मॉनसून की बढ़ती अशांति
देशभर में मॉनसून का कहर लगातार जारी है। नेपाल से आने वाली भारी बारिश की मार से बिहार के कई जिले बाढ़ग्रस्त हो चुके हैं। वहां के हालात इतने बेकाबू हैं कि लोग अपने घर-बार छोड़कर मजबूरन ऊँचाई वाले स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में भी स्थिति नाज़ुक बनी हुई है।
असम में बाढ़ और वन्यजीवों की मुसीबत
बाढ़ की निरंतरता के कारण असम का जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। काजीरंगा नेशनल पार्क भी इससे अछूता नहीं है, जहां पानी का जमावड़ा हो गया है। परिस्थितियां इतनी गंभीर हो चुकी हैं कि 159 वन्यजीवों की मौत हो चुकी है।
स्काईमेट वेदर का पूर्वानुमान
‘स्काईमेट वेदर’ के अनुसार, आज उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, लक्षद्वीप, कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और दक्षिण छत्तीसगढ़ में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ भारी बारिश की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में भीषण बाढ़ का असर
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ की दशा अत्यंत गंभीर है। कहीं-कहीं नदियों के उफान से सड़कों पर पानी बह रहा है जिससे यातायात बाधित हो चुका है। हापुड़, शाहजहांपुर और आसपास के जिलों में सड़कों पर तालाब जैसा नजारा दिख रहा है। प्रशासन ने खतरे की संभावना को देखते हुए सेना को भी बुला लिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्थिति का हवाई सर्वेक्षण किया और श्रावस्ती और बलरामपुर के बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया।
दिल्ली और एनसीआर में बारिश का असर
आज सुबह पांच बजे एनसीआर में नोएडा, हरियाणा के गन्नौर, यूपी के बड़ौत आदि क्षेत्रों में मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की गई थी। दिल्ली में भी भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलजमाव हो गया है, जिससे यातायात धीमा हो गया है। द्वारका में तेज बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया है जिससे आम जीवन प्रभावित हुआ है।
उफनती नदियों का कहर
उत्तर प्रदेश और बिहार में नदियां अब उफान पर हैं। गंगा, सरयू और राप्ती नदियों का जलस्तर बढ़ जा रहा है जिससे आसपास के इलाकों में संकट की स्थिति बन चुकी है। महाराजगंज में बाढ़ के बीच एक शादी का आयोजन किया गया जहाँ दूल्हा-दुल्हन को नाव से ससुराल ले जाना पड़ा। नदी के इस तांडव से ग्रामीणों की जीवनचर्या पूरी तरह से बाधित हो चुकी है।
उत्तराखंड में भूस्खलन का खतरा
जुलाई के जाते-जाते उत्तराखंड से भी भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं। पिछले दो दिनों में चमोली जिले में दो बड़े भूस्खलन हुए हैं। गिरते पत्थरों की धमक और धुएं के गुबार से जनजीवन भयभीत हो उठा है। प्रशासन ने यहाँ भी संभलकर रहने की चेतावनी जारी की है।
बिहार में बाढ़ से जनजीवन ठप
बिहार के गोपालगंज में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई है। गोपालगंज में एक बारात भी नाव पर सवार होकर विवाह स्थल तक पहुंची। लोग बाढ़ के चलते अपने घर छोड़कर ऊँचाई वाले स्थानों की ओर जा रहे हैं। प्रशासन और सरकार हर संभव मदद कर रहे हैं, परन्तु हालत इतने गंभीर हैं कि पूर्ण राहत प्रदान करना मुश्किल हो गया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने विभिन्न राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई है। हिमाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पूर्वोत्तर भारत, मध्य महाराष्ट्र और केरल में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं लद्दाख, जम्मू कश्मीर, गंगीय पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु आदि में भी हल्की बारिश का अनुमान है।
देशभर में बाढ़ और भारी बारिश से उत्पन्न संकट अभी भी टला नहीं है। प्रशासन और सरकार अपनी पूरी शक्ति से स्थिति को नियंत्रित करने में लगे हुए हैं। लेकिन जनता को भी सतर्क और सुरक्षित रहने की सलाह दी जा रही है। मॉनसून की बारिश का यह तांडव कब तक चलेगा, यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है।