भव्य राम मंदिर, जिसकी स्थापना अयोध्या में उसी पवित्र स्थल पर की गई है जहाँ पर भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, वह अब भक्तों की आस्था का केंद्र बन चुका है। मंदिर के उद्घाटन के पश्चात से ही श्रद्धालुओं की अपार भीड़ यहाँ दर्शन के लिए उमड़ रही है, किन्तु राम नवमी के पावन दिवस पर विशेष भीड़ की संभावना को देखते हुए, मंदिर प्रबंधन ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है।
२० घंटे दर्शन की विशेष व्यवस्था
मंदिर प्रबंधन और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मिलकर निर्णय लिया है कि राम नवमी के दिन मंदिर को प्रतिदिन के 14 घंटों के स्थान पर 20 घंटे तक खुला रखा जाएगा। यह फैसला श्रद्धालुओं को दर्शन की सुविधा प्रदान करने के लिए किया गया है। इस निर्णय से होगा यह कि हर श्रद्धालु जो इस दिन अयोध्या पहुचें, वो बिना किसी समस्या के भगवान राम के दर्शन कर सके।
दर्शन के लिए विशेष प्रबंध
ट्रस्ट ने यह भी निश्चित किया है कि 15 से 18 अप्रैल तक, मंदिर में दर्शन हेतु कोई भी स्पेशल पास जारी नहीं किए जाएंगे। पहले से जारी किए गए पास भी, यदि कोई हों, रद्द कर दिए जाएंगे। मंदिर में दर्शन हेतु 7 लाइनें बनाई जाएंगी ताकि श्रद्धालुओं को लंबी प्रतीक्षा की जरूरत न पड़े।
अतिरिक्त सुविधाओं का इंतजाम
श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल बाहर ही छोड़कर मंदिर में प्रवेश करें, इसके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त, पूरे मार्ग पर कंकड़-पत्थरों से बचने के लिए मैट बिछाए जाएंगे, और थकान और प्यास से राहत पाने के लिए कई प्याऊ भी लगाए जाएंगे।
घर बैठे दर्शन और प्रसारण की व्यवस्था
दर्शन में असमर्थ श्रद्धालुओं के लिए भी सुविधा प्रदान की जाएगी। दूरदर्शन पर रामलला के जन्मोत्सव का प्रसारण लाइव दिखाया जाएगा। इसके साथ ही, अयोध्या नगर निगम शहर के 100 से अधिक स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाकर लोगों को इस पवित्र कार्यक्रम का साक्षी बनने की व्यवस्था करेगी।
इस प्रकार, अयोध्या की पावन धरती पर इस वर्ष की राम नवमी, भक्तगणों के लिए अविस्मरणीय बनने वाली है। चाहे वो अयोध्या में उपस्थित भक्त हों या दूर-दराज बैठे उनके अनुयायी, प्रत्येक के लिए ये दिन अपने आप में विशेष रहेगा।