Aurangzeb And Shivaji Temple Maintenence Funding: देशभर में इन दिनों छत्रपति शिवाजी महाराज और औरंगजेब को लेकर मामला गरमाया हुआ है. कई राजनीतिक दलों की ओर से इसको लेकर जमकर सियासत की जा रही है. वहीं अब मामले पर RTI के एक खुलासे ने आग में घी डालने का काम किया है. RTI के मुताबिक क्रूर शासक औरंगजेब की कब्र के लिए सरकार ने सालभर में 2 लाख खर्च किए तो वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए केवल 250 रुपये का ही खर्चा किया गया है.
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हिंदू जनजागृति संगठन ने उठाए सवाल
RTI के इस खुलासे के बाद से हिंदू जनजागृति संगठन ने कई तरह के सवाल उठाए हैं. संगठन का सवाल है कि आखिर औरंगजेब की मजार के लिए लाखों रुपये, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए केवल 250 रुपये का खर्चा क्यों उठाया जा रहा है. वहीं इस पर अब हिंदू जनजागृति संगठन ने औरंगजेब की मजार को दी जाने वाली सहायता को तुरंत बंद करने की मांग की है और शिवाजी महाराज के मंदिर को भरपूर सहायता देने की मांग की है.
3 साल में खर्च किए 6 लाख
हिंदू जनजागृति संगठन के मुताबिक औरंगजेब की कब्र की देखरेख के लिए भारत सरकार के भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से सालाना लाखों की सहायता प्रदान की जाती है. जानकारी के मुताबिक साल 2021-2022 में 2,55,160 और साल 2022-2023 के नवंबर तक औरंगजेब की कब्र की देखभाल के लिए कुल 2,00,636 रुपए खर्च किए जा चुके हैं यानी 3 सालों में अबतक लगभग 6.50 लाख रुपये का खर्चा किया जा चुका है. वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग किले में छत्रपति शिवाजी महाराज के एकमात्र स्थित मंदिर के लिए महाराष्ट्र सरकार की ओर से हर महीने मात्र 250 रुपये की फंडिंग दी जाती है.
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संगठन ने की फंडिंग रोकने की मांग
हिंदू जनजागृति संगठन दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन्होंने हिंदू धर्म, महाराष्ट्र की संस्कृति और स्वराज्य की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया आज उनके मंदिर के लिए इतनी कम सहायता दी जा रही है. संगठन की मांग है कि औरंगजेब की कब्र के लिए दी जाने वाली सहायता को रोक दी जानी चाहिए. वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर को भरपूर आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए.
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हिंदू जनजागृति संगठन ने उठाए सवाल
RTI के इस खुलासे के बाद से हिंदू जनजागृति संगठन ने कई तरह के सवाल उठाए हैं. संगठन का सवाल है कि आखिर औरंगजेब की मजार के लिए लाखों रुपये, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए केवल 250 रुपये का खर्चा क्यों उठाया जा रहा है. वहीं इस पर अब हिंदू जनजागृति संगठन ने औरंगजेब की मजार को दी जाने वाली सहायता को तुरंत बंद करने की मांग की है और शिवाजी महाराज के मंदिर को भरपूर सहायता देने की मांग की है.
3 साल में खर्च किए 6 लाख
हिंदू जनजागृति संगठन के मुताबिक औरंगजेब की कब्र की देखरेख के लिए भारत सरकार के भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से सालाना लाखों की सहायता प्रदान की जाती है. जानकारी के मुताबिक साल 2021-2022 में 2,55,160 और साल 2022-2023 के नवंबर तक औरंगजेब की कब्र की देखभाल के लिए कुल 2,00,636 रुपए खर्च किए जा चुके हैं यानी 3 सालों में अबतक लगभग 6.50 लाख रुपये का खर्चा किया जा चुका है. वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग किले में छत्रपति शिवाजी महाराज के एकमात्र स्थित मंदिर के लिए महाराष्ट्र सरकार की ओर से हर महीने मात्र 250 रुपये की फंडिंग दी जाती है.
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संगठन ने की फंडिंग रोकने की मांग
हिंदू जनजागृति संगठन दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन्होंने हिंदू धर्म, महाराष्ट्र की संस्कृति और स्वराज्य की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया आज उनके मंदिर के लिए इतनी कम सहायता दी जा रही है. संगठन की मांग है कि औरंगजेब की कब्र के लिए दी जाने वाली सहायता को रोक दी जानी चाहिए. वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर को भरपूर आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए.
हिंदू जनजागृति संगठन ने उठाए सवाल
RTI के इस खुलासे के बाद से हिंदू जनजागृति संगठन ने कई तरह के सवाल उठाए हैं. संगठन का सवाल है कि आखिर औरंगजेब की मजार के लिए लाखों रुपये, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर के लिए केवल 250 रुपये का खर्चा क्यों उठाया जा रहा है. वहीं इस पर अब हिंदू जनजागृति संगठन ने औरंगजेब की मजार को दी जाने वाली सहायता को तुरंत बंद करने की मांग की है और शिवाजी महाराज के मंदिर को भरपूर सहायता देने की मांग की है.
3 साल में खर्च किए 6 लाख
हिंदू जनजागृति संगठन के मुताबिक औरंगजेब की कब्र की देखरेख के लिए भारत सरकार के भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से सालाना लाखों की सहायता प्रदान की जाती है. जानकारी के मुताबिक साल 2021-2022 में 2,55,160 और साल 2022-2023 के नवंबर तक औरंगजेब की कब्र की देखभाल के लिए कुल 2,00,636 रुपए खर्च किए जा चुके हैं यानी 3 सालों में अबतक लगभग 6.50 लाख रुपये का खर्चा किया जा चुका है. वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग किले में छत्रपति शिवाजी महाराज के एकमात्र स्थित मंदिर के लिए महाराष्ट्र सरकार की ओर से हर महीने मात्र 250 रुपये की फंडिंग दी जाती है.
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संगठन ने की फंडिंग रोकने की मांग
हिंदू जनजागृति संगठन दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन्होंने हिंदू धर्म, महाराष्ट्र की संस्कृति और स्वराज्य की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया आज उनके मंदिर के लिए इतनी कम सहायता दी जा रही है. संगठन की मांग है कि औरंगजेब की कब्र के लिए दी जाने वाली सहायता को रोक दी जानी चाहिए. वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर को भरपूर आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए.
3 साल में खर्च किए 6 लाख
हिंदू जनजागृति संगठन के मुताबिक औरंगजेब की कब्र की देखरेख के लिए भारत सरकार के भारतीय पुरातत्व विभाग की ओर से सालाना लाखों की सहायता प्रदान की जाती है. जानकारी के मुताबिक साल 2021-2022 में 2,55,160 और साल 2022-2023 के नवंबर तक औरंगजेब की कब्र की देखभाल के लिए कुल 2,00,636 रुपए खर्च किए जा चुके हैं यानी 3 सालों में अबतक लगभग 6.50 लाख रुपये का खर्चा किया जा चुका है. वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग किले में छत्रपति शिवाजी महाराज के एकमात्र स्थित मंदिर के लिए महाराष्ट्र सरकार की ओर से हर महीने मात्र 250 रुपये की फंडिंग दी जाती है.
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संगठन ने की फंडिंग रोकने की मांग
हिंदू जनजागृति संगठन दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन्होंने हिंदू धर्म, महाराष्ट्र की संस्कृति और स्वराज्य की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया आज उनके मंदिर के लिए इतनी कम सहायता दी जा रही है. संगठन की मांग है कि औरंगजेब की कब्र के लिए दी जाने वाली सहायता को रोक दी जानी चाहिए. वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर को भरपूर आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए.
ये भी पढ़ें- हे भगवान! रात में सांप की पूंछ पकड़कर रस्सी कूद करने लगे बच्चे, देखकर हलक में अटक जाएगी जान
संगठन ने की फंडिंग रोकने की मांग
हिंदू जनजागृति संगठन दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन्होंने हिंदू धर्म, महाराष्ट्र की संस्कृति और स्वराज्य की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया आज उनके मंदिर के लिए इतनी कम सहायता दी जा रही है. संगठन की मांग है कि औरंगजेब की कब्र के लिए दी जाने वाली सहायता को रोक दी जानी चाहिए. वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर को भरपूर आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए.
संगठन ने की फंडिंग रोकने की मांग
हिंदू जनजागृति संगठन दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन्होंने हिंदू धर्म, महाराष्ट्र की संस्कृति और स्वराज्य की रक्षा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया आज उनके मंदिर के लिए इतनी कम सहायता दी जा रही है. संगठन की मांग है कि औरंगजेब की कब्र के लिए दी जाने वाली सहायता को रोक दी जानी चाहिए. वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज के मंदिर को भरपूर आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए.
