब तक 75 घटनाएं दर्ज की गई हैं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को भारत सरकार ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री और अधिकारियों के सामने उठाया है. भारत संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस विषय को मजबूती से रखता रहा है और आगे भी ऐसा करता रहेगा.
इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं
शिवसेना यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत ने सवाल किया कि क्या सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की योजना बना रही है. इस पर जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है लेकिन किसी अन्य देश की कट्टर मानसिकता को बदलना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं. एजेंसी इनपुट
विदेश मंत्री ने यह भी बताया कि बांग्लादेश में भी अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं. 2024 में वहां ऐसे 2,400 मामले सामने आए. जबकि 2025 में अब तक 75 घटनाएं दर्ज की गई हैं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को भारत सरकार ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री और अधिकारियों के सामने उठाया है. भारत संयुक्त राष्ट्र समेत कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस विषय को मजबूती से रखता रहा है और आगे भी ऐसा करता रहेगा.
इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं
शिवसेना यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत ने सवाल किया कि क्या सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की योजना बना रही है. इस पर जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है लेकिन किसी अन्य देश की कट्टर मानसिकता को बदलना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं. एजेंसी इनपुट
इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं
शिवसेना यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत ने सवाल किया कि क्या सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की योजना बना रही है. इस पर जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है लेकिन किसी अन्य देश की कट्टर मानसिकता को बदलना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं. एजेंसी इनपुट
शिवसेना यूबीटी के सांसद अरविंद सावंत ने सवाल किया कि क्या सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की योजना बना रही है. इस पर जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है लेकिन किसी अन्य देश की कट्टर मानसिकता को बदलना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी भी ऐसा नहीं कर सकी थीं. एजेंसी इनपुट

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