दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल: जेल या बेल?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के मामले में शुक्रवार का दिन काफ़ी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। केजरीवाल ने शराब घोटाले में अपनी गिरफ्तारी के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। आज सर्वोच्च अदालत इस पर अपना निर्णय सुनाएगी।
केजरीवाल पर लगे आरोपों ने दिल्ली के राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। यह मामला तब और जोर पकड़ गया जब दो दिन पहले ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाईकोर्ट में चार्जशीट दाखिल की, जिसमें केजरीवाल को प्रमुख आरोपी बताया गया है।
चार्जशीट का खुलासा
चार्जशीट में ईडी ने केजरीवाल को शराब घोटाले का मुख्य मास्टरमाइंड बताया है। यह आरोप है कि मुख्यमंत्री रहते हुए केजरीवाल और उनके सहयोगियों ने सरकारी वितरण प्रणाली में हेरफेर किया, जिससे करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ।
ईडी की चार्जशीट के अनुसार, केजरीवाल ने सरकारी अधिकारियों के साथ साठ-गांठ कर शराब वितरकों से मोटी रिश्वत ली। इसके अलावा, घोटाले के प्रमाण नष्ट करने के भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
आईएएस पूजा खेडकर पर विवाद
दूसरी ओर, IAS अधिकारी पूजा खेडकर एक गंभीर विवाद में फंसी हुई हैं। पूजा खेडकर का चयन प्रक्रिया के दौरान किए गए दावों की सच्चाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं, जिसमें उन्होंने मानसिक दिव्यांगता और देखने में समस्या होने का दावा किया था।
चयन प्रक्रिया पर सवाल
पूजा खेडकर का आईएएस चयन बिना किसी विस्तृत मेडिकल जांच के ही कर लिया गया था, जो अब विवाद का मुख्य विषय बन गया है। इस मामले में नया ट्विस्ट तब आया जब इनकी नियुक्ति से पहले पुणे कलेक्टर के कार्यालय के साथ व्हाट्सअप पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट वायरल हो गए।
इन स्क्रीनशॉट्स में पूजा ने नियुक्ति से पहले ही बैठने की व्यवस्था और वाहन देने की मांग की थी। इस मुद्दे ने सोशल मीडिया और राजनीतिक दलों के बीच एक नई बहस को जन्म दे दिया है।
पुणे कलेक्टर कार्यालय की प्रतिक्रिया
पुणे कलेक्टर कार्यालय ने इस मुद्दे पर विस्तृत जांच का आदेश दिया है। उनका कहना है कि अगर पूजा खेडकर द्वारा दी गई जानकारी गलत पाई जाती है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आरक्षण प्रणाली पर सवाल
यह मामला आरक्षण प्रणाली और दिव्यांगता के आधार पर चयन प्रक्रियाओं पर भी सवाल खड़े कर रहा है। कई विशेषज्ञों का कहना है कि इस मामले में पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
राजनीतिक हलचल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मामले में जहां एक ओर राजनीतिक बयानबाजी जोरों पर है, वहीं पूजा खेडकर के मामले ने प्रशासनिक सेवा में चयन की प्रक्रिया को लेकर नई बहस को जन्म दिया है।
देश-दुनिया की तमाम हलचल पर लेटेस्ट अपडेट के लिए बने रहें Zee News के साथ। आज का दिन यह तय करेगा कि केजरीवाल जेल जाएंगे या बेल पाकर बाहर आएंगे। इसके साथ ही पूजा खेडकर के मामले में भी नया खुलासा हो सकता है।
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