भक्तों का भार कम करने की नई पहल
जैसे ही चैत्र नवरात्रि का आगमन होता है, देश भर से लाखों भक्त मां वैष्णों देवी की पवित्र पहाड़ियों की ओर कूच करते हैं। इस धार्मिक यात्रा में, भक्तों को पहाड़ी पर चढ़ाई करने के लिए सैकड़ों कदम उठाने पड़ते हैं, जिससे उनकी आस्था की परीक्षा होती है। परन्तु अब उनकी इस तपिश में राहत की एक किरण नजर आ रही है। जल्द ही, श्रद्धालु भक्तों को इस लंबी चढ़ाई से मुक्ति मिलने जा रही है।
सीढ़ियों का आधुनिकीकरण
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की एक अभिनव प्रक्रिया के चलते, भक्त अब सीढ़ियों के माध्यम से बिना किसी थकान के मंदिर की चोटी तक पहुंच सकेंगे। मां वैष्णो देवी भवन परिसर के गौरी भवन क्षेत्र में एक्सीलेटर, यानी कि स्वचालित सीढ़ियां लगाने का काम शुरू हो गया है। इस नई व्यवस्था से भक्तों की 425 सीढ़ियों की बाधा कम हो जाएंगी और चढ़ाई के घंटों को मिनटों में बदला जा सकेगा।
श्राइन बोर्ड का बजट और योजना
इस भक्त-हितैषी पहल के लिए श्राइन बोर्ड ने 60 से 80 करोड़ रुपये की एक विशाल राशि आवंटित की है। टेंडर प्रक्रिया को पूरा कर लेने के पश्चात्, इस नई सुविधा को अंतिम रूप दिया जाएगा। प्रोजेक्ट के सफलतापूर्वक पूरा होने की स्थिति में, अनुमानित एक वर्ष के भीतर लाखों भक्तों को इसका लाभ मिलने की उम्मीद है। इस बजट में कटड़ा से छांजी छत रोपवे और अन्य विभिन्न परियोजनाओं का भी सम्मिलन है।
वार्षिक तीर्थयात्रा की ओर एक कदम
हर साल, जम्मू क्षेत्र में स्थित माता वैष्णों देवी मंदिर अपनी ओर देश-विदेश से करोड़ों भक्तों को आकर्षित करता है। नवरात्रि के समय में तो यह संख्या और भी अधिक हो जाती है। इस तरह की भारी भीड़ को देखते हुए, श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए श्राइन बोर्ड द्वारा तत्परता से काम किया जा रहा है।
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