भारतीय सेना की ताकत को नए आयाम
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का सामना करने और अपनी सुरक्षा क्षमता में वृद्धि करने के उद्देश्य से तीन नए अत्याधुनिक हथियारों को अपने बेड़े में शामिल किया है। इन नए हथियारों में अत्याधुनिक तकनीकों का मिश्रण है, जो भारतीय सेना को कठिन से कठिन परिस्थितियों में विषम चुनौतियों का सामना करने की ताकत देंगे। इस अत्याधुनिक शस्त्र प्रणाली में रोबोटिक मल्टी-यूटिलिटी लेग्ड इक्विपमेंट (MULE), इंडियन मेड लॉजिस्टिक्स ड्रोन और ATOR N1200 शामिल हैं।
रोबोटिक MULE: हर परिस्थिति में सहायक
रोबोटिक मल्टी-यूटिलिटी लेग्ड इक्विपमेंट, जिसे रोबोटिक MULE कहा जाता है, भारतीय सेना के परिप्रेक्ष्य में एक अमूल्य उपकरण साबित हो सकता है। रोबोटिक MULE एक प्रकार का रोबो डॉग है जिसे विशेष रूप से युद्ध और खोज अभियानों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 100 यूनिट्स में प्रदर्शित किया गया है, जो भारतीय सेना की क्षमता को कई गुना बढ़ा सकता है। यह रोबोटिक डॉग आसानी से सीढ़ियों और खड़ी पहाड़ियों पर चढ़ सकता है, और इसका संचालन -40 से 55 डिग्री सेल्सियस के तापमान में भी संभव है। इसके अलावा, यह 15 किलोग्राम तक का भार उठाकर भीषण इलाकों में काम कर सकता है और थर्मल कैमरे व सेंसरों से लैस होने के कारण निगरानी की क्षमता को भी बढ़ाता है।
इंडियन मेड लॉजिस्टिक्स ड्रोन: भारत की आसमान में नई उड़ान
इंडियन मेड लॉजिस्टिक्स ड्रोन भी सेना के बेड़े में एक महत्वपूर्ण जोड़ है। यह ड्रोन 52 किलो तक के वजन को आसानी से उठाकर 10 किलोमीटर तक की उड़ान भर सकता है। यह 20 डिग्री से 45 डिग्री तक के तापमान में भी निगरानी के लिए उपयुक्त है और ‘मेक इन इंडिया’ का आदर्श उदाहरण है, जो दुर्गम क्षेत्रों में आवश्यक सामग्री और हथियारों की आपूर्ति करने की क्षमता रखता है। इन ड्रोन की बढ़ती मांग सीमा और पहाड़ी क्षेत्रों में सैन्य संचालन के प्रभावी संचालन के लिए हो रही है।
ATOR N1200: सभी जगहों के लिए सक्षम वाहन
तीसरे नंबर पर है ATOR N1200, जो एक ऑल टैरेन व्हीकल है और किसी भी प्रकार की आपदा के समय रेस्क्यू ऑपरेशन से लड़ाई के मैदान तक, हर जगह प्रभावी ढंग से काम कर सकता है। यह वाहन अपनी दमदार बनावट के लिए जाना जाता है, चाहे बर्फ, पानी या रेगिस्तान हो, यह हर तरह के बेहद कठोर इलाकों को पार कर सकता है। इसकी लंबाई चार मीटर और चौड़ाई 2.846 मीटर है, जो इसे बड़ी और विस्तृत बनावट देता है और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकता है। इसमें बैठने की सुविधा भी बेहतरीन है, जिसमें 9 लोग आराम से बैठ सकते हैं।
भारतीय सेना की अनोखी तैयारी
इन नए हथियारों के आने से भारतीय सेना की मजबूत क्षमता में और निखार आएगा। रोबो MULE, ड्रोन और ATOR N1200 के संगम से सेना अत्यधिक कठिन ऑपरेशनों को भी सफलता से अंजाम देने में सक्षम होगी। दुर्गम, ऊंचाई वाले क्षेत्रों में काम करने वाले ये उपकरण सुरक्षा और संचालन की दृष्टि से अहम साबित होंगे। एलएसी पर निगरानी की दृष्टि से खासकर रोबोटिक MULE की क्षमता को देखते हुए इसे तैनात किया जा सकता है।
भारत की यह तकनीकी प्रगति भारत की सुरक्षा की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम है, जो देशवासियों के लिए सुरक्षा की भावना को और मजबूत करेगा। इन नए साधनों के साथ, भारतीय सेना न केवल अपनी औपचारिकता में नई ऊँचाइयों को छूने के लिए तैयार है, बल्कि यह अपने दुश्मनों के लिए एक स्पष्ट चेतावनी भी है कि भारतीय भूमि के खिलाफ किसी भी तरह की आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भारतीय सेना के ये नए हथियार देश की सीमाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे और देश के दुश्मनों के लिए कड़ा जवाब होंगे।