भारतीय राजनीति का सबसे बड़ा महासंग्राम: लोकसभा चुनाव 2024
देश के राजनीतिक पटल पर लोकसभा चुनाव 2024 का आगमन होने जा रहा है। हर नज़र उत्सुकतापूर्वक इस औषधि की ओर लगी है कि क्या नरेंद्र मोदी जी एक बार फिर देश की बागडोर अपने हाथों में संभालने के लिए तैयार हैं? क्या वे 2024 में लगातार तीसरी बार अपने जादूई प्रदर्शन से भाजपा को सत्ता के शिखर तक पहुंचा पाएंगे?
नरेंद्र मोदी की जन्म कुंडली और उनका राजनीतिक सफर
यदि हम ज्योतिषीय विश्लेषण की ओर दृष्टि डालें, तो पाएंगे कि वृश्चिक राशि में जन्में नरेंद्र मोदी की कुंडली में चंद्रमा और मंगल का युति लक्ष्मी योग निर्माण कर रहा है। राजनीति में उनकी मजबूत साख और उनकी नीतियों के जज़्बे को इस योग का प्रभाव माना जाता है।
2001 से 2014 तक गुजरात की सरजमीं को अपने कुशल नेतृत्व से सजाने के बाद, मोदी जी ने वर्ष 2014 से भारतीय प्रधानमंत्री पद की शोभा बढ़ाई है। विगत दो लोकसभा चुनावों में उनके नेतृत्व का लोहा सभी ने माना है, परंतु क्या आगामी चुनाव में भी उनका चमत्कार और जादू काम करेगा?
ज्योतिषीय गणनाओं का क्या है कहना?
आइए, अब ज्योतिष की गहराइयों में उतरते हैं। वर्ष 2024 के लिए मोदी जी की जन्म कुंडली में सप्तम भाव में शनि और दशमेश सूर्य की युति विशेष राजयोग की सृष्टि कर रही है जो न केवल उनकी राजनीति में मजबूती बल्कि उनकी नीतियों और कार्यों को भी सफलता की ओर ले जाती है।
मोदी जी की जन्म कुंडली में वर्तमान में मंगल की महादशा और शनि की अंतर्दशा चल रही है, जिसके अनुसार उनके लिए अगले चुनाव में विजय की संभावना अधिक है।
सियासी भविष्यवाणियां और राजनीतिक उपलब्धियां
अगर हम ज्योतिषशास्त्र की वैज्ञानिकता को मानें तो, शनि जो कि कुंडली के तीसरे (मित्र) और चौथे (सिंहासन) भाव का स्वामी है, उसकी शुभस्थिति 2024 में मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की स्थिति में पहुंचा सकती है। शुक्र, जो कि शासन के 10वें घर में है, उसके साथ युति में होने और बृहस्पति के पंचमेश होने के नाते, समसप्तक योग का निर्माण करते हुए राजनीतिक सफलता को सुदृढ़ बनाती है।
स्वास्थ्य के प्रति सजगता
विजयश्री के इन सब योगों के बीच, मोदी जी को अगले वर्ष अपने स्वास्थ्य के प्रति विशेष सचेत रहना होगा क्योंकि शनि की तीसरी दृष्टि बारहवें घर पर है, जिससे कुछ स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं हो सकती हैं।
यह सभी जानकारियां ज्योतिषीय गणनाओं के आधार पर हैं, और विज्ञान के क्षेत्र में इनको एक प्रमाण के रूप में नहीं माना जा सकता। इन पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ सलाहकार से परामर्श जरूर लें। भारतीय ज्योतिष की इस रोचक एवं रहस्यमयी यात्रा को और भी विस्तृत जानने के लिए हमें फॉलो करें और राजनीति, सामाजिकता और धर्म की ताजा खबरें पाने के लिए बने रहें।