PM Modi Tamilnadu Visit 2025: तमिलनाडु में अगले साल होने वाले असेंबली चुनाव के लिए सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति सेट करने में लगी हुई हैं. सत्तारूढ़ डीएमक और उनकी सहयोगी पार्टी जहां द्रविड़ियन एकता के नाम पर फिर से मैदान में उतरने को तैयार हैं. वहीं पिछले कई वर्षों से राज्य में अपना आधार बनाने में लगी बीजेपी हिंदुत्व की राजनीति के जरिए इलेक्शन की पिच तैयार कर रही है. इसी रणनीति के तहत पीएम नरेंद्र मोदी 6 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर रामेश्वरम में रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. वे इस दौरान वह नए पंबन ब्रिज का भी उद्घाटन करेंगे. इससे तमिलनाडु में रेल संपर्क को बढ़ावा मिलेगा.
जहाजों के लिए उठ जाएगा पुल
रिपोर्ट के मुताबिक, नया पंबन ब्रिज ब्रिटिश काल के पुराने पंबन ब्रिज का स्थान लेगा, जो एक सदी से अधिक समय तक संचालित रहा. अब नए और आधुनिक डिजाइन से युक्त नए पुल का 72.5 मीटर लंबा हिस्सा जहाजों के आवागमन के लिए ऊपर उठाया जा सकेगा, जिससे समुद्री नौवहन में सुगमता आएगी.
इस परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2019 में रखी थी, जिसके बाद फरवरी 2020 में निर्माण कार्य शुरू हुआ. कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई, लेकिन अब इसे पूरा कर चालू करने की तैयारी है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नवंबर 2024 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इसे “भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल” करार दिया था
करीब ढाई किमी लंबा है नया पुल
वैष्णव ने कहा था, “1914 में निर्मित पुराने पंबन रेल पुल ने 105 वर्षों तक मुख्य भूमि को रामेश्वरम से जोड़ा. दिसंबर 2022 में जंग लगने के कारण इसे बंद कर दिया गया, जिसने आधुनिक न्यू पंबन ब्रिज के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जो कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करेगा!” कुल 2.5 किलोमीटर से अधिक लंबे इस पुल का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने 535 करोड़ रुपये की लागत से किया है.
सूत्रों के मुताबिक, अगले असेंबली चुनावों में बीजेपी और एआईएडीएमके एक बार फिर गठबंधन बनाकर चुनाव में उतर सकते हैं. इसके लिए पलानीस्वामी दिल्ली आकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी कर चुके हैं. हालांकि जब बुधवार को पलानीस्वामी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह बताने से इंकार कर दिया कि उनकी पार्टी 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करेगी या नहीं. हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन केवल चुनाव के समय ही बनते हैं.
‘हमने राज्य के मुद्दों से शाह को अवगत करवाया’
दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने तमिलनाडु के कई मौजूदों के बारे में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया और उनसे धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है, क्योंकि इसमें देरी हो रही है.’
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
जहाजों के लिए उठ जाएगा पुल
रिपोर्ट के मुताबिक, नया पंबन ब्रिज ब्रिटिश काल के पुराने पंबन ब्रिज का स्थान लेगा, जो एक सदी से अधिक समय तक संचालित रहा. अब नए और आधुनिक डिजाइन से युक्त नए पुल का 72.5 मीटर लंबा हिस्सा जहाजों के आवागमन के लिए ऊपर उठाया जा सकेगा, जिससे समुद्री नौवहन में सुगमता आएगी.
इस परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2019 में रखी थी, जिसके बाद फरवरी 2020 में निर्माण कार्य शुरू हुआ. कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई, लेकिन अब इसे पूरा कर चालू करने की तैयारी है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नवंबर 2024 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इसे “भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल” करार दिया था
करीब ढाई किमी लंबा है नया पुल
वैष्णव ने कहा था, “1914 में निर्मित पुराने पंबन रेल पुल ने 105 वर्षों तक मुख्य भूमि को रामेश्वरम से जोड़ा. दिसंबर 2022 में जंग लगने के कारण इसे बंद कर दिया गया, जिसने आधुनिक न्यू पंबन ब्रिज के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जो कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करेगा!” कुल 2.5 किलोमीटर से अधिक लंबे इस पुल का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने 535 करोड़ रुपये की लागत से किया है.
सूत्रों के मुताबिक, अगले असेंबली चुनावों में बीजेपी और एआईएडीएमके एक बार फिर गठबंधन बनाकर चुनाव में उतर सकते हैं. इसके लिए पलानीस्वामी दिल्ली आकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी कर चुके हैं. हालांकि जब बुधवार को पलानीस्वामी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह बताने से इंकार कर दिया कि उनकी पार्टी 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करेगी या नहीं. हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन केवल चुनाव के समय ही बनते हैं.
‘हमने राज्य के मुद्दों से शाह को अवगत करवाया’
दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने तमिलनाडु के कई मौजूदों के बारे में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया और उनसे धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है, क्योंकि इसमें देरी हो रही है.’
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
रिपोर्ट के मुताबिक, नया पंबन ब्रिज ब्रिटिश काल के पुराने पंबन ब्रिज का स्थान लेगा, जो एक सदी से अधिक समय तक संचालित रहा. अब नए और आधुनिक डिजाइन से युक्त नए पुल का 72.5 मीटर लंबा हिस्सा जहाजों के आवागमन के लिए ऊपर उठाया जा सकेगा, जिससे समुद्री नौवहन में सुगमता आएगी.
इस परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2019 में रखी थी, जिसके बाद फरवरी 2020 में निर्माण कार्य शुरू हुआ. कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई, लेकिन अब इसे पूरा कर चालू करने की तैयारी है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नवंबर 2024 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इसे “भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल” करार दिया था
करीब ढाई किमी लंबा है नया पुल
वैष्णव ने कहा था, “1914 में निर्मित पुराने पंबन रेल पुल ने 105 वर्षों तक मुख्य भूमि को रामेश्वरम से जोड़ा. दिसंबर 2022 में जंग लगने के कारण इसे बंद कर दिया गया, जिसने आधुनिक न्यू पंबन ब्रिज के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जो कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करेगा!” कुल 2.5 किलोमीटर से अधिक लंबे इस पुल का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने 535 करोड़ रुपये की लागत से किया है.
सूत्रों के मुताबिक, अगले असेंबली चुनावों में बीजेपी और एआईएडीएमके एक बार फिर गठबंधन बनाकर चुनाव में उतर सकते हैं. इसके लिए पलानीस्वामी दिल्ली आकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी कर चुके हैं. हालांकि जब बुधवार को पलानीस्वामी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह बताने से इंकार कर दिया कि उनकी पार्टी 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करेगी या नहीं. हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन केवल चुनाव के समय ही बनते हैं.
‘हमने राज्य के मुद्दों से शाह को अवगत करवाया’
दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने तमिलनाडु के कई मौजूदों के बारे में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया और उनसे धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है, क्योंकि इसमें देरी हो रही है.’
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
इस परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने नवंबर 2019 में रखी थी, जिसके बाद फरवरी 2020 में निर्माण कार्य शुरू हुआ. कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई, लेकिन अब इसे पूरा कर चालू करने की तैयारी है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नवंबर 2024 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इसे “भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल” करार दिया था
करीब ढाई किमी लंबा है नया पुल
वैष्णव ने कहा था, “1914 में निर्मित पुराने पंबन रेल पुल ने 105 वर्षों तक मुख्य भूमि को रामेश्वरम से जोड़ा. दिसंबर 2022 में जंग लगने के कारण इसे बंद कर दिया गया, जिसने आधुनिक न्यू पंबन ब्रिज के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जो कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करेगा!” कुल 2.5 किलोमीटर से अधिक लंबे इस पुल का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने 535 करोड़ रुपये की लागत से किया है.
सूत्रों के मुताबिक, अगले असेंबली चुनावों में बीजेपी और एआईएडीएमके एक बार फिर गठबंधन बनाकर चुनाव में उतर सकते हैं. इसके लिए पलानीस्वामी दिल्ली आकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी कर चुके हैं. हालांकि जब बुधवार को पलानीस्वामी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह बताने से इंकार कर दिया कि उनकी पार्टी 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करेगी या नहीं. हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन केवल चुनाव के समय ही बनते हैं.
‘हमने राज्य के मुद्दों से शाह को अवगत करवाया’
दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने तमिलनाडु के कई मौजूदों के बारे में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया और उनसे धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है, क्योंकि इसमें देरी हो रही है.’
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
करीब ढाई किमी लंबा है नया पुल
वैष्णव ने कहा था, “1914 में निर्मित पुराने पंबन रेल पुल ने 105 वर्षों तक मुख्य भूमि को रामेश्वरम से जोड़ा. दिसंबर 2022 में जंग लगने के कारण इसे बंद कर दिया गया, जिसने आधुनिक न्यू पंबन ब्रिज के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जो कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करेगा!” कुल 2.5 किलोमीटर से अधिक लंबे इस पुल का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने 535 करोड़ रुपये की लागत से किया है.
सूत्रों के मुताबिक, अगले असेंबली चुनावों में बीजेपी और एआईएडीएमके एक बार फिर गठबंधन बनाकर चुनाव में उतर सकते हैं. इसके लिए पलानीस्वामी दिल्ली आकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी कर चुके हैं. हालांकि जब बुधवार को पलानीस्वामी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह बताने से इंकार कर दिया कि उनकी पार्टी 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करेगी या नहीं. हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन केवल चुनाव के समय ही बनते हैं.
‘हमने राज्य के मुद्दों से शाह को अवगत करवाया’
दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने तमिलनाडु के कई मौजूदों के बारे में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया और उनसे धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है, क्योंकि इसमें देरी हो रही है.’
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
वैष्णव ने कहा था, “1914 में निर्मित पुराने पंबन रेल पुल ने 105 वर्षों तक मुख्य भूमि को रामेश्वरम से जोड़ा. दिसंबर 2022 में जंग लगने के कारण इसे बंद कर दिया गया, जिसने आधुनिक न्यू पंबन ब्रिज के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जो कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करेगा!” कुल 2.5 किलोमीटर से अधिक लंबे इस पुल का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) ने 535 करोड़ रुपये की लागत से किया है.
सूत्रों के मुताबिक, अगले असेंबली चुनावों में बीजेपी और एआईएडीएमके एक बार फिर गठबंधन बनाकर चुनाव में उतर सकते हैं. इसके लिए पलानीस्वामी दिल्ली आकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी कर चुके हैं. हालांकि जब बुधवार को पलानीस्वामी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह बताने से इंकार कर दिया कि उनकी पार्टी 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करेगी या नहीं. हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन केवल चुनाव के समय ही बनते हैं.
‘हमने राज्य के मुद्दों से शाह को अवगत करवाया’
दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने तमिलनाडु के कई मौजूदों के बारे में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया और उनसे धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है, क्योंकि इसमें देरी हो रही है.’
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
सूत्रों के मुताबिक, अगले असेंबली चुनावों में बीजेपी और एआईएडीएमके एक बार फिर गठबंधन बनाकर चुनाव में उतर सकते हैं. इसके लिए पलानीस्वामी दिल्ली आकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी कर चुके हैं. हालांकि जब बुधवार को पलानीस्वामी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह बताने से इंकार कर दिया कि उनकी पार्टी 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन करेगी या नहीं. हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन केवल चुनाव के समय ही बनते हैं.
‘हमने राज्य के मुद्दों से शाह को अवगत करवाया’
दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने तमिलनाडु के कई मौजूदों के बारे में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया और उनसे धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है, क्योंकि इसमें देरी हो रही है.’
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
‘हमने राज्य के मुद्दों से शाह को अवगत करवाया’
दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने तमिलनाडु के कई मौजूदों के बारे में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया और उनसे धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है, क्योंकि इसमें देरी हो रही है.’
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर पलानीस्वामी ने कहा, ‘हमारी पार्टी ने तमिलनाडु के कई मौजूदों के बारे में केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया और उनसे धनराशि शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है, क्योंकि इसमें देरी हो रही है.’
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
पलानीस्वामी ने कहा, ‘तमिलनाडु लगातार दो-भाषा नीति का पालन कर रहा है और इसे जारी रखा जाना चाहिए. साथ ही, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रस्तावित परिसीमन इस तरह से किया जाना चाहिए, जिससे तमिलनाडु पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.’ पलानीस्वामी ने कहा कि गोदावरी-कावेरी नदी जोड़ो योजना को तेजी से लागू किया जाना चाहिए और नादंतई वाझी कावेरी योजना के लिए धनराशि जारी की जानी चाहिए. केंद्र को कावेरी नदी पर मेकेदातु बांध के निर्माण की अनुमति नहीं देनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार काम करना चाहिए.
(एजेंसी इनपुट)
(एजेंसी इनपुट)
