दिल्ली-NCR में मौसम का हाल
दिल्ली-NCR में उमस और गर्मी का दौर समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा। हालांकि मानसून ने समय पर दस्तक दी थी और निर्धारित समय पर विदा भी हो गया, फिर भी मौसम में बदलाव अपेक्षित नहीं दिख रहा है। इंडियन मेटरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) का कहना है कि दिल्ली में इस समय उमस का उच्च स्तर बना हुआ है और तापमान में वृद्धि हो रही है। मानसून के बाद भी जितनी उमस महसूस की जा रही है, वह असामान्य है।
मानसून 2024 की समीक्षा
उत्तर भारत में इस साल 11 वर्षों में सबसे अधिक बारिश वाला मानसून रहा है। पूरे देश में जल संकट झेल रहे क्षेत्रों में भी जमकर बारिश हुई। इस बार की बारिश 2013 के बाद से अब तक की सबसे अधिक बारिश है। 1 जून से 29 सितंबर तक पूरे भारत में 628 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालाँकि, आईएमडी ने यह भी माना कि इस साल का मानसून कुछ अधिक ही जटिल और अप्रत्याशित था।
आज का मौसम
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य तापमान के बराबर है। IMD के मुताबिक न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा और शाम साढ़े पाँच बजे आर्द्रता 66 प्रतिशत थी। IMD ने सोमवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने और बारिश नहीं होने का अनुमान जताया है। दिल्ली-एनसीआर में आज आसमान साफ रहेगा और तापमान में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
अक्टूबर की शुरुआत
सोमवार को अधिकतम तापमान 36 और न्यूनतम 25 डिग्री रह सकता है। 1 से 4 अक्टूबर तक अधिकतम तापमान 36 से 37 डिग्री और न्यूनतम 24 से 25 डिग्री तक रह सकता है। दिन के समय तेज धूप रहेगी।
देशभर में मौसम
देश के अन्य हिस्सों में भी मौसम का हाल कुछ खास अलग नहीं है। पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, हरियाणा, और राजस्थान में हल्की बारिश का अनुमान है। इन क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों के दौरान मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है।
ठंड का आगमन
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में 15-20 अक्टूबर के बीच ठंडी हवाओं का आगमन हो सकता है। IMD के अनुसार, इस बार बारिश की वजह से ठंड अपने रिकॉर्ड स्तर पर होगी। यह भविष्यवाणी अहम है क्योंकि पिछले सालों में ठंड का आगमन देर से हुआ था। अबकी बार पर्याप्त बारिश होने के कारण मिट्टी की नमी भी अधिक बनी रहेगी, जिससे आगामी रबी फसलों के लिए भी यह मौसम अनुकूल साबित हो सकता है।
वायु गुणवत्ता और एक्यूआई
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक रात 10 बजे 78 दर्ज किया गया, जो संतोषजनक श्रेणी में आता है। एक्यूआई का स्तर 0-50 के बीच अच्छा, 51-100 के बीच संतोषजनक, 101-200 के बीच मध्यम, 201-300 के बीच खराब, 301-400 के बीच बहुत खराब, और 401-500 के बीच गंभीर माना जाता है। इस प्रकार, फिलहाल दिल्ली की वायु गुणवत्ता सामान्य स्थिति में है, लेकिन तापमान और उमस के चलते यह स्थिति बदल भी सकती है।
तो कब मिलेगी राहत?
आखिरकार, सवाल यही है कि दिल्लीवालों को उमस और गर्मी से कब राहत मिलेगी। वर्तमान स्थिति को देखते हुए अनुमान है कि 15-20 अक्टूबर के बीच ठंडी हवाओं का आगमन होगा, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। तब तक दिल्लीवासियों को उमस और गर्मी से जूझना पड़ सकता है। तापमान की वर्तमान स्थिति और हवा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए विशेष सतर्कता बरतना आवश्यक है, खासकर बुजुर्ग और बच्चों के लिए।
अंत में, मौसम के मिजाज में थोड़ी बदलावट की उम्मीद है, लेकिन ठंड का वास्तविक आगमन अभी कुछ सप्ताह दूर है। तब तक, दिल्लीवासियों को को सहने की क़ुव्वत बनाए रखनी होगी।