वास्तु के अनुसार स्नान का महत्व और फायदे
दिन की शुरुआत में नहाना हमारे दैनिक जीवन का एक अहम हिस्सा होता है। ज्यादातर व्यक्ति सुबह के समय नहाने के बाद ही अपने घर से काम के लिए निकलते हैं। ऐसा करना ना सिर्फ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए उत्तम होता है, बल्कि यह ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार भी बहुत जरूरी माना जाता है। स्नान के द्वारा हम अपने ऊपर भगवान की कृपा को भी प्राप्त कर सकते हैं। व्यक्ति की धन से जुड़ी समस्याएँ, असफलता और करियर से जुड़ी बाधाएं अक्सर हमें परेशान करती हैं, और ऐसे में स्नान के दौरान यदि हम विशेष चीजों को पानी में मिला लेते हैं, तो इन समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। इस लेख में वास्तु शास्त्र के अनुसार, उन पांच वस्तुओं का वर्णन किया गया है जिन्हें स्नान के पानी में मिलाकर नहाने से जीवन की विभिन्न समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है।
हरी इलायची और केसर के लाभ
यदि आपको लगता है कि आपके जीवन में बार-बार संकट और परेशानियों का आगमन हो रहा है, तो आपको स्नान के पानी में 2 से 3 हरी इलायची के दाने और एक चुटकी भर केसर मिला लेनी चाहिए। यह उपाय नकारात्मक ऊर्जाओं को समाप्त करता है और कथित तौर पर जीवन से सभी प्रकार की परेशानियों को दूर कर हितकारी सिद्ध होता है।
रत्नों की महत्वपूर्ण भूमिका
वास्तुशास्त्र और ज्योतिष में रत्नों को अत्यधिक महत्व प्रदान किया गया है। यदि किसी की कुंडली में कोई ग्रह कमजोर हो, तो उसे सलाह दी जाती है कि वे उचित रत्न धारण करें। इसी प्रकार, नहाने के पानी में रत्नों को डालने से भी बुरे प्रभावों और विघ्नों से मुक्ति मिलती है जिससे जीवन में सकारात्मकता और शुभता का वास होता है।
तिल का वास्तु में महत्व
वास्तु में तिल को शनि के अनुकूल माना गया है। यदि आप शनि की साढ़ेसाती या ढय्या जैसी दशाओं का सामना कर रहे हैं, तो आपको नहाने से पहले पानी में तिल डालने चाहिए। इससे शनि देव का प्रकोप कम होता है और व्यक्ति के जीवन में सफलता और भाग्य की वृद्धि होती है।
हल्दी के वास्तुशास्त्रीय लाभ
हल्दी को खाने तथा पूजा में विशेष महत्व हासिल है। गुरुवार के दिन विशेष रूप से नहाने से पहले पानी में हल्दी का मिश्रण करके स्नान करने से जीवन में आ रही बाधाएँ टलती हैं और विष्णु भगवान की कृपा से धन की वर्षा होती है।
घी: स्वास्थ्य और ग्रहों के लिए लाभकारी
यदि आप किसी रोग से पीड़ित हैं या आपकी स्किन में समस्या हो रही है, तो नहाने के पानी में थोड़ा घी मिलाने से यह स्वास्थ्यवर्धक सिद्ध होता है और साथ ही ग्रहों को भी शुभ बनाता है।
ऊपर बताए गए प्रत्येक उपायों के पीछे जन सामान्य में प्रचलित मान्यताएँ और परंपराएं हैं। इनका प्रयोग आपकी व्यक्तिगत मान्यताओं और विश्वासों के अनुरूप होना चाहिए। इन्हें अपनाने से पहले अपने विवेक का इस्तेमाल करें और संभव होतो सिद्धि प्राप्त विशेषज्ञों की सलाह भी लें।
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