चैत्र नवरात्रि का महत्व
भारतीय संस्कृति में चैत्र नवरात्रि का स्थान अति विशिष्ट है। प्रत्येक वर्ष चार बार आने वाली इस पावन पर्व में, दो गुप्त और दो प्रमुख नवरात्रि, चैत्र और शारदीय, का उल्लेख है। सनातन धर्म में महत्व रखने वाले इन नौ दिनों में देवी माँ के नौ स्वरूपों की आराधना करना एक धार्मिक परंपरा है। चैत्र नवरात्रि का आरंभ 9 अप्रैल से होगा जो कि 17 अप्रैल तक चलेगा। इन दिनों में माता की पूजा अर्चना करने से मान्यता है कि व्यक्ति के जीवन की विभिन्न समस्याएँ हल हो जाती हैं।
लौंग के चमत्कारिक उपाय
ज्योतिष और वास्तुशास्त्र के अनुसार, माता की अति प्रिय वस्तु लौंग को इस पवित्र समय में विभिन्न उपायों के लिए प्रयोग किया जाता है। लौंग से संबंधित सरल उपायों को करने से आर्थिक तंगी, व्यक्तिगत दुःख और घर में अशांति का निवारण हो सकता है। चैत्र नवरात्रि पर किया गया लौंग से संबंधित उपाय सुख-समृद्धि का सूचक माना गया है।
धन और समृद्धि के लिए
यदि व्यक्ति को धन की कमी और बरकत में रुकावट महसूस हो रही हो, तो उसे गुलाब के फूल में दो लौंग साथ में रखकर माता रानी को अर्पित कर देना चाहिए। इसी प्रकार से लाल रंग के कपड़े में 5 लौंग और 5 कौड़ियां बाँध कर तिजोरी में रखने से धन का आगमन होता है।
घर में शांति के लिए
अगर घर में क्लेश और तनाव चल रहा हो, तो लौंग का यह उपाय बड़ा ही कारगर सिद्ध होता है। एक पीले कपड़े में लौंग के जोड़े को बंधकर घर में किसी कोने में टांगने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। इस उपाय से न केवल घर में शांति आती है, बल्कि आर्थिक संकट भी दूर होता है।
कार्य में बाधाओं का निवारण
कार्यों में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए लौंग के टोटके अत्यंत प्रभावी सिद्ध हुए हैं। नवरात्रि के नौ दिनों तक लौंग का दान करने और शिवलिंग पर लौंग अर्पित करने से माना जाता है कि व्यक्ति को राहु और केतु के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है।
सफलता के लिए लौंग का खास उपाय
यदि व्यक्ति किसी भी काम में बार-बार असफल हो रहा हो, तो चैत्र नवरात्रि के समय में लौंग से जुड़ा यह खास उपाय कर सकता है। हनुमान जी की प्रतिमा के सामने चमेली के तेल का दीपक जलाकर उसमें दो लौंग डाल देनी चाहिए। इसके साथ दुर्गा चालीसा का पाठ करने से काम बन जाते हैं।
हमेशा याद रखें कि ये उपाय लोक विश्वास और अनुभवों पर आधारित हैं तथा डीएनए हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है। धर्म और ज्योतिषसेवा की अन्य जानकारियां हेतु डीएनए हिंदी एप्प डाउनलोड करें और ताजा समाचारों के लिए हमें गूगल, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर फॉलो करें।