अग्निपथ योजना और इसका उद्देश्य
अग्निपथ योजना को लेकर हाल के दिनों में काफी चर्चा हो रही है। इस योजना के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में भर्ती किया जाता है, जिसमें से 25 प्रतिशत को 15 साल के लिए पुनर्नियुक्ति मिलती है। विपक्षी दलों ने इस योजना पर कई सवाल उठाए हैं, खासकर इसके कार्यकाल समाप्त होने पर युवाओं के भविष्य को लेकर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में इस मुद्दे को उठाया था। हालांकि, केंद्रीय बलों ने इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं जिससे अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
उम्र और आरक्षण में छूट
गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और असम राइफल्स में 10 प्रतिशत आरक्षण और आयु सीमा में छूट की घोषणा की है। इस फैसले से पूर्व अग्निवीरों को अर्धसैनिक बलों में प्राथमिकता मिलेगी। पहले बैच के अग्निवीरों को उम्र में 5 साल की छूट दी गई है और उनके लिए शारीरिक दक्षता परीक्षण से भी छूट है। इस योजना के तहत, दूसरे बैच के अग्निवीरों को 3 साल की उम्र में छूट मिलेगी।
अर्धसैनिक बलों में अवसर
अग्निवीरों के लिए विभिन्न अर्धसैनिक बलों ने भर्ती के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। सीआरपीएफ के डीजी अनीस दयाल सिंह के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्व अग्निवीरों की भर्ती के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इसी तरह, सीआइएसएफ के डीजी नीना सिंह ने बताया कि CISF ने पूर्व अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत पद आरक्षित किए हैं।
सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने भी भर्ती के लिए 10 प्रतिशत कोटा पूर्व अग्निवीरों के लिए निर्धारित किया है। BSF के डीजी नितिन अग्रवाल ने बताया कि चार साल तक कड़े अनुशासन में रहने के बाद मिले अनुभव के कारण पूर्व अग्निवीर बीएसएफ के लिए उपयुक्त होंगे।
आर्थिक सुरक्षा और लाभ
अग्निवीरों को चार साल की सेवा के बाद एकमुश्त 11.71 लाख रुपये की सेवा निधि का भुगतान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, इस अवधि के लिए 48 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर भी प्राप्त होगा।
पारंपरिक सेना में पुनर्नियुक्ति
अग्निवीरों के लिए पहले से ही एक नियम है कि चार साल की सेवा के बाद, 25 प्रतिशत सैनिकों को सेना में 15 साल के लिए पुनर्नियुक्ति मिलेगी। इस प्रकार, सफलतापूर्वक सैन्य सेवा करने वाले अग्निवीरों को इस महत्वपूर्ण निर्णय से काफी लाभ होगा।
शारीरिक परीक्षा और फिटनेस
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व अग्निवीरों को अर्धसैनिक बलों में भर्ती के लिए कोई शारीरिक परीक्षा नहीं देनी होगी, क्योंकि सेना इनकी परीक्षा पहले ही ले चुकी होती है। उन्हें केवल शारीरिक फिटनेस प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी।
रेलवे सुरक्षा बल में भर्ती
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि आरपीएफ पूर्व अग्निवीरों का स्वागत करने के लिए बहुत उत्सुक है। उनके आने से नई गति मिलेगी और ताक़तबंदी होगी।
नौकरी में प्राथमिकता
अग्निवीरों के लिए स्किल सर्टिफिकेट और ब्रिज कोर्स जैसे कार्यक्रम भी तैयार किए गए हैं। इसके अलावा, असम, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसी राज्य सरकारें भी अग्निवीरों को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने की घोषणा कर चुकी हैं।
युद्ध की बदलती प्रकृति
सरकार ने यह तर्क दिया कि आज के समय में युद्ध की प्रकृति व्यापक रूप से बदल चुकी है, जिसके कारण सेना ही नहीं बल्कि साइबर अटैक और एआई से नए खतरे पैदा हुए हैं। ऐसे में बेहतर, सुसज्जित और ज्यादा तैयार सेना की जरूरत है। इसीलिए युवा सशस्त्र बल (अग्निवीर स्कीम) की तरफ कदम बढ़ाया गया।
अग्निपथ योजना का प्रारंभ
सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत जून 2022 में की थी। इसमें 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती करने का प्रावधान किया गया था, जिनमें से 25 प्रतिशत को 15 और वर्षों के लिए बनाए रखने का प्रावधान था। बाद में ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 साल कर दिया गया था।
इस प्रकार, अग्निवीर भर्ती योजना और इसके बाद के कदम युवाओं को एक सुरक्षित और स्थिर भविष्य देने के उद्देश्य से उठाए गए सार्थक प्रयास हैं।