दिल्ली भजनपुरा की धार्मिक बयार
राजधानी दिल्ली ने अपनी गोद में धर्म की एक नवीन भोर का स्वागत किया है। यहां के भजनपुरा में आगामी 1 फरवरी से पीठाधीश्वर बाबा बागेश्वर के दिव्य दरबार की शुरुआत होगी। इस पवित्र मेले में विदित है कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री चार दिनों तक श्रद्धालुओं के बीच रहेंगे और उन्हें प्रभु की लीलाओं का रसपान कराएंगे।
भव्य पंडाल का आयोजन
यमुना नदी के स्वच्छ और निर्मल तट पर एक विशाल पंडाल कायम किया गया है जिसमें 22 एकड़ क्षेत्रफल पर 20 हजार से भी अधिक भक्तों के लिए आसन की व्यवस्था है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री के संगीतमय हनुमंत कथा का गुणगान इसी पंडाल में होगा, जिसे मृदुल फाउंडेशन और छटी मईया फाउंडेशन द्वारा संयोजित किया गया है। कथा स्थल का सुरक्षा मानकों के अनुसार सज्जा की गई है और सीसीटीवी कैमरों की निगाहों में माहौल अत्यंत सुरक्षित बना रहेगा।
धार्मिक कथा का अनूठापन
बाबा बागेश्वर द्वारा हनुमान भक्तों की अर्जी सुनने की एक अनोखी परंपरा है। वे पर्ची निकालकर भक्तों के मन की बात आवाज देते हैं। इस अद्भुत दरबार में बाबा की कथा 1 से 3 फरवरी तक आयोजित की जाएगी और कथा के दौरान भंडारे का भी आयोजन होगा। आसपास के क्षेत्र, जैसे करावल नगर, मुस्तफाबाद, सीलमपुर, घोंडा आदि से श्रद्धालु बिना किसी वाहन के आसानी से पंडाल तक पहुंच सकेंगे।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पूर्व समाजसेवा
धर्म और संस्कृति के प्रसार में अग्रणी बाबा बागेश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इससे पहले भी दिल्ली और नोएडा में अपनी धार्मिक सेवाएं अर्पित की हैं। पिछले वर्ष दिसंबर में, उन्होंने पूर्वी दिल्ली के सीबीडी ग्राउंड में तीन दिनों का एक दिव्य दरबार लगाया था, जिसमें हजारों धार्मिक गुरु और भक्तों ने शिरकत की थी। गौतम बुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा में भी बाबा का ऐसा ही एक दरबार सजा था।
इस घटना का महत्व न केवल आध्यात्मिक बहुमुखी प्रदर्शन है, बल्कि एक सामाजिक सद्भाव का संदेश भी है जो देश भर के लोगों को एकजुट करता है।
यह कथा और दरबार की आडंबर, लोगों को अपने भीतर की आध्यात्मिकता को जागृत करने और सामाजिक शांति के मार्ग में अग्रसर करने का एक सुंदर अवसर प्रदान करती है। इसके लिए हम सभी दिल से आभारी हैं और उत्सुकता से उस दिव्य क्षण की प्रतीक्षा कर रहे हैं जब हम बाबा बागेश्वर के चरणों में बैठकर सनातन धर्म की गाथाएँ सुन सकेंगे।