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जन्मकुंडली के अनुसार जानिए किस गेमस्टोन से जगमगाएगी आपके जीवन की किस्मत

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अंक ज्योतिष का महत्व

ज्योतिष विज्ञान में अंक ज्योतिष को विशेष स्थान प्राप्त है। इसमें जन्म तिथि से निकले मूलांक के आधार पर व्यक्तियों के चरित्र, भाग्य और भविष्य के प्रतिफलों का अध्ययन किया जाता है। जन्म दिनांक की गणना करके 1 से 9 तक के मूलांक निकाले जाते हैं, जिनके अनुसार प्रत्येक व्यक्ति पर किसी विशेष ग्रह का प्रभाव माना जाता है। इन ग्रहों के अनुकूल या प्रतिकूल प्रभाव से जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं। ग्रहों के इन प्रभावों के शमन के लिए रत्नों का धारण करने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है।

जन्म मूलांक और रत्नों का संबंध

रत्न धरना मानव जीवन में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और मानसिक शांति लाने का एक माध्यम है। प्रत्येक मूलांक के अनुसार इस ज्योतिष शाखा में एक विशेष रत्न का सुझाव दिया जाता है। आइए हम विस्तार में जानते हैं कि आपका मूलांक क्या है और उसके अनुरूप कौन सा रत्न आपके लिए शुभ होगा।

मूलांक 1 – सूर्य का प्रभाव और रत्न

जो जातक 1, 10, 19 या 28 तारीख को जन्मे हैं, उनका मूलांक 1 होता है। सूर्य, जो शक्ति और संप्रभुता का प्रतीक है, इन जातकों पर हावी रहता है। इनके लिए चूना रत्न सूर्य के निम्नतम प्रभावों को संतुलित करने और प्रतिकूल प्रभावों से रक्षा करने में सहायक होता है। इस रत्न के धारण से जातकों में नेतृत्व क्षमता एवं आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।

मूलांक 2 – चंद्रमा का प्रभाव और रत्न

उन जातकों का मूलांक 2 माना जाता है जिनका जन्म 2, 11, 20 या 29 तारीख को होता है। चंद्रमा, जो मन की शांति और सामंजस्य का कारक है, इन पर अधिकर रहता है। इन जातकों के लिए मोती या चांदी के रत्न पूर्ण रूप से लाभदायक माने जाते हैं। मोती खासकर शांति और अंतर्मुख समता प्रदान करने में कारगर होता है।

मूलांक 3 – बृहस्पति का प्रभाव और रत्न

मूलांक 3 वाले जातक, जो 3, 12, 21 या 30 तारीख को जन्मे हैं, बृहस्पति ग्रह के प्रभाव में रहते हैं। बृहस्पति ज्ञान और सौभाग्य का कारक है। इन जातकों के लिए पुखराज विशेष रूप से शुभ रत्न माना जाता है। पुखराज न केवल ज्ञान की वृद्धि करता है, बल्कि करियर और व्यापार में भी उन्नति के द्वार खोलता है।

मूलांक 4 – राहु का प्रभाव और रत्न

जन्म महीने की 4, 13, 22, या 31 तारीख को जन्मे जातकों का मूलांक 4 होता है। राहु, जो रहस्य और अस्थिरता का प्रतिनिधित्व करता है, ऐसे जातकों की जिंदगी पर प्रभाव छोड़ता है। इनके लिए रत्न के रूप में नीलम को बेहद शुभ एवं सकारात्मक परिणाम देने वाला माना जाता है। यह रत्न सफलता और संपत्ति में वृद्धि करने में सक्षम होता है।

मूलांक 5 – बुध का प्रभाव और रत्न

5, 14 या 23 तारीख को जन्मे जातकों का मूलांक 5 होता है। बुध, जो संचार और बुद्धि का कारक है, इन जातकों पर अपना प्रभाव रखता है। पन्ना इन जातकों के लिए शुभ रत्न के रूप में सुझाया गया है। पन्ना पहनने से मानसिक शांति और एकाग्रता में सुधार होता है, जो शिक्षा और व्यापार में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करता है।

मूलांक 6 – शुक्र का प्रभाव और रत्न

जिन जातकों का जन्म 6, 15 या 24 तारीख को होता है, उनका मूलांक 6 होता है। शुक्र, जो सौंदर्य और आकर्षण का प्रतीक है, इन पर भारी पड़ता है। इनके लिए हीरा, ओपल या स्फटिक पत्थर काफी लाभदायक होते हैं। शुक्र ग्रह के इन रत्नों का धारण करने से पारिवारिक जीवन की सुख-शांति और धन संपदा में वृद्धि होती है।

मूलांक 7 – केतु का प्रभाव और रत्न

7, 16 या 25 तारीख को जन्मे जातकों का मूलांक 7 होता है। केतु, जिसे गुप्त और आध्यात्मिक शक्तियों का स्रोत माना जाता है, इनके जीवन पर खासा असर डालता है। कैट आई स्टोन इन जातकों के लिए उत्तम रत्न है। यह रत्न न सिर्फ मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक होता है।

मूलांक 8 – शनि का प्रभाव और रत्न

जन्म की 8, 17 या 26 तारीख को जन्मे जातकों का मूलांक 8 होता है। शनि, जो कठिनाईयों और दीर्घकालीन प्रभावों को दर्शाता है, इन जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण होता है। नीलम या नीला शुभ रत्न के रूप में इन्हें बहुत ही शुभफलदायी होता है। शनि के प्रतिकूल प्रभावों से मुक्ति और सामाजिक कद में उन्नति के मार्ग इसके द्वारा प्रशस्त होते हैं।

मूलांक 9 – मंगल का प्रभाव और रत्न

मूलांक 9 के जातक, जो 9, 18 या 27 तारीख को जन्मे हैं, पर मंगल ग्रह का बलिष्ठ प्रभाव पड़ता है। मंगल ऊर्जा और साहस का प्रतीक है। ये रत्न मूंगा इनके लिए अत्यधिक शुभ साबित होता है, जो साहस, ऊर्जा और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।

रत्न धारण करने से पूर्व सावधानी

हालांकि रत्नों के सकारात्मक लाभों का जिक्र है, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि कोई भी रत्न धारण करने से पहले, विशेषज्ञ से परामर्श लें और अपनी पूरी जन्मकुंडली का अवलोकन करवाएं। क्योंकि हर व्यक्ति का जीवन और उनके ग्रहस्थिति विशिष्ट होती है और सभी रत्न एकसमान रूप से हर व्यक्ति पर प्रभावी नहीं होते।

Disclaimer: यह जानकारी स

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