kerala-logo

चीन चिल्लाएगा पाकिस्तान बेहोश हो जाएगा… मिलने वाली है वो ढाल जिसके दम पर दुश्मनों की कब्र खोद देगी भारतीय सेना


India eyes mega defence deals with France: हिंद के दुश्मनों की अब खैर नहीं. जी हां भारतीय सेना को अब वो ढाल मिलने वाली है. जिसके दम पर वो भारत की ओर आंख उठाने वालों की पलक झपकते कब्र खोद सकता है. मोदी सरकार डेढ़ लाख करोड़ की लागत से भारतीय सेना के लिए ऐसे-ऐसे हथियार खरीदने जा रही है. जिनके नाम सुनकर ही दुश्मन देशों के दिलों की धड़कन बढ़ गई है. एक तरफ भारत फ्रां से 26 राफेल मरीन फाइटर जेट खरीदने जा रहा है. तो वहीं 156 स्वदेशी प्रचंड हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर खरीदने की भी तैयारी है. भारत इस वित्तीय वर्ष के आखिर में यानी 31 मार्च तक चार बड़े रक्षा सौदों को अंतिम रूप देने की तैयारी में है. राफेल मरीन और प्रचंड हेलीकॉप्टर की खरीद उसी का हिस्सा है. 
चीन चिल्लाएगा…पाकिस्तान बेहोश हो जाएगा क्योंकि भारतीय सेना की ताकत में होने वाला है जबरदस्त इजाफा. ‘सशक्त सेना-सशक्त भारत’ की पीएम मोदी की सोच अब हिंद की सेना को ताकत के मोर्चे पर एक पायदान और ऊपर ले जाने वाली है.

फ्रांस के साथ डेढ़ लाख करोड़ की डील होगी सील
भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है लेकिन इसे और ताकतवर बनाने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. मोदी सरकार डिफेंस सेक्टर की मजबूती के लिए 4 बड़े रक्षा समझौतों की डील सील करने की तैयारी में है. 
जानकारी के मुताबिक
फ्रांस के साथ भारत 1.5 लाख करोड़ की आर्म्स डील पर मुहर लगाने जा रहा है. इसके तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मरीन लड़ाकू जेट मिलेंगे. जिनकी तैनाती स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर होगी. इसके साथ ही 3 स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां भी भारतीय नेवी के लिए खरीदी जाएंगी.
भारतीय नौसेना को दुनिया की ताकतवर नौसेना में से एक माना जाता है. सोचिए जब उसे राफेल का मरीन वर्जन और स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की ताकत हासिल हो जाएगी तो समंदर में हिन्दुस्तान के साथ गुस्ताखी की हिम्मत कौन कर पाएगा. 

इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
चीन चिल्लाएगा…पाकिस्तान बेहोश हो जाएगा क्योंकि भारतीय सेना की ताकत में होने वाला है जबरदस्त इजाफा. ‘सशक्त सेना-सशक्त भारत’ की पीएम मोदी की सोच अब हिंद की सेना को ताकत के मोर्चे पर एक पायदान और ऊपर ले जाने वाली है.

फ्रांस के साथ डेढ़ लाख करोड़ की डील होगी सील
भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है लेकिन इसे और ताकतवर बनाने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. मोदी सरकार डिफेंस सेक्टर की मजबूती के लिए 4 बड़े रक्षा समझौतों की डील सील करने की तैयारी में है. 
जानकारी के मुताबिक
फ्रांस के साथ भारत 1.5 लाख करोड़ की आर्म्स डील पर मुहर लगाने जा रहा है. इसके तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मरीन लड़ाकू जेट मिलेंगे. जिनकी तैनाती स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर होगी. इसके साथ ही 3 स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां भी भारतीय नेवी के लिए खरीदी जाएंगी.
भारतीय नौसेना को दुनिया की ताकतवर नौसेना में से एक माना जाता है. सोचिए जब उसे राफेल का मरीन वर्जन और स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की ताकत हासिल हो जाएगी तो समंदर में हिन्दुस्तान के साथ गुस्ताखी की हिम्मत कौन कर पाएगा. 

इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
फ्रांस के साथ डेढ़ लाख करोड़ की डील होगी सील
भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है लेकिन इसे और ताकतवर बनाने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. मोदी सरकार डिफेंस सेक्टर की मजबूती के लिए 4 बड़े रक्षा समझौतों की डील सील करने की तैयारी में है. 
जानकारी के मुताबिक
फ्रांस के साथ भारत 1.5 लाख करोड़ की आर्म्स डील पर मुहर लगाने जा रहा है. इसके तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मरीन लड़ाकू जेट मिलेंगे. जिनकी तैनाती स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर होगी. इसके साथ ही 3 स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां भी भारतीय नेवी के लिए खरीदी जाएंगी.
भारतीय नौसेना को दुनिया की ताकतवर नौसेना में से एक माना जाता है. सोचिए जब उसे राफेल का मरीन वर्जन और स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की ताकत हासिल हो जाएगी तो समंदर में हिन्दुस्तान के साथ गुस्ताखी की हिम्मत कौन कर पाएगा. 

इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
फ्रांस के साथ डेढ़ लाख करोड़ की डील होगी सील
भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है लेकिन इसे और ताकतवर बनाने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. मोदी सरकार डिफेंस सेक्टर की मजबूती के लिए 4 बड़े रक्षा समझौतों की डील सील करने की तैयारी में है. 
जानकारी के मुताबिक
फ्रांस के साथ भारत 1.5 लाख करोड़ की आर्म्स डील पर मुहर लगाने जा रहा है. इसके तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मरीन लड़ाकू जेट मिलेंगे. जिनकी तैनाती स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर होगी. इसके साथ ही 3 स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां भी भारतीय नेवी के लिए खरीदी जाएंगी.
भारतीय नौसेना को दुनिया की ताकतवर नौसेना में से एक माना जाता है. सोचिए जब उसे राफेल का मरीन वर्जन और स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की ताकत हासिल हो जाएगी तो समंदर में हिन्दुस्तान के साथ गुस्ताखी की हिम्मत कौन कर पाएगा. 

इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
भारत के पास दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सेना है लेकिन इसे और ताकतवर बनाने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. मोदी सरकार डिफेंस सेक्टर की मजबूती के लिए 4 बड़े रक्षा समझौतों की डील सील करने की तैयारी में है. 
जानकारी के मुताबिक
फ्रांस के साथ भारत 1.5 लाख करोड़ की आर्म्स डील पर मुहर लगाने जा रहा है. इसके तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मरीन लड़ाकू जेट मिलेंगे. जिनकी तैनाती स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर होगी. इसके साथ ही 3 स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां भी भारतीय नेवी के लिए खरीदी जाएंगी.
भारतीय नौसेना को दुनिया की ताकतवर नौसेना में से एक माना जाता है. सोचिए जब उसे राफेल का मरीन वर्जन और स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की ताकत हासिल हो जाएगी तो समंदर में हिन्दुस्तान के साथ गुस्ताखी की हिम्मत कौन कर पाएगा. 

इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
जानकारी के मुताबिक
फ्रांस के साथ भारत 1.5 लाख करोड़ की आर्म्स डील पर मुहर लगाने जा रहा है. इसके तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मरीन लड़ाकू जेट मिलेंगे. जिनकी तैनाती स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर होगी. इसके साथ ही 3 स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां भी भारतीय नेवी के लिए खरीदी जाएंगी.
भारतीय नौसेना को दुनिया की ताकतवर नौसेना में से एक माना जाता है. सोचिए जब उसे राफेल का मरीन वर्जन और स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की ताकत हासिल हो जाएगी तो समंदर में हिन्दुस्तान के साथ गुस्ताखी की हिम्मत कौन कर पाएगा. 

इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
फ्रांस के साथ भारत 1.5 लाख करोड़ की आर्म्स डील पर मुहर लगाने जा रहा है. इसके तहत भारतीय नौसेना को 26 राफेल-मरीन लड़ाकू जेट मिलेंगे. जिनकी तैनाती स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर होगी. इसके साथ ही 3 स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां भी भारतीय नेवी के लिए खरीदी जाएंगी.
भारतीय नौसेना को दुनिया की ताकतवर नौसेना में से एक माना जाता है. सोचिए जब उसे राफेल का मरीन वर्जन और स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की ताकत हासिल हो जाएगी तो समंदर में हिन्दुस्तान के साथ गुस्ताखी की हिम्मत कौन कर पाएगा. 

इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
भारतीय नौसेना को दुनिया की ताकतवर नौसेना में से एक माना जाता है. सोचिए जब उसे राफेल का मरीन वर्जन और स्कॉर्पीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों की ताकत हासिल हो जाएगी तो समंदर में हिन्दुस्तान के साथ गुस्ताखी की हिम्मत कौन कर पाएगा. 

इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
इस डील के अलावा भारत सरकार 53 हजार करोड़ रुपए की लागत से 156 स्वदेशी प्रचंड लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर खरीदने वाली है. इनमें से 90 सेना और 66 वायुसेना को मिलेंगे. ये हेलीकॉप्टर सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे बहुत अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लड़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही 8500 करोड़ रुपए की लागत से 307 स्वदेशी एडवांस टो आर्टिलरी गन सिस्टम भी खरीदने की तैयारी है. इसे DRDO ने डिजाइन और विकसित किया है, इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
तीन साल से चल रही रूस यूक्रेन जंग और मिडिल ईस्ट में इजरायल और अरब देशों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिस तरह से भूराजनैतिक हालात बन रहे हैं. उसे देखते हुए सेना की ताकत बढ़ाने पर लगातार काम किया जा रहा है. ये नई डील उसी दिशा में उठाया गया बड़ा और अहम कदम माना जा रहा है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
INDIA ARMS DEAL: आर्म्स डील
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
भारतीय सेना को जो राफेल मरीन फाइटर जेट और प्रचंड हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं. उससे हिंद के दुश्मनों में खौफ पसर गया है. ऐसा क्यों है. उसकी वजह भी जान लीजिए. 
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.
राफेल मरीन 2470 किमी/घंटे की स्पीड से उड़ सकता है. इसकी रेंज 3700 किलोमीटर तक है. तोप, मिसाइल, रॉकेट और बम इस फाइटर जेट को बेहद खतरनाक बनाते हैं. ये 55 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. प्रचंड हेलीकॉप्टर की बात करें तो ये अधिकतम 288 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ान भर सकता है. इसकी रेंज 500 किलोमीटर तक है. ये हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है. ये दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है.

Kerala Lottery Result
Tops