अग्निवीर योजना पर नई घोषणा
पूर्व अग्निवीरों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आ गई है। सुपरसॉनिक ब्रह्मोस मिसाइल बनाने वाली ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड ने हाल ही में घोषणा की है कि कंपनी पूर्व अग्निवीरों के लिए विभिन्न पदों को आरक्षित कर रही है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत और रूस का जॉइंट वेंचर है, और यह डिफेंस सेक्टर की पहली कंपनी है जिसने अग्निवीरों के लिए इस प्रकार के आरक्षण की घोषणा की है।
तकनीकी और प्रशासनिक पदों पर आरक्षण
कंपनी ने अपने ऐलान में कहा कि तकनीकी और सामान्य प्रशासन में कम से कम 15 प्रतिशत पद पूर्व अग्निवीरों के लिए आरक्षित होंगे। इसके साथ ही, आउटसोर्स वर्क समेत प्रशासनिक और सुरक्षा भूमिका के 50 प्रतिशत पदों पर भी इन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। यह आदेश ब्रह्मोस एयरोस्पेस के साथ ही इसके 200 से अधिक इंडस्ट्री पार्टनर्स को भी प्रोत्साहित करता है कि वे भी अपने वर्कफोर्स का 15 प्रतिशत हिस्सा अग्निवीरों के लिए रिजर्व करें।
ब्रह्मोस मिसाइल की विशेषताएं
ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइलों का निर्माण करती है, जिन्हें पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या भूमि पर स्थित प्लेटफॉर्म से दागा जा सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल 2.8 मैक यानी आवाज की गति से करीब तीन गुना तेजी से उड़ती है। कंपनी ने ‘एक्स’ पर कहा कि भारत सरकार की अग्निपथ योजना के अनुसार, ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने अग्निवीरों को आरक्षण प्रदान करने के लिए अपने नए नीतिगत दिशानिर्देशों की घोषणा की है।
सरकार का समर्थन
इससे पहले, बीएसएफ (BSF) और सीआईएसएफ (CISF) जैसी सुरक्षा एजेंसियों ने भी घोषणा की थी कि वे पूर्व अग्निवीरों को भर्तियों में 10 प्रतिशत आरक्षण देंगी। बीएसएफ ने कहा था कि अग्निवीरों को 4 साल की ट्रेनिंग के बाद तैयार किया जाता है, जिससे उन्हें पहले से ही प्रशिक्षित सैनिक मिलते हैं। इसके अलावा, आयु सीमा में भी उन्हें छूट प्रदान की जाएगी। पहले बैच के अग्निवीरों के लिए यह छूट 5 साल होगी, जबकि बाद के बैचों में यह छूट 3 साल तक सीमित होगी।
उद्योग में बढ़ती जागरूकता
ब्रह्मोस एयरोस्पेस की यह पहल न केवल कंपनी बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना भारतीय सशस्त्र बलों में चार साल की सेवा देने के बाद राष्ट्र निर्माण की दिशा में काम करने वाले सेवामुक्त सैनिकों के लिए एक मूल्यवान अवसर प्रस्तुत करती है। इससे अन्य डिफेंस और औद्योगिक कंपनियों में भी जागरूकता बढ़ेगी और वे भी इसी प्रकार के कदम उठाने के लिए प्रेरित होंगी।
अर्थव्यवस्था और रोजगार पर प्रभाव
यह कदम अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए भी एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकता है। पूर्व सैनिकों को इस प्रकार के आरक्षण मिलने से उन्हें रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। विशेषकर, ब्रह्मोस एयरोस्पेस जैसी कंपनियों में इन्हें नौकरियों में प्राथमिकता मिलने से इनके पेशेवर कौशल का उपयोग बेहतर तरीके से हो सकेगा।
आर्थिक सुरक्षा और स्थिरता
पूर्व अग्निवीरों के लिए इस प्रकार के आरक्षण न केवल उनकी आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे बल्कि समाज में उनकी स्थिरता और सम्मान को भी बढ़ावा देंगे। यह एक सकारात्मक कदम है जो उन्हें राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करेगा।
भविष्य की संभावनाएं और चुनौतियां
हालांकि, इस प्रकार की योजनाओं को प्रभावी बनाने के लिए कंपनियों और सरकार को मिलकर काम करना होगा। इन नीतियों का सही ढंग से कार्यान्वयन और लगातार निगरानी सुनिश्चित करना होगा ताकि इनका लाभ वास्तविक रूप से पूर्व अग्निवीरों तक पहुँचे।
निष्कर्ष
ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड की इस घोषणा को एक निश्चित तौर पर सकारात्मक पहल कहा जा सकता है। यह न केवल पूर्व अग्निवीरों के लिए नए अवसर पैदा करती है बल्कि अन्य कंपनियों और संगठनों को भी इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। यह कदम भारत के रक्षा और औद्योगिक क्षेत्र में एक नई दिशा स्थापित कर सकता है, जोकि हमारे देश की सुरक्षा और विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
आशा है कि अन्य कंपनियाँ भी इसी प्रकार की योजनाएं बनाकर पूर्व अग्निवीरों की रोज़गारिक स्थायित्व और सशक्तिकरण की दिशा में सकारात्मक योगदान देंगी।