राम नगरी अयोध्या की नई पहचान
दीपों की शहर और श्रद्धा के केंद्र अयोध्या ने धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित करने की ओर अग्रसर हो गई है। राम मंदिर की भव्यता ने इस शहर की संस्कृति और महत्व को विश्व स्तर पर पुनर्स्थापित किया है। अब जब यह मंदिर पूरा हो चुका है, तो इसके चलते यहाँ प्रतिवर्ष 5 करोड़ पर्यटकों के आगमन की उम्मीद की जा रही है। इस नए धार्मिक आकर्षण के आलोक में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और तिरुपति बालाजी भी फीके पड़ते नजर आ रहे हैं।
अयोध्या का उदय – बुनियादी ढांचे का विकास
अयोध्या में उन्नति का पथ प्रशस्त करते हुए, नये हवाई अड्डे, पुनर्निर्मित रेलवे स्टेशन और बेहतर सड़क कनेक्टिविटी ने शहर के ताने-बाने को मजबूती प्रदान की है। जेफ़रीज़ की रिपोर्ट अनुसार, इस विकास योजना से करीब 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश मिल सकता है। यह निवेश नए होटलों, टाउनशिप और अन्य आर्थिक गतिविधियों के माध्यम से पर्यटन को वृद्धि प्रदान करेगा, जिससे अयोध्या उत्तर प्रदेश के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक बन जाएगी।
पर्यटन के संदर्भ में अयोध्या का उत्कर्ष
यदि हम वाराणसी के 10 करोड़ सालाना पर्यटकों की संख्या और गोवा के पर्यटक संख्या की तुलना करें, तो अयोध्या के विकास की गति स्पष्ट रूप से निहित है। धार्मिक नगरी वाराणसी गोवा से कहीं आगे है, और अब अयोध्या इस मानक को और भी उच्चतर करने के लिए तैयार है। पर्यटन को मजबूती प्रदान करने में स्वर्ण मंदिर तथा तिरुपति मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल भी पीछे रह जायेंगे।
धार्मिक पर्यटन की महत्ता और आर्थिक प्रभाव
भारत में पर्यटन का सबसे बड़ा खंड धार्मिक पर्यटन है, जेफ़रीज़ के अनुसार, भले ही इस क्षेत्र में मौजूदा ढांचागत सीमाएं हैं, फिर भी पर्यटकों की संख्या काफी अच्छी रहती है। जैसे-जैसे इस क्षेत्र में बुनियादी परिवर्तन और विकास हो रहा है, भारतीय धार्मिक पर्यटन केंद्रों में आर्थिक योगदान में विशेष बढ़ोतरी होगी।
पर्यटन और रियल एस्टेट का उभार
राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के परिणामस्वरूप अयोध्या में संपत्ति की कीमतें आकाश छू रही हैं। इस नवनिर्णीत पवित्र स्थल के चलते शहर में लाखों लोगों का आना संभावित है। स्क्वायर यार्ड्स के अनुसार, मंदिर तक पहुंच की नजदीकी तय करेगी कि संपत्ति की कीमत किस दायरे में होगी। रियल एस्टेट में विविधता और मंदिर से दूरी के आधार पर कीमत में 5 से 10 गुना वृद्धि हो चुकी है, और यह और बढ़ सकती है।
इस परिवर्तन की छाया में अयोध्या, अपनी विशिष्ट सभ्यता और धार्मिक महत्ता के शिखर पर पहुंचने की ओर अग्रसर है।