BIMSTEC SUMMIT 2025: बांग्लादेश ने अपनी अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच बैठक कराने के लिए भारत से कॉन्टैक्ट किया है. दोनों ही नेता अप्रैल में बैंकॉक में आयोजित होने वाले बिम्सटेक शिखर सम्मेलन ( BIMSTEC SUMMIT 2025 ) में पहुंचने की उम्मीद है. छठे बिम्सटेक सम्मेलन का आयोजन 2-4 अप्रैल तक थाईलैंड में होगा.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने बताया, ‘हमने बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान अपने दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने के लिए भारत से कूटनीतिक संपर्क किया है.’
जब भारत-बांग्लादेश की हुई थी बात..
इससे पहले फरवरी में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ओमान में हिंद महासागर सम्मेलन के दौरान बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार हुसैन के साथ चर्चा की थी. जयशंकर ने कहा कि उनकी चर्चा द्विपक्षीय संबंधों और बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) पर केंद्रित थी.
जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया था, ‘बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात की. बातचीत हमारे द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ (बिम्सटेक) पर भी केंद्रित थी.’ इस बीच, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर संकेत दिया कि दोनों पक्षों ने आपसी हित के विभिन्न द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा की.
गंगा जल संधि के नवीनीकरण पर जोर
भारत और बांग्लादेश दोनों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों में मौजूदा कठिनाइयों को कबूल किया और इन मुद्दों के समाधान में सहयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. बयान के मुताबिक, बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार ने गंगा जल संधि के नवीनीकरण के लिए बातचीत शुरू करने के महत्व पर जोर दिया. साथ ही, उन्होंने सार्क स्थायी समिति की बैठक बुलाने के महत्व को रेखांकित किया और इस मामले पर भारत के विचार की मांग की.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने बताया, ‘हमने बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान अपने दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने के लिए भारत से कूटनीतिक संपर्क किया है.’
जब भारत-बांग्लादेश की हुई थी बात..
इससे पहले फरवरी में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ओमान में हिंद महासागर सम्मेलन के दौरान बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार हुसैन के साथ चर्चा की थी. जयशंकर ने कहा कि उनकी चर्चा द्विपक्षीय संबंधों और बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) पर केंद्रित थी.
जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया था, ‘बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात की. बातचीत हमारे द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ (बिम्सटेक) पर भी केंद्रित थी.’ इस बीच, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर संकेत दिया कि दोनों पक्षों ने आपसी हित के विभिन्न द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा की.
गंगा जल संधि के नवीनीकरण पर जोर
भारत और बांग्लादेश दोनों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों में मौजूदा कठिनाइयों को कबूल किया और इन मुद्दों के समाधान में सहयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. बयान के मुताबिक, बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार ने गंगा जल संधि के नवीनीकरण के लिए बातचीत शुरू करने के महत्व पर जोर दिया. साथ ही, उन्होंने सार्क स्थायी समिति की बैठक बुलाने के महत्व को रेखांकित किया और इस मामले पर भारत के विचार की मांग की.
जब भारत-बांग्लादेश की हुई थी बात..
इससे पहले फरवरी में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ओमान में हिंद महासागर सम्मेलन के दौरान बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार हुसैन के साथ चर्चा की थी. जयशंकर ने कहा कि उनकी चर्चा द्विपक्षीय संबंधों और बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) पर केंद्रित थी.
जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया था, ‘बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात की. बातचीत हमारे द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ (बिम्सटेक) पर भी केंद्रित थी.’ इस बीच, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर संकेत दिया कि दोनों पक्षों ने आपसी हित के विभिन्न द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा की.
गंगा जल संधि के नवीनीकरण पर जोर
भारत और बांग्लादेश दोनों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों में मौजूदा कठिनाइयों को कबूल किया और इन मुद्दों के समाधान में सहयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. बयान के मुताबिक, बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार ने गंगा जल संधि के नवीनीकरण के लिए बातचीत शुरू करने के महत्व पर जोर दिया. साथ ही, उन्होंने सार्क स्थायी समिति की बैठक बुलाने के महत्व को रेखांकित किया और इस मामले पर भारत के विचार की मांग की.
जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया था, ‘बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से मुलाकात की. बातचीत हमारे द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ (बिम्सटेक) पर भी केंद्रित थी.’ इस बीच, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर संकेत दिया कि दोनों पक्षों ने आपसी हित के विभिन्न द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा की.
गंगा जल संधि के नवीनीकरण पर जोर
भारत और बांग्लादेश दोनों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों में मौजूदा कठिनाइयों को कबूल किया और इन मुद्दों के समाधान में सहयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. बयान के मुताबिक, बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार ने गंगा जल संधि के नवीनीकरण के लिए बातचीत शुरू करने के महत्व पर जोर दिया. साथ ही, उन्होंने सार्क स्थायी समिति की बैठक बुलाने के महत्व को रेखांकित किया और इस मामले पर भारत के विचार की मांग की.
गंगा जल संधि के नवीनीकरण पर जोर
भारत और बांग्लादेश दोनों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों में मौजूदा कठिनाइयों को कबूल किया और इन मुद्दों के समाधान में सहयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की. बयान के मुताबिक, बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार ने गंगा जल संधि के नवीनीकरण के लिए बातचीत शुरू करने के महत्व पर जोर दिया. साथ ही, उन्होंने सार्क स्थायी समिति की बैठक बुलाने के महत्व को रेखांकित किया और इस मामले पर भारत के विचार की मांग की.
