महराजगंज में दुर्गा विसर्जन जुलूस के दौरान हंगामा
बहराइच जिले के महराजगंज में दुर्गा पूजा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए सांप्रदायिक विवाद ने जिले के वातावरण को गंभीर तनाव से भर दिया है। इस हिंसा में 22 वर्षीय युवक रामगोपाल मिश्रा की गोली लगने से मृत्यु हो गई, और छह अन्य लोग घायल हो गए। सोमवार को हुआ यह घटनाक्रम दो समुदायों के बीच चल रहे तनाव का चरम था।
लाइसेंसी बंदूक का उपयोग
रामगोपाल मिश्रा की हत्या के जांच में एक बड़ा मोड़ सामने आया है। उसे लाइसेंसी बंदूक से मारा गया था। पुलिस ने खुलासा किया कि मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद ने अपनी लाइसेंसी सिंगल बैरल बंदूक से रामगोपाल के सीने में गोली मारी। इस हमले के बाद, हमीद के बेटों ने भी रामगोपाल पर हमला किया और उसे अपने घर में खींच कर ले गए।
रामगोपाल के साथ की गई बर्बरता
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, रामगोपाल की पीड़ादायक मृत्यु हमीद के घर के अंदर हुई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भीड़ छंटने के बाद, रामगोपाल को अकेला छोड़ कर मार डाला गया। हमलावरों ने उसके पैरों के अंगूठे के नाखून तक उखाड़ दिए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के प्रयास किए, किंतु निरंतर हिंसा के कारण रामगोपाल को अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री का आश्वासन
बहराइच में हुई सांप्रदायिक हिंसा के पीड़ितों के परिवारजन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई। रामगोपाल के परिवार को मुख्यमंत्री ने 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, सीएम आवास, और प्रत्यक्ष अंत्योदय कार्ड की सुविधा देने का निर्देश दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
मुख्य आरोपी पर पुलिस की निगरानी
हिंसा में फरार हुए मुख्य आरोपी अब्दुल हामिद की लोकेशन पुलिस को नेपाल बॉर्डर के पास के गांव बेहड़ा में मिली है। हामिद और उसके बेटों की गिरफ्तारी के लिए यूपी एटीएस ने विशेष प्रकोष्ठ तैनात किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी नेपाल भागने की फिराक में था, लेकिन अभियुक्तों की गिरफ्तारी देर तक नहीं हो सकी है।
महराजगंज में तीसरे दिन भी इंटरनेट सेवाएं ठप
महराजगंज कस्बे में बाजार और इंटरनेट सेवाएं तीसरे दिन भी बंद रही। पुलिस बल की भारी तैनाती को देखते हुए लोग घरों से बाहर निकलने में असहज महसूस कर रहे हैं। हिंसा के मामले में अब तक कुल 50 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। स्थानीय निकाय कर्मियों ने जले हुए वाहनों को हटाने और दुकानों में हुई आगजनी के कारण जमा गंदगी को साफ करने का कार्य प्रारंभ कर दिया है। नेपाल सीमा पर भी सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है।
इस घटना ने जिले में सांप्रदायिक तनाव को और बढ़ा दिया है। इस मुश्किल समय में जिले की जनता ने शांति और समरसता बनाए रखने की अपील की है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी लोगों को आश्वस्त किया कि वे स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य बनाने के लिए सब कुछ कर रहे हैं। व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने की सलाह भी दी जा रही है।