आईआईटी रुड़की में चूहों की उपस्थिति से हंगामा
आईआईटी रुड़की का नाम अग्रणी तकनीकी संस्थानों में शामिल है, लेकिन हाल ही में इसके कुख्यात मेस हादसे ने पूरे परिसर में कोहराम मचा दिया है। छात्र मेस में दोपहर का भोजन करने पहुंचे, और जो दृश्य उन्होंने देखा, वह किसी दुःस्वप्न से कम नहीं था। एक कढ़ाई में सब्जी के बीच दो चूहे गोते लगाते हुए नज़र आए। छात्रों ने इस दृश्य को अपने मोबाइल से रिकॉर्ड कर लिया और वायरल होते ही यह वीडियो चर्चा का विषय बन गया।
छात्रों में बढ़ा गुस्सा, की कार्रवाई की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। भड़के छात्रों ने मेस के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी और कैंटीन संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। छात्रों का दावा है कि इस प्रकार की लापरवाही किसी भी प्रतिष्ठित संस्थान में बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। उनका कहना है कि मेस की स्वच्छता को मेंटेन करना संस्थान की जिम्मेदारी है और ऐसे हादसों के लिए किसी भी स्तर पर समझौता नहीं करना चाहिए।
स्वास्थ्य पर मंडराया खतरा
छात्रों के बीच स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता बढ़ गई है। चूहों और गंदगी से भरा किचन न केवल स्वास्थ्य मानकों का उल्लंघन है, बल्कि छात्रों की सेहत के लिए भी खतरा साबित हो सकता है। छात्रों का मानना है कि इस स्थिति को हल्के में नहीं लिया जा सकता और तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है।
प्रवक्ता ने कमेंट करने से किया इनकार
इस गंभीर मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए, आईआईटी रुड़की की मीडिया सेल प्रभारी सोनिका ने कमेंट करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि घटना की जांच अभी जारी है और इस पर कोई भी टिप्पणी करना अभी उचित नहीं होगा। सोनिका ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रशासन छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है और यह सुनिश्चित करेगा कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
मेस की साफ सफाई को लेकर उठे सवाल
घटना के बाद परिसर में मेस की साफ सफाई और स्वच्छता को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। छात्रों ने आरोप लगाया कि मेस में साफ-सफाई की नियमितता नहीं है और इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। अगर इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो यह छात्रों के लिए घातक साबित हो सकता है।
संस्थान की प्रतिक्रिया का इंतज़ार
बढ़ते दबाव के मद्देनजर, पूरे परिसर में यह देखने की प्रतीक्षा है कि संस्थान इस घटना पर कैसी प्रतिक्रिया देता है। छात्र संगठन भी इस मुद्दे पर आगामी दिनों में अन्य छात्रों को जोड़ने की योजना बना रहे हैं, ताकि प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके और छात्रों की मांगें पूरी हो सकें।
संथोषजनक समाधान की आवश्यकता
इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारे देश के शीर्ष संस्थान भी छात्रों की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हैं। इस प्रकार की घटनाओं का संथोषजनक समाधान निकालने की आवश्यकता है ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे। केवल ऐसा करने से ही संस्थान अपनी प्रतिष्ठा को बरकरार रख सकता है और छात्रों का विश्वास जीत सकता है।
आईआईटी रुड़की में चल रही यह गहमागहमी यह साफ दर्शाती है कि संस्थान को छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना होगा। इस घटना का परिणाम भविष्य में संस्थान की छवि और छात्रों की जीवनशैली पर गहरी छाप छोड़ सकता है।