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Disha Salian Death Case: पिछले 5 सालों से मुझे बदनाम करने की कोशिशें की जा रहीं.. दिशा सालियान केस पर आदित्य ठाकरे ने क्या कहा?


Disha Salian Death Case Update: दिशा सालियान की मौत का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है. मामले को लेकर चल रहे विवाद के बीच शिवसेना-यूबीटी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों से इस मामले में उनका नाम उछाला जा रहा है. उन्होंने बदनाम करने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं. उन्होंने दावा किया कि लोगों का ध्यान महत्वपूर्ण मुद्दों से हटाने के लिए जानबूझकर इस मामले को उठाया गया है. खासकर तब जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कहा है कि औरंगजेब की कब्र कोई प्रासंगिक मामला नहीं है.
दिशा सालियान के पिता ने दायर की याचिका
बता दें कि दिशा सालियान के पिता ने मामले की सीबीआई जांच के लिए बुधवार को याचिका दायर की है. जिसके बाद आदित्य ठाकरे की यह प्रतिक्रिया सामने आई है. याचिका में दिशा के पिता ने कहा था कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. उन्होंने अपनी याचिका में आदित्य ठाकरे का नाम लिया है.
आदित्य ठाकरे ने क्या कहा
आदित्य ठाकरे ने सवाल किया कि पांच साल से लगातार बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. महत्वपूर्ण बात यह है कि मैंने आपको बार-बार बताया है.. आपने मेरा ट्वीट देखा होगा. हम (विपक्ष) एक साथ आए और इस सरकार को बेनकाब किया. न केवल हमने बल्कि आरएसएस ने भी इसे बेनकाब किया है. आरएसएस के लोगों ने भी कहा कि औरंगजेब का मुद्दा उठाना गलत है. तो क्या अब भाजपा के मंत्री उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे? अपराधों के मामले में महाराष्ट्र को कहां ले जाया जा रहा है? महिला अत्याचार, किसान आत्महत्या, किसानों का संकट, महाराष्ट्र की स्थिति बदतर होती जा रही है. 
आदित्य ने विपक्ष पर साधा निशाना
आदित्य ठाकरे ने महायुति गठबंधन पर राज्य के बजट में अपने 10-सूत्री घोषणापत्र में से एक भी मुद्दा शामिल नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने इस पर और औरंगजेब के मुद्दे पर भी सरकार को बेनकाब किया है. एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा (बीड सरपंच हत्या के सिलसिले में धनंजय मुंडे ने इस्तीफा दिया). इससे पहले विधानसभा में महायुति विधायकों ने दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उठाया था और मांग की थी कि आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार किया जाए और उनसे पूछताछ की जाए. खासकर तब जब दिशा सालियान के पिता ने सीबीआई जांच की मांग वाली अपनी याचिका में उनका नाम लिया है. 
दिशा की मौत का कारण क्या था..
भाजपा विधायक ने इस मुद्दे को उठाया और उनके साथ शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर, भाजपा मंत्री नितेश राणे और शिवसेना मंत्री शभुराज देसाई भी शामिल हुए. भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या माना और मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए दिसंबर 2022 में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भ्रम और संदेह का माहौल है. क्या उसकी मौत से पहले कोई पार्टी आयोजित की गई थी? पार्टी में कौन-कौन शामिल था? उसकी मौत का कारण क्या था या यह हत्या थी? उसकी मौत के कारण को लेकर मीडिया, सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं. दो साल बीत जाने के बावजूद एसआईटी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है. 
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
दिशा सालियान के पिता ने दायर की याचिका
बता दें कि दिशा सालियान के पिता ने मामले की सीबीआई जांच के लिए बुधवार को याचिका दायर की है. जिसके बाद आदित्य ठाकरे की यह प्रतिक्रिया सामने आई है. याचिका में दिशा के पिता ने कहा था कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. उन्होंने अपनी याचिका में आदित्य ठाकरे का नाम लिया है.
आदित्य ठाकरे ने क्या कहा
आदित्य ठाकरे ने सवाल किया कि पांच साल से लगातार बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. महत्वपूर्ण बात यह है कि मैंने आपको बार-बार बताया है.. आपने मेरा ट्वीट देखा होगा. हम (विपक्ष) एक साथ आए और इस सरकार को बेनकाब किया. न केवल हमने बल्कि आरएसएस ने भी इसे बेनकाब किया है. आरएसएस के लोगों ने भी कहा कि औरंगजेब का मुद्दा उठाना गलत है. तो क्या अब भाजपा के मंत्री उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे? अपराधों के मामले में महाराष्ट्र को कहां ले जाया जा रहा है? महिला अत्याचार, किसान आत्महत्या, किसानों का संकट, महाराष्ट्र की स्थिति बदतर होती जा रही है. 
आदित्य ने विपक्ष पर साधा निशाना
आदित्य ठाकरे ने महायुति गठबंधन पर राज्य के बजट में अपने 10-सूत्री घोषणापत्र में से एक भी मुद्दा शामिल नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने इस पर और औरंगजेब के मुद्दे पर भी सरकार को बेनकाब किया है. एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा (बीड सरपंच हत्या के सिलसिले में धनंजय मुंडे ने इस्तीफा दिया). इससे पहले विधानसभा में महायुति विधायकों ने दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उठाया था और मांग की थी कि आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार किया जाए और उनसे पूछताछ की जाए. खासकर तब जब दिशा सालियान के पिता ने सीबीआई जांच की मांग वाली अपनी याचिका में उनका नाम लिया है. 
दिशा की मौत का कारण क्या था..
भाजपा विधायक ने इस मुद्दे को उठाया और उनके साथ शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर, भाजपा मंत्री नितेश राणे और शिवसेना मंत्री शभुराज देसाई भी शामिल हुए. भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या माना और मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए दिसंबर 2022 में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भ्रम और संदेह का माहौल है. क्या उसकी मौत से पहले कोई पार्टी आयोजित की गई थी? पार्टी में कौन-कौन शामिल था? उसकी मौत का कारण क्या था या यह हत्या थी? उसकी मौत के कारण को लेकर मीडिया, सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं. दो साल बीत जाने के बावजूद एसआईटी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है. 
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
बता दें कि दिशा सालियान के पिता ने मामले की सीबीआई जांच के लिए बुधवार को याचिका दायर की है. जिसके बाद आदित्य ठाकरे की यह प्रतिक्रिया सामने आई है. याचिका में दिशा के पिता ने कहा था कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. उन्होंने अपनी याचिका में आदित्य ठाकरे का नाम लिया है.
आदित्य ठाकरे ने क्या कहा
आदित्य ठाकरे ने सवाल किया कि पांच साल से लगातार बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. महत्वपूर्ण बात यह है कि मैंने आपको बार-बार बताया है.. आपने मेरा ट्वीट देखा होगा. हम (विपक्ष) एक साथ आए और इस सरकार को बेनकाब किया. न केवल हमने बल्कि आरएसएस ने भी इसे बेनकाब किया है. आरएसएस के लोगों ने भी कहा कि औरंगजेब का मुद्दा उठाना गलत है. तो क्या अब भाजपा के मंत्री उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे? अपराधों के मामले में महाराष्ट्र को कहां ले जाया जा रहा है? महिला अत्याचार, किसान आत्महत्या, किसानों का संकट, महाराष्ट्र की स्थिति बदतर होती जा रही है. 
आदित्य ने विपक्ष पर साधा निशाना
आदित्य ठाकरे ने महायुति गठबंधन पर राज्य के बजट में अपने 10-सूत्री घोषणापत्र में से एक भी मुद्दा शामिल नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने इस पर और औरंगजेब के मुद्दे पर भी सरकार को बेनकाब किया है. एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा (बीड सरपंच हत्या के सिलसिले में धनंजय मुंडे ने इस्तीफा दिया). इससे पहले विधानसभा में महायुति विधायकों ने दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उठाया था और मांग की थी कि आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार किया जाए और उनसे पूछताछ की जाए. खासकर तब जब दिशा सालियान के पिता ने सीबीआई जांच की मांग वाली अपनी याचिका में उनका नाम लिया है. 
दिशा की मौत का कारण क्या था..
भाजपा विधायक ने इस मुद्दे को उठाया और उनके साथ शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर, भाजपा मंत्री नितेश राणे और शिवसेना मंत्री शभुराज देसाई भी शामिल हुए. भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या माना और मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए दिसंबर 2022 में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भ्रम और संदेह का माहौल है. क्या उसकी मौत से पहले कोई पार्टी आयोजित की गई थी? पार्टी में कौन-कौन शामिल था? उसकी मौत का कारण क्या था या यह हत्या थी? उसकी मौत के कारण को लेकर मीडिया, सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं. दो साल बीत जाने के बावजूद एसआईटी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है. 
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
आदित्य ठाकरे ने क्या कहा
आदित्य ठाकरे ने सवाल किया कि पांच साल से लगातार बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. महत्वपूर्ण बात यह है कि मैंने आपको बार-बार बताया है.. आपने मेरा ट्वीट देखा होगा. हम (विपक्ष) एक साथ आए और इस सरकार को बेनकाब किया. न केवल हमने बल्कि आरएसएस ने भी इसे बेनकाब किया है. आरएसएस के लोगों ने भी कहा कि औरंगजेब का मुद्दा उठाना गलत है. तो क्या अब भाजपा के मंत्री उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे? अपराधों के मामले में महाराष्ट्र को कहां ले जाया जा रहा है? महिला अत्याचार, किसान आत्महत्या, किसानों का संकट, महाराष्ट्र की स्थिति बदतर होती जा रही है. 
आदित्य ने विपक्ष पर साधा निशाना
आदित्य ठाकरे ने महायुति गठबंधन पर राज्य के बजट में अपने 10-सूत्री घोषणापत्र में से एक भी मुद्दा शामिल नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने इस पर और औरंगजेब के मुद्दे पर भी सरकार को बेनकाब किया है. एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा (बीड सरपंच हत्या के सिलसिले में धनंजय मुंडे ने इस्तीफा दिया). इससे पहले विधानसभा में महायुति विधायकों ने दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उठाया था और मांग की थी कि आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार किया जाए और उनसे पूछताछ की जाए. खासकर तब जब दिशा सालियान के पिता ने सीबीआई जांच की मांग वाली अपनी याचिका में उनका नाम लिया है. 
दिशा की मौत का कारण क्या था..
भाजपा विधायक ने इस मुद्दे को उठाया और उनके साथ शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर, भाजपा मंत्री नितेश राणे और शिवसेना मंत्री शभुराज देसाई भी शामिल हुए. भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या माना और मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए दिसंबर 2022 में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भ्रम और संदेह का माहौल है. क्या उसकी मौत से पहले कोई पार्टी आयोजित की गई थी? पार्टी में कौन-कौन शामिल था? उसकी मौत का कारण क्या था या यह हत्या थी? उसकी मौत के कारण को लेकर मीडिया, सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं. दो साल बीत जाने के बावजूद एसआईटी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है. 
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
आदित्य ठाकरे ने सवाल किया कि पांच साल से लगातार बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. महत्वपूर्ण बात यह है कि मैंने आपको बार-बार बताया है.. आपने मेरा ट्वीट देखा होगा. हम (विपक्ष) एक साथ आए और इस सरकार को बेनकाब किया. न केवल हमने बल्कि आरएसएस ने भी इसे बेनकाब किया है. आरएसएस के लोगों ने भी कहा कि औरंगजेब का मुद्दा उठाना गलत है. तो क्या अब भाजपा के मंत्री उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे? अपराधों के मामले में महाराष्ट्र को कहां ले जाया जा रहा है? महिला अत्याचार, किसान आत्महत्या, किसानों का संकट, महाराष्ट्र की स्थिति बदतर होती जा रही है. 
आदित्य ने विपक्ष पर साधा निशाना
आदित्य ठाकरे ने महायुति गठबंधन पर राज्य के बजट में अपने 10-सूत्री घोषणापत्र में से एक भी मुद्दा शामिल नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने इस पर और औरंगजेब के मुद्दे पर भी सरकार को बेनकाब किया है. एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा (बीड सरपंच हत्या के सिलसिले में धनंजय मुंडे ने इस्तीफा दिया). इससे पहले विधानसभा में महायुति विधायकों ने दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उठाया था और मांग की थी कि आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार किया जाए और उनसे पूछताछ की जाए. खासकर तब जब दिशा सालियान के पिता ने सीबीआई जांच की मांग वाली अपनी याचिका में उनका नाम लिया है. 
दिशा की मौत का कारण क्या था..
भाजपा विधायक ने इस मुद्दे को उठाया और उनके साथ शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर, भाजपा मंत्री नितेश राणे और शिवसेना मंत्री शभुराज देसाई भी शामिल हुए. भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या माना और मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए दिसंबर 2022 में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भ्रम और संदेह का माहौल है. क्या उसकी मौत से पहले कोई पार्टी आयोजित की गई थी? पार्टी में कौन-कौन शामिल था? उसकी मौत का कारण क्या था या यह हत्या थी? उसकी मौत के कारण को लेकर मीडिया, सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं. दो साल बीत जाने के बावजूद एसआईटी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है. 
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
आदित्य ने विपक्ष पर साधा निशाना
आदित्य ठाकरे ने महायुति गठबंधन पर राज्य के बजट में अपने 10-सूत्री घोषणापत्र में से एक भी मुद्दा शामिल नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने इस पर और औरंगजेब के मुद्दे पर भी सरकार को बेनकाब किया है. एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा (बीड सरपंच हत्या के सिलसिले में धनंजय मुंडे ने इस्तीफा दिया). इससे पहले विधानसभा में महायुति विधायकों ने दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उठाया था और मांग की थी कि आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार किया जाए और उनसे पूछताछ की जाए. खासकर तब जब दिशा सालियान के पिता ने सीबीआई जांच की मांग वाली अपनी याचिका में उनका नाम लिया है. 
दिशा की मौत का कारण क्या था..
भाजपा विधायक ने इस मुद्दे को उठाया और उनके साथ शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर, भाजपा मंत्री नितेश राणे और शिवसेना मंत्री शभुराज देसाई भी शामिल हुए. भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या माना और मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए दिसंबर 2022 में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भ्रम और संदेह का माहौल है. क्या उसकी मौत से पहले कोई पार्टी आयोजित की गई थी? पार्टी में कौन-कौन शामिल था? उसकी मौत का कारण क्या था या यह हत्या थी? उसकी मौत के कारण को लेकर मीडिया, सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं. दो साल बीत जाने के बावजूद एसआईटी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है. 
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
आदित्य ठाकरे ने महायुति गठबंधन पर राज्य के बजट में अपने 10-सूत्री घोषणापत्र में से एक भी मुद्दा शामिल नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने इस पर और औरंगजेब के मुद्दे पर भी सरकार को बेनकाब किया है. एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा (बीड सरपंच हत्या के सिलसिले में धनंजय मुंडे ने इस्तीफा दिया). इससे पहले विधानसभा में महायुति विधायकों ने दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उठाया था और मांग की थी कि आदित्य ठाकरे को गिरफ्तार किया जाए और उनसे पूछताछ की जाए. खासकर तब जब दिशा सालियान के पिता ने सीबीआई जांच की मांग वाली अपनी याचिका में उनका नाम लिया है. 
दिशा की मौत का कारण क्या था..
भाजपा विधायक ने इस मुद्दे को उठाया और उनके साथ शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर, भाजपा मंत्री नितेश राणे और शिवसेना मंत्री शभुराज देसाई भी शामिल हुए. भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या माना और मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए दिसंबर 2022 में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भ्रम और संदेह का माहौल है. क्या उसकी मौत से पहले कोई पार्टी आयोजित की गई थी? पार्टी में कौन-कौन शामिल था? उसकी मौत का कारण क्या था या यह हत्या थी? उसकी मौत के कारण को लेकर मीडिया, सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं. दो साल बीत जाने के बावजूद एसआईटी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है. 
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
दिशा की मौत का कारण क्या था..
भाजपा विधायक ने इस मुद्दे को उठाया और उनके साथ शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर, भाजपा मंत्री नितेश राणे और शिवसेना मंत्री शभुराज देसाई भी शामिल हुए. भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या माना और मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए दिसंबर 2022 में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भ्रम और संदेह का माहौल है. क्या उसकी मौत से पहले कोई पार्टी आयोजित की गई थी? पार्टी में कौन-कौन शामिल था? उसकी मौत का कारण क्या था या यह हत्या थी? उसकी मौत के कारण को लेकर मीडिया, सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं. दो साल बीत जाने के बावजूद एसआईटी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है. 
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
भाजपा विधायक ने इस मुद्दे को उठाया और उनके साथ शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर, भाजपा मंत्री नितेश राणे और शिवसेना मंत्री शभुराज देसाई भी शामिल हुए. भाजपा विधायक अमित साटम ने कहा कि दिशा सालियान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है. पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या माना और मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए दिसंबर 2022 में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भ्रम और संदेह का माहौल है. क्या उसकी मौत से पहले कोई पार्टी आयोजित की गई थी? पार्टी में कौन-कौन शामिल था? उसकी मौत का कारण क्या था या यह हत्या थी? उसकी मौत के कारण को लेकर मीडिया, सोशल मीडिया और लोगों के माध्यम से कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं. दो साल बीत जाने के बावजूद एसआईटी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है. 
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
विधानसभा में गूंजा मामला
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा को बताया कि दिशा सालियान मौत मामले में एसआईटी की जांच अभी भी जारी है. इसकी रिपोर्ट अभी तक पेश नहीं की गई है. केंद्रीय मंत्री कदम ने कहा कि एसआईटी जांच में तेजी लाई जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सच है कि एसआईटी रिपोर्ट अभी तक जमा नहीं की गई है. यह सच है लेकिन जांच अभी भी जारी है. इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा और इसकी गति बढ़ाई जाएगी. उस समय कहा गया था कि यह आत्महत्या थी. अब पीड़िता के पिता ने अदालत का रुख किया है. राज्य सरकार भी मामले में एक पक्ष है. इसलिए हम अदालत के निर्देशानुसार काम करेंगे. कानून सबके लिए समान है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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