महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अजीत पवार बीजेपी के लिए मुश्किलें पैदा करते दिख रहे हैं. ऐसे समय में जब ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक हैं तो सेफ हैं’ जैसे नारे उछाले जा रहे हैं, राज्य की सरकार में शामिल शरद पवार ने भतीजे ने लोकसभा चुनाव 2024 में खराब प्रदर्शन के लिए भाजपा को सुनाया है. अजीत पवार ने कहा कि यूपी और महाराष्ट्र में भी एनडीए का रिजल्ट अच्छा नहीं रहा. नॉर्थ वालों की सोच अलग रहती है, साउथ वालों की सोच अलग रहती है. हमारे महाराष्ट्र में विदर्भ, मराठवाड़ा, मुंबई, उत्तर, पश्चिम और कोंकण हर एक की सोच अलग रहती है.
उन्होंने कहा कि 0.6 पर्सेंट वोट महायुति को वोट कम मिले फिर भी हम इतनी सीटें हार गए. फिर हम बैठे कि क्या हुआ. दो नरैटिव तो क्लियर दिखाई दिए. एक तो अबकी बार 400 पार बीजेपी वालों ने दिल्ली में नारा लगवाया. वो इतना मिसफायर हुआ कि विपक्ष वाले बोलने लगे कि इनको स्पष्ट बहुमत के लिए 275 चाहिए. 300 से ज्यादा ले आए हैं तो इनको 400 पार क्यों चाहिए? वे बोले कि इनको संविधान बदलना है, हिंदू राष्ट्र बनाना है, आरक्षण हटाना है… ऐसा कुछ भी बोलते थे.
ये लोग बार-बार नारा लगवाते
शरद पवार से अलग राह पर चल रहे भतीजे ने कहा कि अल्पसंख्यक वाले सोचते थे कि ये हिंदू राष्ट्र बनाएंगे. ऐसे फेक नरैटिव बनाए गए. हम कहते रहे कि ऐसा नहीं होगा. ये गलत है. बाबा साहेब का संविधान इतना बढ़िया है, सब लोग इसका आदर करते हैं लेकिन लोगों ने ध्यान नहीं दिया. कोई मानने को तैयार नहीं था क्योंकि ये लोग (भाजपा) बार-बार कह रहे थे कि अबकी बार 400 पार, अबकी बार 400 पार.
अजीत यहीं नहीं रुके. अगला मुद्दा प्याज. हमारे यहां प्याज उगाने वाले किसान बहुत हैं. रेट इतने नीचे आए कि लोग बोलते थे कि पहले प्याज के बारे में बोलो. तीसरा था CAA का मुद्दा. लोग बोले कि ये कानून किसलिए बनाया. रूस, श्रीलंका, इजरायल जैसे कई देशों में हालात खराब थे… मुसलमानों ने वन साइड वोट किया. उन्होंने कहा कि वे हमें निकालने वाले हैं.
बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले अजीत पवार
एएनआई से इंटरव्यू में जब आगे पूछा गया कि इस बार चुनाव में बंटेंगे तो कटेंगे का नारा गूंज रहा है तो अजीत दादा ने कहा कि उसको हमने सबने विरोध किया है. हमारी पार्टी ने, बीजेपी की पंकजा मुंडे ने भी विरोध किया है. एक स्टेट के चीफ मिनिस्टर आते हैं और बोल देते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. तुरंत हमने बोला कि ये उत्तर प्रदेश नहीं है. वहां चलता होगा लेकिन महाराष्ट्र में नहीं.
उन्होंने कहा कि 0.6 पर्सेंट वोट महायुति को वोट कम मिले फिर भी हम इतनी सीटें हार गए. फिर हम बैठे कि क्या हुआ. दो नरैटिव तो क्लियर दिखाई दिए. एक तो अबकी बार 400 पार बीजेपी वालों ने दिल्ली में नारा लगवाया. वो इतना मिसफायर हुआ कि विपक्ष वाले बोलने लगे कि इनको स्पष्ट बहुमत के लिए 275 चाहिए. 300 से ज्यादा ले आए हैं तो इनको 400 पार क्यों चाहिए? वे बोले कि इनको संविधान बदलना है, हिंदू राष्ट्र बनाना है, आरक्षण हटाना है… ऐसा कुछ भी बोलते थे.
ये लोग बार-बार नारा लगवाते
शरद पवार से अलग राह पर चल रहे भतीजे ने कहा कि अल्पसंख्यक वाले सोचते थे कि ये हिंदू राष्ट्र बनाएंगे. ऐसे फेक नरैटिव बनाए गए. हम कहते रहे कि ऐसा नहीं होगा. ये गलत है. बाबा साहेब का संविधान इतना बढ़िया है, सब लोग इसका आदर करते हैं लेकिन लोगों ने ध्यान नहीं दिया. कोई मानने को तैयार नहीं था क्योंकि ये लोग (भाजपा) बार-बार कह रहे थे कि अबकी बार 400 पार, अबकी बार 400 पार.
अजीत यहीं नहीं रुके. अगला मुद्दा प्याज. हमारे यहां प्याज उगाने वाले किसान बहुत हैं. रेट इतने नीचे आए कि लोग बोलते थे कि पहले प्याज के बारे में बोलो. तीसरा था CAA का मुद्दा. लोग बोले कि ये कानून किसलिए बनाया. रूस, श्रीलंका, इजरायल जैसे कई देशों में हालात खराब थे… मुसलमानों ने वन साइड वोट किया. उन्होंने कहा कि वे हमें निकालने वाले हैं.
बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले अजीत पवार
एएनआई से इंटरव्यू में जब आगे पूछा गया कि इस बार चुनाव में बंटेंगे तो कटेंगे का नारा गूंज रहा है तो अजीत दादा ने कहा कि उसको हमने सबने विरोध किया है. हमारी पार्टी ने, बीजेपी की पंकजा मुंडे ने भी विरोध किया है. एक स्टेट के चीफ मिनिस्टर आते हैं और बोल देते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. तुरंत हमने बोला कि ये उत्तर प्रदेश नहीं है. वहां चलता होगा लेकिन महाराष्ट्र में नहीं.
ये लोग बार-बार नारा लगवाते
शरद पवार से अलग राह पर चल रहे भतीजे ने कहा कि अल्पसंख्यक वाले सोचते थे कि ये हिंदू राष्ट्र बनाएंगे. ऐसे फेक नरैटिव बनाए गए. हम कहते रहे कि ऐसा नहीं होगा. ये गलत है. बाबा साहेब का संविधान इतना बढ़िया है, सब लोग इसका आदर करते हैं लेकिन लोगों ने ध्यान नहीं दिया. कोई मानने को तैयार नहीं था क्योंकि ये लोग (भाजपा) बार-बार कह रहे थे कि अबकी बार 400 पार, अबकी बार 400 पार.
अजीत यहीं नहीं रुके. अगला मुद्दा प्याज. हमारे यहां प्याज उगाने वाले किसान बहुत हैं. रेट इतने नीचे आए कि लोग बोलते थे कि पहले प्याज के बारे में बोलो. तीसरा था CAA का मुद्दा. लोग बोले कि ये कानून किसलिए बनाया. रूस, श्रीलंका, इजरायल जैसे कई देशों में हालात खराब थे… मुसलमानों ने वन साइड वोट किया. उन्होंने कहा कि वे हमें निकालने वाले हैं.
बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले अजीत पवार
एएनआई से इंटरव्यू में जब आगे पूछा गया कि इस बार चुनाव में बंटेंगे तो कटेंगे का नारा गूंज रहा है तो अजीत दादा ने कहा कि उसको हमने सबने विरोध किया है. हमारी पार्टी ने, बीजेपी की पंकजा मुंडे ने भी विरोध किया है. एक स्टेट के चीफ मिनिस्टर आते हैं और बोल देते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. तुरंत हमने बोला कि ये उत्तर प्रदेश नहीं है. वहां चलता होगा लेकिन महाराष्ट्र में नहीं.
शरद पवार से अलग राह पर चल रहे भतीजे ने कहा कि अल्पसंख्यक वाले सोचते थे कि ये हिंदू राष्ट्र बनाएंगे. ऐसे फेक नरैटिव बनाए गए. हम कहते रहे कि ऐसा नहीं होगा. ये गलत है. बाबा साहेब का संविधान इतना बढ़िया है, सब लोग इसका आदर करते हैं लेकिन लोगों ने ध्यान नहीं दिया. कोई मानने को तैयार नहीं था क्योंकि ये लोग (भाजपा) बार-बार कह रहे थे कि अबकी बार 400 पार, अबकी बार 400 पार.
अजीत यहीं नहीं रुके. अगला मुद्दा प्याज. हमारे यहां प्याज उगाने वाले किसान बहुत हैं. रेट इतने नीचे आए कि लोग बोलते थे कि पहले प्याज के बारे में बोलो. तीसरा था CAA का मुद्दा. लोग बोले कि ये कानून किसलिए बनाया. रूस, श्रीलंका, इजरायल जैसे कई देशों में हालात खराब थे… मुसलमानों ने वन साइड वोट किया. उन्होंने कहा कि वे हमें निकालने वाले हैं.
बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले अजीत पवार
एएनआई से इंटरव्यू में जब आगे पूछा गया कि इस बार चुनाव में बंटेंगे तो कटेंगे का नारा गूंज रहा है तो अजीत दादा ने कहा कि उसको हमने सबने विरोध किया है. हमारी पार्टी ने, बीजेपी की पंकजा मुंडे ने भी विरोध किया है. एक स्टेट के चीफ मिनिस्टर आते हैं और बोल देते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. तुरंत हमने बोला कि ये उत्तर प्रदेश नहीं है. वहां चलता होगा लेकिन महाराष्ट्र में नहीं.
अजीत यहीं नहीं रुके. अगला मुद्दा प्याज. हमारे यहां प्याज उगाने वाले किसान बहुत हैं. रेट इतने नीचे आए कि लोग बोलते थे कि पहले प्याज के बारे में बोलो. तीसरा था CAA का मुद्दा. लोग बोले कि ये कानून किसलिए बनाया. रूस, श्रीलंका, इजरायल जैसे कई देशों में हालात खराब थे… मुसलमानों ने वन साइड वोट किया. उन्होंने कहा कि वे हमें निकालने वाले हैं.
बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले अजीत पवार
एएनआई से इंटरव्यू में जब आगे पूछा गया कि इस बार चुनाव में बंटेंगे तो कटेंगे का नारा गूंज रहा है तो अजीत दादा ने कहा कि उसको हमने सबने विरोध किया है. हमारी पार्टी ने, बीजेपी की पंकजा मुंडे ने भी विरोध किया है. एक स्टेट के चीफ मिनिस्टर आते हैं और बोल देते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. तुरंत हमने बोला कि ये उत्तर प्रदेश नहीं है. वहां चलता होगा लेकिन महाराष्ट्र में नहीं.
बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले अजीत पवार
एएनआई से इंटरव्यू में जब आगे पूछा गया कि इस बार चुनाव में बंटेंगे तो कटेंगे का नारा गूंज रहा है तो अजीत दादा ने कहा कि उसको हमने सबने विरोध किया है. हमारी पार्टी ने, बीजेपी की पंकजा मुंडे ने भी विरोध किया है. एक स्टेट के चीफ मिनिस्टर आते हैं और बोल देते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. तुरंत हमने बोला कि ये उत्तर प्रदेश नहीं है. वहां चलता होगा लेकिन महाराष्ट्र में नहीं.
एएनआई से इंटरव्यू में जब आगे पूछा गया कि इस बार चुनाव में बंटेंगे तो कटेंगे का नारा गूंज रहा है तो अजीत दादा ने कहा कि उसको हमने सबने विरोध किया है. हमारी पार्टी ने, बीजेपी की पंकजा मुंडे ने भी विरोध किया है. एक स्टेट के चीफ मिनिस्टर आते हैं और बोल देते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. तुरंत हमने बोला कि ये उत्तर प्रदेश नहीं है. वहां चलता होगा लेकिन महाराष्ट्र में नहीं.
