Sunita Williams: भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स करीब नौ महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद अब पृथ्वी पर वापस लौट रही हैं. उनके इस ऐतिहासिक मिशन को लेकर दुनियाभर में खुशी है, वहीं उनके पैतृक गांव गुजरात के झूलासन में भी उत्साह का माहौल है. गांववासियों ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए विशेष पूजा-अर्चना की. मंदिर में अखंड ज्योत जलाई. अब झूलासन गांव के लोग इस ऐतिहासिक पल को दिवाली और होली की तरह मनाने की तैयारी कर रहे हैं. भव्य जुलूस, भजन-कीर्तन के जरिए उनके स्वागत के लिए गांवावासी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
गांव के एक निवासी ने बताया कि सुनीता अब तक दो बार अपने गांव आ चुकी हैं. उन्होंन कहा, ‘नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स यहां दो बार आ चुकी हैं. हम सभी चाहते हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आएं. हम जश्न मनाने की भी योजना बना रहे हैं…यहां हर कोई उत्साहित है और प्रार्थना कर रहा है कि वह सुरक्षित रूप से उतरें…’
अखंड ज्योत जलाकर सलामती की कामना
गांव के लोगों ने इससे पहले देवी डोला माता के मंदिर में अखंड ज्योत जलाकर उनकी सलामती की कामना की थी, जिसे उनकी वापसी के बाद मंदिर में अर्पित किया जाएगा. सुनीता विलियम्स के चचेरे भाई, नवीन पंड्या के मुताबिक, उनके सम्मान में एक विशाल जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें भजन-कीर्तन और आतिशबाजी भी होगी. झूलासन गांव के लोग सुनीता विलियम्स को भविष्य में उनके पैतृक गांव आमंत्रित करने के लिए उत्सुक हैं. उनके पिता, दीपक पंड्या, मूल रूप से झूलासन के निवासी थे, जो 1957 में अमेरिका चले गए थे.
सुनीता विलियम्स के नाम कई रिकॉर्ड
सुनीता विलियम्स अपने सह-यात्री बुच विल्मोर के साथ स्पेसएक्स के जरिए से पृथ्वी पर लौट रही हैं. सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में कई रिकॉर्ड बनाए हैं, जिनमें उनके नाम 62 घंटे की स्पेसवॉक का रिकॉर्ड है, जो किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री के लिए सबसे ज्यादा है. उनकी सफलता पर झूलासन के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं और उनकी वापसी को ऐतिहासिक क्षण मानकर पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं.
गांव के एक निवासी ने बताया कि सुनीता अब तक दो बार अपने गांव आ चुकी हैं. उन्होंन कहा, ‘नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स यहां दो बार आ चुकी हैं. हम सभी चाहते हैं कि वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आएं. हम जश्न मनाने की भी योजना बना रहे हैं…यहां हर कोई उत्साहित है और प्रार्थना कर रहा है कि वह सुरक्षित रूप से उतरें…’
अखंड ज्योत जलाकर सलामती की कामना
गांव के लोगों ने इससे पहले देवी डोला माता के मंदिर में अखंड ज्योत जलाकर उनकी सलामती की कामना की थी, जिसे उनकी वापसी के बाद मंदिर में अर्पित किया जाएगा. सुनीता विलियम्स के चचेरे भाई, नवीन पंड्या के मुताबिक, उनके सम्मान में एक विशाल जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें भजन-कीर्तन और आतिशबाजी भी होगी. झूलासन गांव के लोग सुनीता विलियम्स को भविष्य में उनके पैतृक गांव आमंत्रित करने के लिए उत्सुक हैं. उनके पिता, दीपक पंड्या, मूल रूप से झूलासन के निवासी थे, जो 1957 में अमेरिका चले गए थे.
सुनीता विलियम्स के नाम कई रिकॉर्ड
सुनीता विलियम्स अपने सह-यात्री बुच विल्मोर के साथ स्पेसएक्स के जरिए से पृथ्वी पर लौट रही हैं. सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में कई रिकॉर्ड बनाए हैं, जिनमें उनके नाम 62 घंटे की स्पेसवॉक का रिकॉर्ड है, जो किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री के लिए सबसे ज्यादा है. उनकी सफलता पर झूलासन के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं और उनकी वापसी को ऐतिहासिक क्षण मानकर पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं.
अखंड ज्योत जलाकर सलामती की कामना
गांव के लोगों ने इससे पहले देवी डोला माता के मंदिर में अखंड ज्योत जलाकर उनकी सलामती की कामना की थी, जिसे उनकी वापसी के बाद मंदिर में अर्पित किया जाएगा. सुनीता विलियम्स के चचेरे भाई, नवीन पंड्या के मुताबिक, उनके सम्मान में एक विशाल जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें भजन-कीर्तन और आतिशबाजी भी होगी. झूलासन गांव के लोग सुनीता विलियम्स को भविष्य में उनके पैतृक गांव आमंत्रित करने के लिए उत्सुक हैं. उनके पिता, दीपक पंड्या, मूल रूप से झूलासन के निवासी थे, जो 1957 में अमेरिका चले गए थे.
सुनीता विलियम्स के नाम कई रिकॉर्ड
सुनीता विलियम्स अपने सह-यात्री बुच विल्मोर के साथ स्पेसएक्स के जरिए से पृथ्वी पर लौट रही हैं. सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में कई रिकॉर्ड बनाए हैं, जिनमें उनके नाम 62 घंटे की स्पेसवॉक का रिकॉर्ड है, जो किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री के लिए सबसे ज्यादा है. उनकी सफलता पर झूलासन के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं और उनकी वापसी को ऐतिहासिक क्षण मानकर पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं.
सुनीता विलियम्स के नाम कई रिकॉर्ड
सुनीता विलियम्स अपने सह-यात्री बुच विल्मोर के साथ स्पेसएक्स के जरिए से पृथ्वी पर लौट रही हैं. सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में कई रिकॉर्ड बनाए हैं, जिनमें उनके नाम 62 घंटे की स्पेसवॉक का रिकॉर्ड है, जो किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री के लिए सबसे ज्यादा है. उनकी सफलता पर झूलासन के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं और उनकी वापसी को ऐतिहासिक क्षण मानकर पूरे हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं.