परिचय: बाबा बागेश्वर का विशेष संदेश
आजकल की डिजिटल दुनिया में पहचान का महत्व बढ़ चुका है। इसी संदर्भ में प्रसिद्ध संत बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने अपने अनुयायियों को एक अहम संदेश दिया है। उनका यह संदेश जातिवाद को खत्म करने और हिंदुओं को एकजुट करने की दिशा में एक प्रयास है। बाबा बागेश्वर ने अपील की है कि उनके अनुयायी अपने सोशल मीडिया हैंडल में ‘हिंदू’ नाम शामिल करें।
जात-पात की बेड़ियां तोड़ने का आह्वान
बाबा बागेश्वर ने इस पहल का मुख्य उद्देश्य जाति के बंधनों को खत्म करना बताया है। उनकी नजर में आज का समय जात-पात की राजनीति से ऊपर उठने का है। वे कहते हैं, “ब्राह्मण, ठाकुर, क्षत्रिय, वैश्य जैसी उपाधियों से अब ऊपर उठकर हमें अपनी पहचान को ‘हिंदू’ के रूप में विकसित करना होगा।” उनका मानना है कि जब लोग अपने नाम के आगे या पीछे ‘हिंदू’ लिखना प्रारंभ करेंगे, तब समाज में एक नई चेतना का उदय होगा।
सोशल मीडिया पर पहचान का महत्व
आज के युग में सोशल मीडिया केवल संवाद का माध्यम नहीं रह गया है बल्कि यह सामाजिक पहचान का भी महत्वपूर्ण मंच बन गया है। बाबा बागेश्वर का मानना है कि सोशल मीडिया पर अपना नाम ‘हिंदू’ जोड़ने से एक नई पहचान का निर्माण होगा। यह पहचान जातिवाद के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक बनेगी। उनके अनुसार, इस पहल से जाति की राजनीति करने वालों को एक स्पष्ट संदेश मिलेगा कि हिंदू समाज अब एकजुट हो चुका है।
लव जिहाद और पहचान की सुरक्षा
बाबा बागेश्वर का यह संदेश न केवल सामाजिक एकता की दिशा में है बल्कि इसके पीछे उनका एक और उद्देश्य है। वे लव जिहाद की समस्या को भी रोकना चाहते हैं। हाल ही में हुए कुछ मामलों में यह देखा गया है कि कैसे नकली सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए युवतियों को फंसाया जा रहा है। बाबा बागेश्वर के अनुसार, नाम के साथ ‘हिंदू’ जोड़ने से ऐसे धोखाधड़ी के मामलों में कमी आ सकती है क्योंकि यह एक स्पष्ट संदेश देगा कि हम अपनी पहचान के प्रति जागरूक और सतर्क हैं।
जातिवाद से ऊपर उठने का प्रयास
बाबा बागेश्वर का यह कदम हिंदू समाज को जातिवाद की बेड़ियों से मुक्त करने का प्रयास है। उनका मानना है कि जात-पात की दीवारें गिराकर ही हम एकजुट समाज का निर्माण कर सकते हैं। इस दिशा में उनके ‘हिंदू’ नाम जोड़ने की पहल महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सांगठनिक एकता का प्रतीक बनने के साथ-साथ व्यक्तिगत पहचान की सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है।
मध्य प्रदेश के छतरपुर में कथा और डिजिटल विस्तार
मध्य प्रदेश के छतरपुर में आयोजित एक कथा के दौरान बाबा बागेश्वर ने अपने अनुयायियों को अपने संदेश का महत्त्व समझाया। उन्होंने वहां उपस्थित भक्तों से कहा कि वे अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल्स में ‘हिंदू’ नाम जोड़ें और यह संदेश आगे फैलाएं। इस संदर्भ में उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि भक्त अपने मोबाइल निकालकर लाइव वीडियो बनाएं ताकि यह संदेश व्यापक रूप से प्रसारित हो सके।
बाबा बागेश्वर का संदेश और आने वाला समय
बाबा बागेश्वर द्वारा दिया गया यह निर्देश समाज में एक नई सोच का संचार करेगा। उनकी पहल जात-पात की राजनीति से ऊपर उठकर सामाजिक एकता और सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। बागेश्वर बाबा का यह संदेश केवल धार्मिक नहीं बल्कि एक सामाजिक सुधार का प्रयास है, जो भारत से लेकर बांग्लादेश तक हिंदुओं को संगठित करने में समर्थ होगा।
उम्मीद की जा सकती है कि बाबा बागेश्वर का यह प्रयास भविष्य में उन विवादों और संघर्षों को कम करेगा जो धार्मिक और जातिगत आधार पर होते हैं। बाबा बागेश्वर की इस पहल से न केवल हिंदू समाज, बल्कि अन्य सामाजिक वर्ग भी प्रेरित होंगे और एकजुटता की दिशा में कदम बढ़ाएंगे। यह संदेश आने वाले समय में धार्मिक सदभावना और सामाजिक एकता को भी मजबूत करेगा।