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Mamata Banerjee: मुझे हिंदू धर्म की रक्षा करने का अधिकार लेकिन आपके तरीके से नहीं… ममता बनर्जी ने भाजपा को घेरा


West Bengal Elections: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की विवादित टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भाजपा राज्य में ‘फर्जी हिंदुत्व’ फैलाने की कोशिश कर रही है. और अल्पसंख्यकों के अधिकारों को कुचल रही है. शुभेंदु अधिकारी ने हाल ही में बयान दिया था कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के मुस्लिम विधायकों को विधानसभा से बाहर कर दिया जाएगा.
ममता ने भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप
विधानसभा में इस मुद्दे पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आपके आयातित हिंदू धर्म को हमारे प्राचीन वेदों या संतों का समर्थन नहीं है. आप नागरिकों के अधिकारों को कैसे नकार सकते हैं? उन्होंने भाजपा की विचारधारा को फर्जी हिंदुत्व करार दिया और कहा कि भाजपा धार्मिक भावनाओं को भड़काकर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है.
‘हिंदू कार्ड’ खेलने से किया इनकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सच्चे हिंदू धर्म में विश्वास रखती हैं. लेकिन भाजपा के बताए रास्ते पर नहीं चलेंगी. उन्होंने कहा कि मुझे हिंदू धर्म की रक्षा करने का अधिकार है. लेकिन यह आपके तरीके से नहीं होगा. कृपया ‘हिंदू कार्ड’ खेलना बंद करें. ममता बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी की टिप्पणी को भेदभावपूर्ण करार दिया और कहा कि भाजपा देश में धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि आप कैसे कह सकते हैं कि मुस्लिम विधायक विधानसभा में नहीं रह सकते? यह संविधान के खिलाफ है.
तृणमूल कांग्रेस नेताओं को ममता की सलाह
भाजपा पर हमले के साथ ही ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेताओं को भी अनुचित बयानबाजी से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने फरहाद हाकिम, हुमायूं कबीर और मदन मित्रा सहित कई नेताओं को विवादित टिप्पणियों से बचने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है. और हम सभी से संयम बरतने की उम्मीद रखते हैं.
‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है’
मुख्यमंत्री ने धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम एक बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें. ममता बनर्जी ने भाजपा पर विधानसभा में हंगामा करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदन में व्यवधान डालने की योजना बनाई थी. उनके सदस्य जानबूझकर हंगामा कर रहे थे. सदन से वॉकआउट किया और विरोध स्वरूप कागज फाड़ दिए. उन्होंने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने की जरूरत पर जोर दिया.
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
ममता ने भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप
विधानसभा में इस मुद्दे पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आपके आयातित हिंदू धर्म को हमारे प्राचीन वेदों या संतों का समर्थन नहीं है. आप नागरिकों के अधिकारों को कैसे नकार सकते हैं? उन्होंने भाजपा की विचारधारा को फर्जी हिंदुत्व करार दिया और कहा कि भाजपा धार्मिक भावनाओं को भड़काकर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है.
‘हिंदू कार्ड’ खेलने से किया इनकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सच्चे हिंदू धर्म में विश्वास रखती हैं. लेकिन भाजपा के बताए रास्ते पर नहीं चलेंगी. उन्होंने कहा कि मुझे हिंदू धर्म की रक्षा करने का अधिकार है. लेकिन यह आपके तरीके से नहीं होगा. कृपया ‘हिंदू कार्ड’ खेलना बंद करें. ममता बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी की टिप्पणी को भेदभावपूर्ण करार दिया और कहा कि भाजपा देश में धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि आप कैसे कह सकते हैं कि मुस्लिम विधायक विधानसभा में नहीं रह सकते? यह संविधान के खिलाफ है.
तृणमूल कांग्रेस नेताओं को ममता की सलाह
भाजपा पर हमले के साथ ही ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेताओं को भी अनुचित बयानबाजी से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने फरहाद हाकिम, हुमायूं कबीर और मदन मित्रा सहित कई नेताओं को विवादित टिप्पणियों से बचने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है. और हम सभी से संयम बरतने की उम्मीद रखते हैं.
‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है’
मुख्यमंत्री ने धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम एक बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें. ममता बनर्जी ने भाजपा पर विधानसभा में हंगामा करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदन में व्यवधान डालने की योजना बनाई थी. उनके सदस्य जानबूझकर हंगामा कर रहे थे. सदन से वॉकआउट किया और विरोध स्वरूप कागज फाड़ दिए. उन्होंने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने की जरूरत पर जोर दिया.
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
विधानसभा में इस मुद्दे पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आपके आयातित हिंदू धर्म को हमारे प्राचीन वेदों या संतों का समर्थन नहीं है. आप नागरिकों के अधिकारों को कैसे नकार सकते हैं? उन्होंने भाजपा की विचारधारा को फर्जी हिंदुत्व करार दिया और कहा कि भाजपा धार्मिक भावनाओं को भड़काकर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है.
‘हिंदू कार्ड’ खेलने से किया इनकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सच्चे हिंदू धर्म में विश्वास रखती हैं. लेकिन भाजपा के बताए रास्ते पर नहीं चलेंगी. उन्होंने कहा कि मुझे हिंदू धर्म की रक्षा करने का अधिकार है. लेकिन यह आपके तरीके से नहीं होगा. कृपया ‘हिंदू कार्ड’ खेलना बंद करें. ममता बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी की टिप्पणी को भेदभावपूर्ण करार दिया और कहा कि भाजपा देश में धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि आप कैसे कह सकते हैं कि मुस्लिम विधायक विधानसभा में नहीं रह सकते? यह संविधान के खिलाफ है.
तृणमूल कांग्रेस नेताओं को ममता की सलाह
भाजपा पर हमले के साथ ही ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेताओं को भी अनुचित बयानबाजी से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने फरहाद हाकिम, हुमायूं कबीर और मदन मित्रा सहित कई नेताओं को विवादित टिप्पणियों से बचने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है. और हम सभी से संयम बरतने की उम्मीद रखते हैं.
‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है’
मुख्यमंत्री ने धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम एक बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें. ममता बनर्जी ने भाजपा पर विधानसभा में हंगामा करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदन में व्यवधान डालने की योजना बनाई थी. उनके सदस्य जानबूझकर हंगामा कर रहे थे. सदन से वॉकआउट किया और विरोध स्वरूप कागज फाड़ दिए. उन्होंने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने की जरूरत पर जोर दिया.
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
‘हिंदू कार्ड’ खेलने से किया इनकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सच्चे हिंदू धर्म में विश्वास रखती हैं. लेकिन भाजपा के बताए रास्ते पर नहीं चलेंगी. उन्होंने कहा कि मुझे हिंदू धर्म की रक्षा करने का अधिकार है. लेकिन यह आपके तरीके से नहीं होगा. कृपया ‘हिंदू कार्ड’ खेलना बंद करें. ममता बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी की टिप्पणी को भेदभावपूर्ण करार दिया और कहा कि भाजपा देश में धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि आप कैसे कह सकते हैं कि मुस्लिम विधायक विधानसभा में नहीं रह सकते? यह संविधान के खिलाफ है.
तृणमूल कांग्रेस नेताओं को ममता की सलाह
भाजपा पर हमले के साथ ही ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेताओं को भी अनुचित बयानबाजी से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने फरहाद हाकिम, हुमायूं कबीर और मदन मित्रा सहित कई नेताओं को विवादित टिप्पणियों से बचने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है. और हम सभी से संयम बरतने की उम्मीद रखते हैं.
‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है’
मुख्यमंत्री ने धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम एक बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें. ममता बनर्जी ने भाजपा पर विधानसभा में हंगामा करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदन में व्यवधान डालने की योजना बनाई थी. उनके सदस्य जानबूझकर हंगामा कर रहे थे. सदन से वॉकआउट किया और विरोध स्वरूप कागज फाड़ दिए. उन्होंने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने की जरूरत पर जोर दिया.
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सच्चे हिंदू धर्म में विश्वास रखती हैं. लेकिन भाजपा के बताए रास्ते पर नहीं चलेंगी. उन्होंने कहा कि मुझे हिंदू धर्म की रक्षा करने का अधिकार है. लेकिन यह आपके तरीके से नहीं होगा. कृपया ‘हिंदू कार्ड’ खेलना बंद करें. ममता बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी की टिप्पणी को भेदभावपूर्ण करार दिया और कहा कि भाजपा देश में धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि आप कैसे कह सकते हैं कि मुस्लिम विधायक विधानसभा में नहीं रह सकते? यह संविधान के खिलाफ है.
तृणमूल कांग्रेस नेताओं को ममता की सलाह
भाजपा पर हमले के साथ ही ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेताओं को भी अनुचित बयानबाजी से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने फरहाद हाकिम, हुमायूं कबीर और मदन मित्रा सहित कई नेताओं को विवादित टिप्पणियों से बचने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है. और हम सभी से संयम बरतने की उम्मीद रखते हैं.
‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है’
मुख्यमंत्री ने धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम एक बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें. ममता बनर्जी ने भाजपा पर विधानसभा में हंगामा करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदन में व्यवधान डालने की योजना बनाई थी. उनके सदस्य जानबूझकर हंगामा कर रहे थे. सदन से वॉकआउट किया और विरोध स्वरूप कागज फाड़ दिए. उन्होंने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने की जरूरत पर जोर दिया.
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
तृणमूल कांग्रेस नेताओं को ममता की सलाह
भाजपा पर हमले के साथ ही ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेताओं को भी अनुचित बयानबाजी से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने फरहाद हाकिम, हुमायूं कबीर और मदन मित्रा सहित कई नेताओं को विवादित टिप्पणियों से बचने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है. और हम सभी से संयम बरतने की उम्मीद रखते हैं.
‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है’
मुख्यमंत्री ने धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम एक बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें. ममता बनर्जी ने भाजपा पर विधानसभा में हंगामा करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदन में व्यवधान डालने की योजना बनाई थी. उनके सदस्य जानबूझकर हंगामा कर रहे थे. सदन से वॉकआउट किया और विरोध स्वरूप कागज फाड़ दिए. उन्होंने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने की जरूरत पर जोर दिया.
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
भाजपा पर हमले के साथ ही ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के नेताओं को भी अनुचित बयानबाजी से बचने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने फरहाद हाकिम, हुमायूं कबीर और मदन मित्रा सहित कई नेताओं को विवादित टिप्पणियों से बचने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है. और हम सभी से संयम बरतने की उम्मीद रखते हैं.
‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है’
मुख्यमंत्री ने धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम एक बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें. ममता बनर्जी ने भाजपा पर विधानसभा में हंगामा करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदन में व्यवधान डालने की योजना बनाई थी. उनके सदस्य जानबूझकर हंगामा कर रहे थे. सदन से वॉकआउट किया और विरोध स्वरूप कागज फाड़ दिए. उन्होंने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने की जरूरत पर जोर दिया.
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है’
मुख्यमंत्री ने धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम एक बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें. ममता बनर्जी ने भाजपा पर विधानसभा में हंगामा करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदन में व्यवधान डालने की योजना बनाई थी. उनके सदस्य जानबूझकर हंगामा कर रहे थे. सदन से वॉकआउट किया और विरोध स्वरूप कागज फाड़ दिए. उन्होंने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने की जरूरत पर जोर दिया.
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
मुख्यमंत्री ने धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हम एक बहुलवादी और धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं. हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. बहुसंख्यकों का कर्तव्य है कि वे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करें. ममता बनर्जी ने भाजपा पर विधानसभा में हंगामा करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदन में व्यवधान डालने की योजना बनाई थी. उनके सदस्य जानबूझकर हंगामा कर रहे थे. सदन से वॉकआउट किया और विरोध स्वरूप कागज फाड़ दिए. उन्होंने सभी विधायकों से सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखने की जरूरत पर जोर दिया.
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
बंगाल की जनसंख्या में विविधता का जिक्र
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राज्य में 23 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है. जबकि मुस्लिम आबादी 33 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हमें सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए. मानवीय मूल्य किसी भी धर्म से ऊपर हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
(एजेंसी इनपुट के साथ)

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