ईद उल फितर की खुशियों से जगमगाएगा देश
आज की चांद रात ने देशभर के मुसलमानों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी है। अर्धचंद्र के दीदार के साथ ही घोषणा की गई है कि कल, यानी 11 अप्रैल, दिन गुरुवार को देशभर में ईद उल फितर का पर्व मनाया जाएगा। रमजान का पाक महीना मुसलमानों के लिए ईश्वरीय आशीर्वाद लेकर आता है, और इसकी आखिरी रात को अर्धचंद्र के दीदार की परंपरा मुस्लिम समुदाय में बेहद महत्वपूर्ण है। यही चांद रमज़ान महीने के सफल समापन और ईद के आगमन की सूचना देता है।
जामा मस्जिद में नमाज का विशेष आयोजन
दिल्ली की प्राचीन और भव्य जामा मस्जिद ईद की नमाज के लिए खास तैयारियों में जुटी है। मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने इस अवसर पर नमाज के समय की घोषणा की है। 11 अप्रैल को सुबह 6:30 बजे इस ऐतिहासिक मस्जिद में ईद की नमाज अदा की जाएगी। इस पवित्र अवसर पर मस्जिद को खासतौर पर सजाया गया है, ताकि विशालकाय नमाजी समूह की मेहमाननवाज़ी उचित ढंग से की जा सके।
गले मिलकर मुबारकबाद की परंपरा
ईद उल फितर के दिन की शुरुआत नमाज के साथ होती है, जिसके बाद लोग एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद देते हैं। यह भाईचारे और सामाजिक मेलजोल का प्रतीक है। इस पर्व को मनाने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग 29 या 30 दिनों का रोजा रखते हैं। रमजान का महीना संयम, उपवास और प्रार्थना का होता है, और इसके समापन पर मनाई जाने वाली ईद खुशियां लेकर आती है।
ईद के मुबारक दिन की शुरुआत में लोग सबसे पहले नए कपड़े पहनते हैं। बच्चे, बुजुर्ग, जवान – सभी सजधज कर मस्जिदों का रुख करते हैं। नमाज अदा करने के बाद, घर वापसी पर एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया जाता है। मीठी सेवइयां, खजूर, विभिन्न प्रकार के पाकवान और अन्य मिठाइयां – इस दिन का खास आकर्षण होते हैं। बच्चों को ईदी के रूप में गिफ्ट दिए जाते हैं, और सभी मिलकर इस पवित्र दिवस का आनंद उठाते हैं।
डिजिटल दुनिया में ईद के जश्न का नया रंग
आज के डिजिटल युग में, ईद के जश्न को सोशल मीडिया पर भी देखा जा सकता है। लोग अपने फोटो और विचार साझा करते हैं, और दूर-दूर के रिश्तेदार एवं दोस्त वीडियो कॉल्स के जरिए ईद की मुबारकबाद देते हैं। इसी दौर में DNA हिंदी अब एप फॉर्म में भी उपलब्ध है, जो आपको देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरें, घटनाओं के पीछे की सच्चाई और अलग नज़रिये से रूबरू कराएगा।
आइए इस बेहतरीन मौके पर हम सभी प्रेम और भाईचारे के वातावरण को मनाते हैं। यह ईद हो सकता है कि अतीत की ईद से कुछ अलग हो, पर आशा है कि यह खुशियों और सेहत के साथ सबके दिलों में गहरा असर छोड़ेगी।