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भारतीय धरोहर: ये हैं देश के 6 प्राचीन और महत्वपूर्ण राम मंदिर

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हिंदू धर्म में भगवान राम की मान्यता अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और राम मंदिर भक्ति एवं आस्था के केंद्र के रूप में भारत भर में पाए जाते हैं। अयोध्या में स्थित राम जन्मभूमि मंदिर के अलावा भी भारत में कई प्राचीन और भव्य राम मंदिर हैं, जो कि भक्तों के बीच गहरी श्रद्धा का कारण बनते हैं।

राजा राम मंदिर, मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के ओरछा में स्थित राजा राम मंदिर अपने अद्वितीय इतिहास के लिए जाना जाता है। यह मंदिर वास्तुकला का अद्भुत नमूना है जो एक महल की भांति निर्मित है और यहाँ राम की पूजा न केवल एक देवता के रूप में बल्कि एक राजा के रूप में की जाती है। परंपरा के अनुसार, यहाँ हर रोज पुलिस गार्ड द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। ओरछा के इस मंदिर का परिदृश्य और वातावरण अन्यत्र देखने को नहीं मिलता।

कालाराम मंदिर, नासिक

महाराष्ट्र के नासिक में स्थित कालाराम मंदिर का इतिहास भी बहुत ही दिलचस्प है। काले रंग की राम की इस 2 फीट ऊँची प्रतिमा के चलते इसे ‘कालाराम’ कहा जाता है। यहां पंचवटी के नजदीक सीता, राम, और लक्ष्मण की प्रतिमाएं हैं, जो कि रामायण के अनुसार उस स्थान से संबंधित हैं जहां वनवास के दौरान ये तीनों रहते थे। इस मंदिर के निर्माण से जुड़ी अलौकिक कहानियाँ यहाँ की आध्यात्मिक उर्जा को दर्शाती हैं।

रघुनाथ मंदिर, जम्मू

रघुनाथ मंदिर उत्तर भारत के सबसे प्रसिद्ध राम मंदिरों में से एक है। जम्मू में स्थित इस मंदिर की स्थापत्य कला मुगल शैली से प्रभावित है। सात अन्य देवता मंदिरों के साथ यह परिसर एक धार्मिक महत्व का केंद्र है। यहाँ के धार्मिक स्थल देवी-देवताओं को समर्पित हैं और भक्तों में इसे लेकर गहरी आस्था है।

रामास्वामी मंदिर, तमिलनाडु

तमिलनाडु का रामास्वामी मंदिर अपने शिल्प कला और उत्कीर्ण चित्रों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की दीवारें रामायण की अनेकों घटनाओं को चित्रित करती हैं। इसे ‘दक्षिण की अयोध्या’ के रूप में भी जाना जाता है और यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां राम, लक्ष्मण, सीता, भरत और शत्रुघ्न की प्रतिमाएं साथ में स्थापित हैं। मंदिर की भव्यता और आध्यात्मिकता का अनुभव आगंतुकों को एक अलौकिक शांति प्रदान करता है।

सीता रामचन्द्रस्वामी मंदिर, तेलंगाना

तेलंगाना के भद्राचलम में स्थित सीता रामचन्द्रस्वामी मंदिर भक्ति और विश्वास का एक गढ़ है। कहा जाता है कि यहाँ के राम स्वयं गोदावरी नदी को पार कर सीता के साथ लंका से वापस आए थे। मंदिर में विशिष्ट त्रिभंगा मूर्ति दर्शनीय है जिसमें राम धनुष-बाण लिए और सीता कमल लिए हुए हैं।

त्रिप्रिया श्री राम मंदिर, केरल

केरल में स्थित त्रिप्रियर राम मंदिर प्राचीनता और अनुष्ठानिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता के अनुसार, यहाँ की पूजा कृष्ण द्वारा की जाती थी, जो कि विष्णु के अवतार माने जाते हैं। इस स्थान पर राम के दर्शन से भक्तों को शक्ति और शांति का अनुभव होता है।

इन मंदिरों की महत्ता और भक्तों के जीवन में इनके प्रभाव को शब्दों में बांध पाना कठिन है। इन स्थानों पर आयोजित पूजा, अर्चना और उत्सव लोगों के लिए आध्यात्मिक पुनर्जागरण के अवसर प्रदान करते हैं और राम की पवित्र कथाओं का स्मरण कराते हैं। आज भी ये मंदिर बाधाओं और नकारात्मकता से मुक्ति की प्रेरणा बनते हैं।

Disclaimer: इस लेख में प्रस्तुत जानकारी मान्यताओं और लोककथाओं पर आधारित है।

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