Maharashtra Ladki Bahen Scheme: महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की अगुआई वाली महायुति सरकार ने सोमवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश किया. उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने बजट में कई बड़े ऐलान किए, लेकिन लड़की बहन योजना से जुड़ी महिलाओं को निराशा हाथ लगी. बजट में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि महिलाओं को 2100 रुपये की बढ़ी हुई राशि कब से मिलेगी? जब अजित पवार बजट पेश कर रहे थे, तब कुछ सदस्यों ने इस मुद्दे पर सवाल उठाए, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला.
बजट के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्थिति साफ करते हुए कहा कि फिलहाल लाभार्थी महिलाओं को 1500 रुपये ही मिलेंगे. हालांकि, सीएण फडणवीस ने भी कहा कि ‘बजट संतुलन बनाए रखने की कोशिश की जा रही है, लेकिन धीरे-धीरे यह राशि 2,100 रुपये कर दी जाएगी.’
डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
सीएम के इस बयान पर राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार ने प्रतिक्रिया दी. डिप्टी सीएम ने कहा, ‘जब हमें लगेगा कि हमारी स्थिति सही और सुरक्षित है, तब हम इस पर विचार करेंगे. इसके लिए कोई निश्चित समयसीमा नहीं है. काम जारी है और जब सही समय आएगा, हम इस प्रस्ताव को कैबिनेट में लाकर आगे बढ़ाएंगे.’ सरकार की इस घोषणा से योजना से जुड़े लाभार्थियों को फिलहाल कोई अतिरिक्त राहत नहीं मिलेगी.
घोषणा ‘छपाई की गलती नहीं’
वहीं, उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘हमने अपने घोषणापत्र में इस योजना का जिक्र किया था, यह कोई छपाई की गलती नहीं है. हम अपना वादा पूरा करेंगे, लेकिन इसके लिए थोड़ा समय चाहिए.’ हालांकि, महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने स्पष्ट किया कि अभी तक सरकार की ओर से कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है. इससे साफ है कि 2,100 रुपये की बढ़ोतरी फिलहाल तय नहीं है और इसे लागू करने में समय लग सकता है.
लाडली बहन स्कीम को कितना फंड?
उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने बताया कि जुलाई 2024 से अब तक करीब 2 करोड़ 53 लाख महिलाओं को इस योजना के तहत वित्तीय सहायता दिया जा चुका है, जिस पर 33,232 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना का बजट 36,000 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ महिला समूहों ने इस योजना से मिली राशि का इस्तेमाल आर्थिक पहल के लिए बीज पूंजी के रूप में किया है. सरकार अब ऐसे समूहों को और प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाओं पर विचार कर रही है.
विपक्ष का सरकार पर निशाना
विपक्षी दलों ने सरकार पर महिलाओं को गुमराह करने और चुनावी लाभ के लिए झूठे वादे करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, ‘महायुति सरकार ने महिलाओं से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चुनाव के बाद वे खोखले साबित हो रहे हैं.’
बजट के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्थिति साफ करते हुए कहा कि फिलहाल लाभार्थी महिलाओं को 1500 रुपये ही मिलेंगे. हालांकि, सीएण फडणवीस ने भी कहा कि ‘बजट संतुलन बनाए रखने की कोशिश की जा रही है, लेकिन धीरे-धीरे यह राशि 2,100 रुपये कर दी जाएगी.’
डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
सीएम के इस बयान पर राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार ने प्रतिक्रिया दी. डिप्टी सीएम ने कहा, ‘जब हमें लगेगा कि हमारी स्थिति सही और सुरक्षित है, तब हम इस पर विचार करेंगे. इसके लिए कोई निश्चित समयसीमा नहीं है. काम जारी है और जब सही समय आएगा, हम इस प्रस्ताव को कैबिनेट में लाकर आगे बढ़ाएंगे.’ सरकार की इस घोषणा से योजना से जुड़े लाभार्थियों को फिलहाल कोई अतिरिक्त राहत नहीं मिलेगी.
घोषणा ‘छपाई की गलती नहीं’
वहीं, उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘हमने अपने घोषणापत्र में इस योजना का जिक्र किया था, यह कोई छपाई की गलती नहीं है. हम अपना वादा पूरा करेंगे, लेकिन इसके लिए थोड़ा समय चाहिए.’ हालांकि, महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने स्पष्ट किया कि अभी तक सरकार की ओर से कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है. इससे साफ है कि 2,100 रुपये की बढ़ोतरी फिलहाल तय नहीं है और इसे लागू करने में समय लग सकता है.
लाडली बहन स्कीम को कितना फंड?
उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने बताया कि जुलाई 2024 से अब तक करीब 2 करोड़ 53 लाख महिलाओं को इस योजना के तहत वित्तीय सहायता दिया जा चुका है, जिस पर 33,232 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना का बजट 36,000 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ महिला समूहों ने इस योजना से मिली राशि का इस्तेमाल आर्थिक पहल के लिए बीज पूंजी के रूप में किया है. सरकार अब ऐसे समूहों को और प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाओं पर विचार कर रही है.
विपक्ष का सरकार पर निशाना
विपक्षी दलों ने सरकार पर महिलाओं को गुमराह करने और चुनावी लाभ के लिए झूठे वादे करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, ‘महायुति सरकार ने महिलाओं से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चुनाव के बाद वे खोखले साबित हो रहे हैं.’
डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
सीएम के इस बयान पर राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार ने प्रतिक्रिया दी. डिप्टी सीएम ने कहा, ‘जब हमें लगेगा कि हमारी स्थिति सही और सुरक्षित है, तब हम इस पर विचार करेंगे. इसके लिए कोई निश्चित समयसीमा नहीं है. काम जारी है और जब सही समय आएगा, हम इस प्रस्ताव को कैबिनेट में लाकर आगे बढ़ाएंगे.’ सरकार की इस घोषणा से योजना से जुड़े लाभार्थियों को फिलहाल कोई अतिरिक्त राहत नहीं मिलेगी.
घोषणा ‘छपाई की गलती नहीं’
वहीं, उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘हमने अपने घोषणापत्र में इस योजना का जिक्र किया था, यह कोई छपाई की गलती नहीं है. हम अपना वादा पूरा करेंगे, लेकिन इसके लिए थोड़ा समय चाहिए.’ हालांकि, महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने स्पष्ट किया कि अभी तक सरकार की ओर से कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है. इससे साफ है कि 2,100 रुपये की बढ़ोतरी फिलहाल तय नहीं है और इसे लागू करने में समय लग सकता है.
लाडली बहन स्कीम को कितना फंड?
उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने बताया कि जुलाई 2024 से अब तक करीब 2 करोड़ 53 लाख महिलाओं को इस योजना के तहत वित्तीय सहायता दिया जा चुका है, जिस पर 33,232 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना का बजट 36,000 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ महिला समूहों ने इस योजना से मिली राशि का इस्तेमाल आर्थिक पहल के लिए बीज पूंजी के रूप में किया है. सरकार अब ऐसे समूहों को और प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाओं पर विचार कर रही है.
विपक्ष का सरकार पर निशाना
विपक्षी दलों ने सरकार पर महिलाओं को गुमराह करने और चुनावी लाभ के लिए झूठे वादे करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, ‘महायुति सरकार ने महिलाओं से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चुनाव के बाद वे खोखले साबित हो रहे हैं.’
घोषणा ‘छपाई की गलती नहीं’
वहीं, उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘हमने अपने घोषणापत्र में इस योजना का जिक्र किया था, यह कोई छपाई की गलती नहीं है. हम अपना वादा पूरा करेंगे, लेकिन इसके लिए थोड़ा समय चाहिए.’ हालांकि, महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने स्पष्ट किया कि अभी तक सरकार की ओर से कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है. इससे साफ है कि 2,100 रुपये की बढ़ोतरी फिलहाल तय नहीं है और इसे लागू करने में समय लग सकता है.
लाडली बहन स्कीम को कितना फंड?
उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने बताया कि जुलाई 2024 से अब तक करीब 2 करोड़ 53 लाख महिलाओं को इस योजना के तहत वित्तीय सहायता दिया जा चुका है, जिस पर 33,232 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना का बजट 36,000 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ महिला समूहों ने इस योजना से मिली राशि का इस्तेमाल आर्थिक पहल के लिए बीज पूंजी के रूप में किया है. सरकार अब ऐसे समूहों को और प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाओं पर विचार कर रही है.
विपक्ष का सरकार पर निशाना
विपक्षी दलों ने सरकार पर महिलाओं को गुमराह करने और चुनावी लाभ के लिए झूठे वादे करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, ‘महायुति सरकार ने महिलाओं से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चुनाव के बाद वे खोखले साबित हो रहे हैं.’
लाडली बहन स्कीम को कितना फंड?
उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने बताया कि जुलाई 2024 से अब तक करीब 2 करोड़ 53 लाख महिलाओं को इस योजना के तहत वित्तीय सहायता दिया जा चुका है, जिस पर 33,232 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. वहीं, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना का बजट 36,000 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ महिला समूहों ने इस योजना से मिली राशि का इस्तेमाल आर्थिक पहल के लिए बीज पूंजी के रूप में किया है. सरकार अब ऐसे समूहों को और प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाओं पर विचार कर रही है.
विपक्ष का सरकार पर निशाना
विपक्षी दलों ने सरकार पर महिलाओं को गुमराह करने और चुनावी लाभ के लिए झूठे वादे करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, ‘महायुति सरकार ने महिलाओं से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चुनाव के बाद वे खोखले साबित हो रहे हैं.’
विपक्ष का सरकार पर निशाना
विपक्षी दलों ने सरकार पर महिलाओं को गुमराह करने और चुनावी लाभ के लिए झूठे वादे करने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, ‘महायुति सरकार ने महिलाओं से बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन चुनाव के बाद वे खोखले साबित हो रहे हैं.’
