दुबई में भारतीयों की सफलता की कहानी
दुबई: संयुक्त अरब अमीरात यानी कि UAE के अलग-अलग शहरों में रहने वाले कम से कम 5 भारतीयों की नसीब ने इतनी जोर से जोर-जोर से मुस्कान लाई है कि अब उनकी सारी ज़िंदगी बदल गई है। यह सब उनके लॉटरी में जीतने से हुआ है। इनमें से एक शख्स, जो एक कंट्रोल रूम का ‘ऑपरेटर’ है, की 45 करोड़ रुपये की लॉटरी निकली है। बता दें कि UAE में बड़ी संख्या में भारतीय लॉटरी में पैसे लगाते हैं और इनमें से ज्यादातर मध्यम वर्ग या निम्न मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। पिछले कुछ सालों में UAE में कई भारतीयों ने लॉटरी में बड़ी रकम जीती है और रातों-रात उनकी किस्मत पलट गई है।
साप्ताहिक ड्रॉ में निकला जैकपॉट
बुधवार को 154वें ड्रॉ की घोषणा की गई और इसके मुताबिक, ऑयल एंड गैस इंडस्ट्री के कंट्रोल रूम में ‘ऑपरेटर’ के रूप में काम करने वाले श्रीजू ने ‘महजूज सैटरडे मिलियन्स’ में 2 करोड़ दिरहम यानी कि 45 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जीती है। केरल के रहने वाले 39 साल के श्रीजू पिछले 11 वर्षों से फुजैराह में रहकर काम कर रहे हैं। जब उन्हें ड्रॉ जीतने की खबर मिली, तब वह काम पर थे। श्रीजू ने कहा कि वह यह जानकर स्तब्ध रह गए कि उन्होंने सिर्फ इनाम ही नहीं जीता बल्कि सबसे बड़ा इनाम जीता है।
श्रीजू की सफलता का सफर
‘गल्फ न्यूज’ ने श्रीजू के हवाले से कहा, “मैं अपनी कार में बैठने ही वाला था कि मैंने अपना महजूज अकाउंट चेक किया और मुझे अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था। मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं। मैंने महजूज से कॉल का इंतजार किया ताकि मेरी जीती हुई राशि की पुष्टि हो सके।” श्रीजू 6 साल के जुड़वां बच्चों के पिता हैं। अब वह बिना किसी लोन के भारत में घर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं।
अन्य भारतीयों की किस्मत भी चमकी
‘गल्फ न्यूज’ के मुताबिक, दुबई में रहने वाले केरल के 36 वर्षीय सरत शिवदासन ने ‘इमेरेट्स ड्रा फास्ट5’ में करीब 11 लाख रुपये जीते हैं। इससे पहले 9 नवंबर को मुंबई के रहने वाले 42 वर्षीय मनोज भावसार ने फास्ट5 राफ्फेल में करीब 16 लाख रुपये जीते थे। भावसार पिछले 16 साल से अबू धाबी में रह रहे हैं।
दुबई ड्यूटी फ्री मिलेनियम मिलियनेयर में भी भारतीय विजेता
‘गल्फ न्यूज’ की खबर के मुताबिक, 8 नवंबर को एक अन्य भारतीय अनिल जियानचंदानी ने दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आयोजित ‘दुबई ड्यूटी फ्री मिलेनियम मिलियनेयर’ प्रमोशन में 10 लाख अमेरिकी डॉलर जीते थे। 8 नवंबर को एक खबर में बताया गया था कि ‘महजूज सैटरडे मिलियंस’ के विजेताओं में 2 भारतीय भी शामिल हैं, जिन्होंने करीब 22 लाख रुपये जीते हैं।
भारतीयों की लॉटरी में भागीदारी
सच में, आजकल लॉटरी में ज्यादा इनाम जीतने का चलन बढ़ता जा रहा है। विशेषकर भारतीयों के लिए, जो आमतौर पर मिडिल ईस्ट में रहने का प्रायोजन करते हैं। UAE में भारी संख्या में भारतीय काम कर रहे हैं और उनके लिए लॉटरी एक उम्मीद की किरण के समान हो गई है। कई मीडियम क्लास के भारतीय इसमें हिस्सा लेते हैं और भाग्य उनके साथ हो तो उनकी ज़िंदगी बदल जाती है।
समाज पर इस घटना का प्रभाव
इस प्रकार की घटनाओं से न केवल विजेताओं की ज़िंदगी बदलती है, बल्कि समाज पर भी इसका प्रभाव पड़ता है। लोगों में यह उमीद जाग्रत होती है कि कड़ी मेहनत और थोड़ा सा भाग्य जीवन को एक नई दिशा में ले जा सकता है। श्रीजू और अन्य भारतीयों की सफलता की कहानी इसे और मजबूती से प्रमाणित करती है।
उनकी सफलता की यह गाथा लाखों अन्य लोगों को नए सपने देखने और उन्हें साकार करने की प्रेरणा देती है। यह दिखाता है कि जीवन में कभी भी कुछ भी हो सकता है, बस हमें अपनी किस्मत को आजमाने के लिए तैयार रहना चाहिए। दुबई में भारतीय समुदाय की यह सफलता सुनिश्चित करती है कि यदि आप में सच्ची मेहनत और विश्वास हो तो आपका नसीब भी शीघ्र ही बदल सकता है।