भारतीय संस्कृति में प्रत्येक माह के व्रत और त्यौहारों की अपनी विशेषता होती है। ये त्योहार न सिर्फ परंपराओं को संजोए रखते हैं, बल्कि समाज में आध्यात्मिकता और सौहार्द का एक अनूठा माहौल भी उत्पन्न करते हैं। संक्रांतियों, त्योहारों और व्रतों का दौर वर्ष भर चलता है और प्रत्येक माह कुछ खास तारीखें होती हैं, जिनमें विशेष पूजा-अर्चना और रीति-रिवाज़ निभाए जाते हैं।
फरवरी 2024 के प्रमुख व्रत त्योहार
सन 2024 का दूसरा महीना फरवरी हमें धार्मिक उत्सवों की एक बहार लेकर आया है। 6 फरवरी को ‘षटतिला एकादशी’ के साथ शुरुआत होगी, जिसमें तिल का विशेष महत्व होता है। इसके अगले दिन, 7 फरवरी को ‘प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष)’ मनाया जाएगा। इसी कड़ी में, 8 फरवरी को ‘मासिक शिवरात्रि’ की पूजा की जाएगी, जिसमें भगवान शिव की विशेष आराधना की जाती है।
9 फरवरी को ‘माघ अमावस्या’ का विशेष दिन होता है जो देवों की पूजा और पित्रों के तर्पण के लिए खास होता है। ‘कुम्भ संक्रांति’ का माहत्म्य भी 13 फरवरी को मनाया जाएगा, जो सूर्य देव की राशि परिवर्तन का संकेत है। महाशिवरात्रि, जो कि भगवान शिव की महान पूजा का दिन है, का इस वर्ष कोई खास उल्लेख नहीं है।
वसंती हवाओं के बीच, 14 फरवरी को ‘बसंत पंचमी’ मनाई जाएगी, जो माँ सरस्वती की पूजा का दिन है। इसी महीने की 20 तारीख को ‘जया एकादशी’ और 21 फरवरी को पुनः ‘प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष)’ के अवसर होंगे। मास की पूर्णिमा, ‘माघ पूर्णिमा’ 24 फरवरी को होगी, जो धार्मिक स्नान, दान, व्रत और पूजाओं का दिन होता है। महीने का अंतिम व्रत एवं त्योहार ‘संकष्टी चतुर्थी’ 28 फरवरी को मनाया जाएगा, जो गणेश जी की विशेष पूजा का दिन होता है।
फरवरी 2024 के ग्रह गोचर
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से फरवरी 2024 में विभिन्न ग्रहों के गोचर भी आवश्यक हैं। माह की शुरुआत, 1 फरवरी को ‘बुध के मकर राशि में गोचर’ के साथ होगी। 5 फरवरी को ‘मंगल का मकर राशि में गोचर’, 8 फरवरी को ‘बुध का मकर राशि में अस्त’, 11 फरवरी को ‘शनि का कुंभ राशि में अस्त’, और 12 फरवरी को ‘शुक्र का मकर राशि में गोचर’ महत्वपूर्ण है। 13 फरवरी को सूर्य का कुंभ राशि में गोचर होगा, जबकि 20 फरवरी को बुध कुंभ राशि में गोचर करेगा। ये गोचर आपके जीवन में परिवर्तनों का कारण बन सकते हैं।
ध्यान दें, यहां दी गई जानकारी वैदिक ज्योतिष और पंचांग के मुताबिक है, हालांकि व्यक्तिगत निष्कर्ष एवं खगोलीय परिवर्तनों के प्रभाव परामर्श लेकर ही किए जाने चाहिए। ऐसे और भी ताज़ा समाचारों और खबरों के लिए डीएनए हिंदी को गूगल, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर फॉलो करें।